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धर्मशाला , 27 मई ! कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के नौ साल पूरे होने पर महंगाई, बेरोजगारी एवं कुछ अन्य विषयों पर उससे नौ सवाल पूछे और कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने वादों को पूरा नहीं करके देश के साथ जो विश्वासघात किया है। उसके लिए उन्हें व भाजपा के सभी सांसदों को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। मुख्य विपक्षी दल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने जो वादे किये थे, वह काल्पनिक थे और कोई वादा पूरा नहीं हुआ। धर्मशाला में आयोजित पत्रकार वार्ता में कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान ये सवाल पूछे थे, लेकिन प्रधानमंत्री और सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं आया। उन्होंने प्रधानमंत्री से सवाल किया कि ऐसा क्यों है। महंगाई और बेरोजगारी आसमान क्यों छू रही हैं? आर्थिक विषमता क्यों बढ़ रही है? किसानों व आम आदमी की आय दोगुनी क्यों नहीं हुई, किसानों के साथ किये गए वादे पूरे क्यों नहीं हुए, एमएसपी की कानूनी गारंटी क्यों नहीं दी गई? उन्होंने कहा कि बीते 9 सालों में जितनी बातें इन्होंने मेनिफेस्टो, वादों, भाषणों और मन की बात में की, वो सब काल्पनिक हैं। 9 साल का हिसाब मांगने पर 900 साल पीछे मत ले जाइए। 9 साल में आपने क्या किया, ये बताइए। पवन खेड़ा ने कहा कि नरेंद्र मोदी भारत की तुलना पाकिस्तान के साथ करते है, इसके लिए उन्हे देश की जनता से माफी मांगनी होगी। उन्होंने मोदी से पूछा कि अडाणी को फायदा पहुंचाने के लिए, एसबीआई और एलआईसी में जमा लोगों की खून-पसीने की कमाई का क्यों इस समूह में निवेश किया गया, अडाणी समूह की फर्जी कंपनियों में जमा 20 हजार करोड़ रुपये किसके हैं? उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन को लाल आंख दिखाने की बात करने के बावजूद चीन को क्लीन चिट क्यों दी? जिसके कारण आज दुनिया भर में चीन हम को बदनाम करने में लगा हुआ है। चुनावी फायदे के लिए, राजनीतिक फायदे के लिए डर का माहौल क्यों पैदा किया जा रहा है? खेड़ा ने कहा कि ऐसा क्यों है कि विपक्षी नेताओं के खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई की जा रही है और विपक्ष शासित सरकारों को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है? क्या ऐसा नहीं है कि कुप्रबंधन से 40 लाख लोगों की मौत हुई और प्रभावित परिवारों को मुआवजा क्यों नहीं दिया गया? उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को इन सवालों पर चुप्पी तोड़नी चाहिए। इस मौके पर उनके साथ स्थानीय विधायक सुधीर शर्मा भी उपस्थित रहे। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
धर्मशाला , 27 मई ! कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के नौ साल पूरे होने पर महंगाई, बेरोजगारी एवं कुछ अन्य विषयों पर उससे नौ सवाल पूछे और कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने वादों को पूरा नहीं करके देश के साथ जो विश्वासघात किया है। उसके लिए उन्हें व भाजपा के सभी सांसदों को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। मुख्य विपक्षी दल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने जो वादे किये थे, वह काल्पनिक थे और कोई वादा पूरा नहीं हुआ।
धर्मशाला में आयोजित पत्रकार वार्ता में कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान ये सवाल पूछे थे, लेकिन प्रधानमंत्री और सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं आया। उन्होंने प्रधानमंत्री से सवाल किया कि ऐसा क्यों है।
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महंगाई और बेरोजगारी आसमान क्यों छू रही हैं? आर्थिक विषमता क्यों बढ़ रही है? किसानों व आम आदमी की आय दोगुनी क्यों नहीं हुई, किसानों के साथ किये गए वादे पूरे क्यों नहीं हुए, एमएसपी की कानूनी गारंटी क्यों नहीं दी गई? उन्होंने कहा कि बीते 9 सालों में जितनी बातें इन्होंने मेनिफेस्टो, वादों, भाषणों और मन की बात में की, वो सब काल्पनिक हैं। 9 साल का हिसाब मांगने पर 900 साल पीछे मत ले जाइए। 9 साल में आपने क्या किया, ये बताइए।
पवन खेड़ा ने कहा कि नरेंद्र मोदी भारत की तुलना पाकिस्तान के साथ करते है, इसके लिए उन्हे देश की जनता से माफी मांगनी होगी।
उन्होंने मोदी से पूछा कि अडाणी को फायदा पहुंचाने के लिए, एसबीआई और एलआईसी में जमा लोगों की खून-पसीने की कमाई का क्यों इस समूह में निवेश किया गया, अडाणी समूह की फर्जी कंपनियों में जमा 20 हजार करोड़ रुपये किसके हैं? उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन को लाल आंख दिखाने की बात करने के बावजूद चीन को क्लीन चिट क्यों दी? जिसके कारण आज दुनिया भर में चीन हम को बदनाम करने में लगा हुआ है। चुनावी फायदे के लिए, राजनीतिक फायदे के लिए डर का माहौल क्यों पैदा किया जा रहा है? खेड़ा ने कहा कि ऐसा क्यों है कि विपक्षी नेताओं के खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई की जा रही है और विपक्ष शासित सरकारों को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है? क्या ऐसा नहीं है कि कुप्रबंधन से 40 लाख लोगों की मौत हुई और प्रभावित परिवारों को मुआवजा क्यों नहीं दिया गया? उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को इन सवालों पर चुप्पी तोड़नी चाहिए। इस मौके पर उनके साथ स्थानीय विधायक सुधीर शर्मा भी उपस्थित रहे।
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