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ऊना, 20 फरवरी ! उपायुक्त जतिन लाल ने गुरुवार को ऊना में नेहरू युवा केंद्र ऊना तथा केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा आयोजित पांच दिवसीय अंतर्राज्यीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने युवाओं को राष्ट्र निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के प्रति प्रेरित किया। इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के ग्वालियर, मुरेना, विदिशा, रीवा एवं खरगोन जिलों से 25 युवा प्रतिभागी और 2 एस्कॉर्ट शामिल हुए हैं। प्रतिभागियों को हिमाचल प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और विकास मॉडल को नजदीक से समझने का अवसर मिलेगा। उद्घाटन अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम युवाओं को आपसी संवाद, अनुभवों के आदान-प्रदान और सांस्कृतिक समृद्धि को समझने का बेहतरीन अवसर प्रदान करते हैं। विभिन्न राज्यों के युवा जब एक-दूसरे से जुड़ते हैं, तो उनके विचारों का विस्तार होता है और वे राष्ट्र निर्माण में अधिक प्रभावी भूमिका निभा सकते हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर बहुत सी जानकारी और विचार आते हैं जो कभी-कभी भ्रमित करने वाले होते हैं। इसलिए युवा वर्ग जीवन के लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करें ताकि समय रहते उसे हासिल किया जा सके। अपने लक्ष्यों के प्रति प्रतिबद्धता और खुद की दिशा पर ध्यान देना ही सफलता की कुंजी होती है। कार्यक्रम के अंतर्गत व्यक्तित्व विकास सत्र, श्रमदान, स्वच्छता अभियान, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, योग एवं स्वास्थ्य जागरूकता सत्र आयोजित किए जाएंगे। साथ ही, प्रतिभागियों को जिले के प्रमुख स्थलों का भ्रमण कराया जाएगा और माता श्री चिंतपूर्णी के दर्शन करवाए जाएंगे। नेहरू युवा केंद्र के जिला अधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य युवाओं को विभिन्न संस्कृतियों एवं परंपराओं से परिचित कराना है, ताकि वे एकता और समावेशिता के महत्व को समझते हुए राष्ट्र के विकास में अपनी भूमिका को और प्रभावी बना सकें। इस मौके पर एनएसएस की जिला नोडल अधिकारी लिली ठाकुर, आरसेटी की ओर से आकाश दविन्द्र साहू, सहित अन्य उपस्थित रहे।
ऊना, 20 फरवरी ! उपायुक्त जतिन लाल ने गुरुवार को ऊना में नेहरू युवा केंद्र ऊना तथा केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा आयोजित पांच दिवसीय अंतर्राज्यीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने युवाओं को राष्ट्र निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के प्रति प्रेरित किया।
इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के ग्वालियर, मुरेना, विदिशा, रीवा एवं खरगोन जिलों से 25 युवा प्रतिभागी और 2 एस्कॉर्ट शामिल हुए हैं। प्रतिभागियों को हिमाचल प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और विकास मॉडल को नजदीक से समझने का अवसर मिलेगा।
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उद्घाटन अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम युवाओं को आपसी संवाद, अनुभवों के आदान-प्रदान और सांस्कृतिक समृद्धि को समझने का बेहतरीन अवसर प्रदान करते हैं। विभिन्न राज्यों के युवा जब एक-दूसरे से जुड़ते हैं, तो उनके विचारों का विस्तार होता है और वे राष्ट्र निर्माण में अधिक प्रभावी भूमिका निभा सकते हैं।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर बहुत सी जानकारी और विचार आते हैं जो कभी-कभी भ्रमित करने वाले होते हैं। इसलिए युवा वर्ग जीवन के लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करें ताकि समय रहते उसे हासिल किया जा सके। अपने लक्ष्यों के प्रति प्रतिबद्धता और खुद की दिशा पर ध्यान देना ही सफलता की कुंजी होती है।
कार्यक्रम के अंतर्गत व्यक्तित्व विकास सत्र, श्रमदान, स्वच्छता अभियान, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, योग एवं स्वास्थ्य जागरूकता सत्र आयोजित किए जाएंगे। साथ ही, प्रतिभागियों को जिले के प्रमुख स्थलों का भ्रमण कराया जाएगा और माता श्री चिंतपूर्णी के दर्शन करवाए जाएंगे।
नेहरू युवा केंद्र के जिला अधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य युवाओं को विभिन्न संस्कृतियों एवं परंपराओं से परिचित कराना है, ताकि वे एकता और समावेशिता के महत्व को समझते हुए राष्ट्र के विकास में अपनी भूमिका को और प्रभावी बना सकें।
इस मौके पर एनएसएस की जिला नोडल अधिकारी लिली ठाकुर, आरसेटी की ओर से आकाश दविन्द्र साहू, सहित अन्य उपस्थित रहे।
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