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धर्मशाला , 24 मई ! मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने धर्मशाला में इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाने के बाद मीडिया से मुख़ातिब होते हुये कहा कि जब उन्होंने अपने जीवन का पहला बजट प्रस्तुत किया था तब विधानसभा में हमने इस बात पर जोर दिया था कि हम 31 मार्च 2026 तक समूचे हिमाचल प्रदेश में चल रहे क़ौमर्सियल वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों में तब्दील करने का प्रयास करेंगे और आज उस दिशा में हम आगे भी बढ़ रहे हैं जिसकी बानगी आज धर्मशाला से समूचा प्रदेश देख भी रहा है। आज धर्मशाला के बस स्टैंड से जहां 15 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाई है, आगे आने वाले सालों में समूचा बस डिपो इलेक्ट्रिक बसों से ही भरा हुआ मिलेगा, इतना ही नहीं हिमाचल के शिमला और धर्मशाला दो ऐसे स्टेशन हैं जो कि पर्यटन की लिहाज़ से सबसे ज़्यादा महत्वपूर्ण हैं और यहां से इलेक्ट्रिक वाहनों की शुरुआत होगी तो प्रदेश को हरित प्रदेश बनाने में सफलता मिलेगी जो कि सरकार का साल 2026 तक लक्ष्य है। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार का प्रयास है कि प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा इलैक्ट्रिक बसों को चलाने का प्रयास है। उन्होंने कहा हमारा प्रयास है प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाना है, प्रयास है प्रदेश अपने पैरों पर खड़ा हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 40 सालों से ऐसी व्यवस्था चली आ रही है कि प्रदेश को कर्ज के झाल में बांद कर रख दिया है। आज प्रदेश की जनता पर 98 हजार 840 करोड़ का कर्जा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हालात यह हैं कि दिन-प्रतिदिन का कार्य चलाने के लिए भी कर्जा लेना पड़ रहा है। हमारा प्रयास है कि चार सालों में प्रदेश की अर्थव्यस्था को पटरी पर लाएंगे तथा 10 सालों में प्रदेश को सबसे समृद्ध व अमीर राज्य में स्थापित किया जाएगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि आज जहां हम अपनी वचनवद्धता के मुताबिक इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना कर चुके हैं वहीं धर्मशाला के बस स्टैंड को आधुकनिक बस स्टैंड बनाया जाये इसके लिये भी भूमि पूजन किया गया है जिसे 18 महीने में बनाकर लोगों के सपुर्द कर दिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि काम में देरी को सरकार किसी भी सूरत में सहन नहीं करेगी, भले ही धन जितना ज़्यादा खर्च हो जाये होने दो मगर काम में लेटलतीफी बरदाश्त नहीं। वहीं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर द्वारा मुख्यमंत्री कार्यालय पर भ्रष्टाचार सम्बन्धी आरोपों पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जबाव देते हुए कहा कि सीबीआई उनके पास पास है यानी केंद्र में, वो चाहें तो वहां से जांच करवा सकते हैं उनके जमाने में भी इस तरह के कई गुमनाम लैटर वायरल होते थे उनकी कितनी जांच हुई है और गुमनाम चिट्ठी पर कोई क्या कर सकता है। मुख्यमंत्री ने कांगड़ा को पर्यटन राजधानी बनाने की राह में चुनोतियों सम्बन्धी सवाल का जबाव देते हुये कहा कि सरकार ने इसके लिये पहले से ही तीन हज़ार करोड़ रुपये का प्रावधान किया है, ऐसे में कांगड़ा पर्यटन का हब बनेगा उसमें किसी तरह से चुनोती का काम नहीं है, यहां हैल्थ, एडवेंचर, वॉटर टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई आयाम हैं और कई बनाये जा रहे हैं। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
धर्मशाला , 24 मई ! मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने धर्मशाला में इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाने के बाद मीडिया से मुख़ातिब होते हुये कहा कि जब उन्होंने अपने जीवन का पहला बजट प्रस्तुत किया था तब विधानसभा में हमने इस बात पर जोर दिया था कि हम 31 मार्च 2026 तक समूचे हिमाचल प्रदेश में चल रहे क़ौमर्सियल वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों में तब्दील करने का प्रयास करेंगे और आज उस दिशा में हम आगे भी बढ़ रहे हैं जिसकी बानगी आज धर्मशाला से समूचा प्रदेश देख भी रहा है।
आज धर्मशाला के बस स्टैंड से जहां 15 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाई है, आगे आने वाले सालों में समूचा बस डिपो इलेक्ट्रिक बसों से ही भरा हुआ मिलेगा, इतना ही नहीं हिमाचल के शिमला और धर्मशाला दो ऐसे स्टेशन हैं जो कि पर्यटन की लिहाज़ से सबसे ज़्यादा महत्वपूर्ण हैं और यहां से इलेक्ट्रिक वाहनों की शुरुआत होगी तो प्रदेश को हरित प्रदेश बनाने में सफलता मिलेगी जो कि सरकार का साल 2026 तक लक्ष्य है।
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सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार का प्रयास है कि प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा इलैक्ट्रिक बसों को चलाने का प्रयास है। उन्होंने कहा हमारा प्रयास है प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाना है, प्रयास है प्रदेश अपने पैरों पर खड़ा हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 40 सालों से ऐसी व्यवस्था चली आ रही है कि प्रदेश को कर्ज के झाल में बांद कर रख दिया है।
आज प्रदेश की जनता पर 98 हजार 840 करोड़ का कर्जा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हालात यह हैं कि दिन-प्रतिदिन का कार्य चलाने के लिए भी कर्जा लेना पड़ रहा है। हमारा प्रयास है कि चार सालों में प्रदेश की अर्थव्यस्था को पटरी पर लाएंगे तथा 10 सालों में प्रदेश को सबसे समृद्ध व अमीर राज्य में स्थापित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि आज जहां हम अपनी वचनवद्धता के मुताबिक इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना कर चुके हैं वहीं धर्मशाला के बस स्टैंड को आधुकनिक बस स्टैंड बनाया जाये इसके लिये भी भूमि पूजन किया गया है जिसे 18 महीने में बनाकर लोगों के सपुर्द कर दिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि काम में देरी को सरकार किसी भी सूरत में सहन नहीं करेगी, भले ही धन जितना ज़्यादा खर्च हो जाये होने दो मगर काम में लेटलतीफी बरदाश्त नहीं।
वहीं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर द्वारा मुख्यमंत्री कार्यालय पर भ्रष्टाचार सम्बन्धी आरोपों पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जबाव देते हुए कहा कि सीबीआई उनके पास पास है यानी केंद्र में, वो चाहें तो वहां से जांच करवा सकते हैं उनके जमाने में भी इस तरह के कई गुमनाम लैटर वायरल होते थे उनकी कितनी जांच हुई है और गुमनाम चिट्ठी पर कोई क्या कर सकता है।
मुख्यमंत्री ने कांगड़ा को पर्यटन राजधानी बनाने की राह में चुनोतियों सम्बन्धी सवाल का जबाव देते हुये कहा कि सरकार ने इसके लिये पहले से ही तीन हज़ार करोड़ रुपये का प्रावधान किया है, ऐसे में कांगड़ा पर्यटन का हब बनेगा उसमें किसी तरह से चुनोती का काम नहीं है, यहां हैल्थ, एडवेंचर, वॉटर टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई आयाम हैं और कई बनाये जा रहे हैं।
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