- विज्ञापन (Article Top Ad) -
धर्मशाला , 17 अप्रैल ! तिब्बतियों के धर्मगुरु दलाई लामा की सोशल मीडिया में छबी को खराब करने के विरोध में विभिन्न तिब्बती संगठनों द्वारा सोमवार को मैक्लोडगंज से धर्मशाला तक रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया। तिब्बती लोगों का कहना था कि उनके गुरु दलाई लामा का अपमान किया गया है जिसे किसी भी सुरत में सहन नही किया जाएगा। तिब्बती लोगों का यह भी कहना था कि भारत सरकार द्वारा दलाई लामा को शरण दी हुई है तथा भारत के लोग भी दलाई लामा का पूरा मान सम्मान करते हैं, परंतु चीन की सरकार ने जिस प्रकार से दलाई लामा की छबी को नुकसान पहुंचाया गया है इससे तिब्बती लोगों को गहरा दुख पहुंचा है। उन्होंने कहा देश-विदेशों से भारी संख्या में लोग दलाई लामा के दर्शनों व उनके प्रवचनों को सुनने के लिए मैक्लोडगंज स्थित मुख्य बौद्ध मंदिर में आते हैं। तथा दलाई लामा भी सभी से मिलते हैं, परंतु दलाई लामा के वीडिया गलत ढंग से दिखाने से सभी को अज्ञात पहुंचा है। तिब्बतियों का कहना था कि दलाई लामा को हम सभी गुरु के साथ भगवान के रुप में भी देखते हैं। तिब्बतियों का कहना था कि जिसने सोशल मीडिया में इस घटना को अंजाम दिया है उन सभी को दलाई लामा से माफी मांगनी चाहिए। इस मौके पर तिब्बती युवा कांग्रेस के अध्यक्ष गुमन टुंडू ने कहा कि उनके गुरु दलाई लामा के प्रति सोशल मीडिया में आरोप लगाए गए उसका विरोध करने के लिए हम सभी निकले हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हुआ था व चीन से आकर भारत में फैला है। उन्होंने कहा चीन पीछले 60 सालों से इसी काम में लगा हुआ है कि दलाई लामा को बदनाम करना उनके कार्यों को गलत ठहराना यह चीनी सरकार करती आ रही है। उन्होंने कहा कि पूरे हिमालयन क्षेत्र, तिब्बती व हिंदू लोग सभी एकजुट हुए हैं तथा सभी दलाई लामा के साथ है। उन्होंने कहा आज हम चीन की नीतियों का विरोध कर रहे हैं। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
धर्मशाला , 17 अप्रैल ! तिब्बतियों के धर्मगुरु दलाई लामा की सोशल मीडिया में छबी को खराब करने के विरोध में विभिन्न तिब्बती संगठनों द्वारा सोमवार को मैक्लोडगंज से धर्मशाला तक रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया। तिब्बती लोगों का कहना था कि उनके गुरु दलाई लामा का अपमान किया गया है जिसे किसी भी सुरत में सहन नही किया जाएगा। तिब्बती लोगों का यह भी कहना था कि भारत सरकार द्वारा दलाई लामा को शरण दी हुई है तथा भारत के लोग भी दलाई लामा का पूरा मान सम्मान करते हैं, परंतु चीन की सरकार ने जिस प्रकार से दलाई लामा की छबी को नुकसान पहुंचाया गया है इससे तिब्बती लोगों को गहरा दुख पहुंचा है। उन्होंने
कहा देश-विदेशों से भारी संख्या में लोग दलाई लामा के दर्शनों व उनके प्रवचनों को सुनने के लिए मैक्लोडगंज स्थित मुख्य बौद्ध मंदिर में आते हैं। तथा दलाई लामा भी सभी से मिलते हैं, परंतु दलाई लामा के वीडिया गलत ढंग से दिखाने से सभी को अज्ञात पहुंचा है। तिब्बतियों का कहना था कि दलाई लामा को हम सभी गुरु के साथ भगवान के रुप में भी देखते हैं। तिब्बतियों का कहना था कि जिसने सोशल मीडिया में इस घटना को अंजाम दिया है उन सभी को दलाई लामा से माफी मांगनी चाहिए।इस मौके पर तिब्बती युवा कांग्रेस के अध्यक्ष गुमन टुंडू ने कहा कि उनके गुरु दलाई लामा के प्रति सोशल मीडिया में आरोप लगाए गए उसका विरोध करने के लिए हम सभी निकले हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हुआ था व चीन से आकर भारत में फैला है। उन्होंने कहा चीन पीछले 60 सालों से इसी काम में लगा हुआ है कि दलाई लामा को बदनाम करना उनके कार्यों को गलत ठहराना यह चीनी सरकार करती आ रही है।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
उन्होंने कहा कि पूरे हिमालयन क्षेत्र, तिब्बती व हिंदू लोग सभी एकजुट हुए हैं तथा सभी दलाई लामा के साथ है। उन्होंने कहा आज हम चीन की नीतियों का विरोध कर रहे हैं।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -