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मंडी , 21 अप्रैल [ विशाल सूद ] !हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार आज हर मोर्चे पर विफल हो चुकी है। अपनी इस नाकामी से जनता का ध्यान भटकाने के लिए अब यह सरकार केंद्र सरकार और भाजपा नेताओं पर निराधार, झूठे और भ्रामक आरोप लगाने में लगी है। लेकिन अब प्रदेश की जनता कांग्रेस के झूठ को पहचान चुकी है।भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राकेश जमवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और उनके मंत्री राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा के हर दौरे के बाद केंद्र सरकार को घेरने की असफल कोशिश करते हैं, जबकि सच्चाई यह है कि भाजपा अध्यक्ष नड्डा हिमाचल के सपूत है और इसका लाभ हिमाचल को मिल रहा है। उनके द्वारा समय- समय पर हिमाचल के विकास के लिए अलग -अलग परियोजनाएं हिमाचल को मिली है वे हिमाचल के लिए दिन-रात संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने उपमुख्यमंत्री द्वारा लगाए गए झूठे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए स्पष्ट किया है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा का दौरा पूरी तरह जनकल्याण और विकास की दृष्टि से था। जहां तक आपदा राहत का सवाल है, केंद्र सरकार ने तुरंत एनडीआरएफ की टीमें भेजीं, और केंद्र से मिली हर सहायता का लेखा-जोखा राज्य सरकार के पास मौजूद है। लेकिन कांग्रेस सरकार ने समन्वय और काम करने की बजाय सारा समय बयानबाज़ी में बर्बाद कर दिया। मेडिकल डिवाइस पार्क, बल्क ड्रग पार्क, रेलवे लाइन और सड़क परियोजनाएं – ये सब केंद्र सरकार की देन हैं। मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए ₹100 करोड़ की केंद्रीय सहायता स्वीकृत हुई, ₹25 करोड़ की पहली किश्त जारी भी हुई, लेकिन कांग्रेस सरकार ने शर्मनाक तरीके से वह राशि यह कहकर लौटा दी कि वे योजना नहीं बना सकते। अब यह सरकार कह रही है कि ज़मीन सस्ते में उद्योगपतियों को देनी पड़ती, लेकिन अगर शर्तों पर आपत्ति थी तो पहले क्यों नहीं बताया? और अब जब यह योजना राज्य खुद करेगा, तो उसका डीपीआर कहां है फंडिंग और टेंडर की प्रक्रिया कहां है। राकेश जमवाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार को यह तक नहीं पता कि हुए जीएसटी कानून केंद्र और राज्य दोनों की भागीदारी से चलता है। मेडिकल डिवाइस पार्क से मिलने वाला रोज़गार, निवेश और सहयोगी उद्योग हिमाचल की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देता, लेकिन कांग्रेस सिर्फ झूठ और भ्रम फैलाने में लगी है। और जहां तक बिजली की सब्सिडी की बात है, कांग्रेस सरकार आज तक मुफ्त बिजली देने के झूठे वादे कर रही है, मगर जब उद्योगों को राहत देने की बारी आती है, तब यह सरकार पीछे हट जाती है – यही दोगली नीति इस सरकार की पहचान बन चुकी है। 31 मार्च को हिमाचल प्रदेश की ट्रेजरी बंद रहना इस बात का सबसे बड़ा सबूत है कि प्रदेश आर्थिक दिवालियेपन की स्थिति में पहुंच चुका है। सरकारी खजाना खाली है, वेतन देने की स्थिति नहीं, योजनाएं अधर में लटकी हैं और कांग्रेस सरकार सिर्फ झूठे दोषारोपणों में व्यस्त है। केंद्र सरकार की हर योजना को कांग्रेस सरकार या तो धीमा कर रही है या रोकने की कोशिश कर रही है – बल्क ड्रग पार्क हो, रेलवे प्रोजेक्ट हो या अन्य बुनियादी ढांचे की योजनाएं। राज्य सरकार अपने हिस्से की जिम्मेदारी निभाने को तैयार नहीं और फिर केंद्र पर दोष मढ़ देती है। यह कांग्रेस की राजनीतिक कायरता और अक्षमता का प्रमाण है। राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा वर्षों से हिमाचल के लिए समर्पित हैं। उनके प्रयासों से एम्स, मेडिकल कॉलेज, हाइड्रो प्रोजेक्ट्स, नेशनल हाईवे और दर्जनों योजनाएं हिमाचल को मिली हैं। उन पर राजनीति करने वाले मंत्रियों को पहले अपने विभागों की हकीकत देखनी चाहिए।प्रदेश में प्रशासन नाम की कोई व्यवस्था नहीं रह गई है। मुख्यमंत्री खुद स्वीकार कर चुके हैं कि योजनाएं ज़मीन के अभाव में अटकी हैं। यह सरकार की शून्य नियोजन क्षमता, भ्रांतिपूर्ण प्राथमिकताएं और विकास के प्रति उदासीनता को दर्शाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने हिमाचल को अब तक का सबसे बड़ा वित्तीय सहयोग दिया है – ₹11,806 करोड़ का बजट, जिसमें ₹8,915 करोड़ की राशि पहले ही जारी हो चुकी है। केंद्र सरकार की भागीदारी सड़क, पुल, रेल, हाईड्रो प्रोजेक्ट्स और एम्स जैसी परियोजनाओं में प्रत्यक्ष रूप से है।कांग्रेस सरकार ने "नेशनल हेराल्ड" जैसे बंद पड़े अखबारों को करोड़ों रुपये के विज्ञापन देकर जनता के पैसों का खुला दुरुपयोग किया है। यह भ्रष्टाचार का ज्वलंत उदाहरण है। भारतीय जनता पार्टी जनता से अपील करती है कि इस झूठ और भ्रम की राजनीति से सावधान रहें और आगामी विधानसभा चुनावों में सच्चाई और विकास के साथ खड़े होकर कांग्रेस सरकार को उनके हर झूठ का करारा जवाब दें।
मंडी , 21 अप्रैल [ विशाल सूद ] !हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार आज हर मोर्चे पर विफल हो चुकी है। अपनी इस नाकामी से जनता का ध्यान भटकाने के लिए अब यह सरकार केंद्र सरकार और भाजपा नेताओं पर निराधार, झूठे और भ्रामक आरोप लगाने में लगी है। लेकिन अब प्रदेश की जनता कांग्रेस के झूठ को पहचान चुकी है।भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राकेश जमवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और उनके मंत्री राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा के हर दौरे के बाद केंद्र सरकार को घेरने की असफल कोशिश करते हैं, जबकि सच्चाई यह है कि भाजपा अध्यक्ष नड्डा हिमाचल के सपूत है और इसका लाभ हिमाचल को मिल रहा है। उनके द्वारा समय- समय पर हिमाचल के विकास के लिए अलग -अलग परियोजनाएं हिमाचल को मिली है वे हिमाचल के लिए दिन-रात संघर्ष कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने उपमुख्यमंत्री द्वारा लगाए गए झूठे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए स्पष्ट किया है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा का दौरा पूरी तरह जनकल्याण और विकास की दृष्टि से था। जहां तक आपदा राहत का सवाल है, केंद्र सरकार ने तुरंत एनडीआरएफ की टीमें भेजीं, और केंद्र से मिली हर सहायता का लेखा-जोखा राज्य सरकार के पास मौजूद है। लेकिन कांग्रेस सरकार ने समन्वय और काम करने की बजाय सारा समय बयानबाज़ी में बर्बाद कर दिया।
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मेडिकल डिवाइस पार्क, बल्क ड्रग पार्क, रेलवे लाइन और सड़क परियोजनाएं – ये सब केंद्र सरकार की देन हैं। मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए ₹100 करोड़ की केंद्रीय सहायता स्वीकृत हुई, ₹25 करोड़ की पहली किश्त जारी भी हुई, लेकिन कांग्रेस सरकार ने शर्मनाक तरीके से वह राशि यह कहकर लौटा दी कि वे योजना नहीं बना सकते। अब यह सरकार कह रही है कि ज़मीन सस्ते में उद्योगपतियों को देनी पड़ती, लेकिन अगर शर्तों पर आपत्ति थी तो पहले क्यों नहीं बताया? और अब जब यह योजना राज्य खुद करेगा, तो उसका डीपीआर कहां है फंडिंग और टेंडर की प्रक्रिया कहां है।
राकेश जमवाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार को यह तक नहीं पता कि हुए जीएसटी कानून केंद्र और राज्य दोनों की भागीदारी से चलता है। मेडिकल डिवाइस पार्क से मिलने वाला रोज़गार, निवेश और सहयोगी उद्योग हिमाचल की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देता, लेकिन कांग्रेस सिर्फ झूठ और भ्रम फैलाने में लगी है। और जहां तक बिजली की सब्सिडी की बात है, कांग्रेस सरकार आज तक मुफ्त बिजली देने के झूठे वादे कर रही है, मगर जब उद्योगों को राहत देने की बारी आती है, तब यह सरकार पीछे हट जाती है – यही दोगली नीति इस सरकार की पहचान बन चुकी है।
31 मार्च को हिमाचल प्रदेश की ट्रेजरी बंद रहना इस बात का सबसे बड़ा सबूत है कि प्रदेश आर्थिक दिवालियेपन की स्थिति में पहुंच चुका है। सरकारी खजाना खाली है, वेतन देने की स्थिति नहीं, योजनाएं अधर में लटकी हैं और कांग्रेस सरकार सिर्फ झूठे दोषारोपणों में व्यस्त है। केंद्र सरकार की हर योजना को कांग्रेस सरकार या तो धीमा कर रही है या रोकने की कोशिश कर रही है – बल्क ड्रग पार्क हो, रेलवे प्रोजेक्ट हो या अन्य बुनियादी ढांचे की योजनाएं। राज्य सरकार अपने हिस्से की जिम्मेदारी निभाने को तैयार नहीं और फिर केंद्र पर दोष मढ़ देती है। यह कांग्रेस की राजनीतिक कायरता और अक्षमता का प्रमाण है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा वर्षों से हिमाचल के लिए समर्पित हैं। उनके प्रयासों से एम्स, मेडिकल कॉलेज, हाइड्रो प्रोजेक्ट्स, नेशनल हाईवे और दर्जनों योजनाएं हिमाचल को मिली हैं। उन पर राजनीति करने वाले मंत्रियों को पहले अपने विभागों की हकीकत देखनी चाहिए।प्रदेश में प्रशासन नाम की कोई व्यवस्था नहीं रह गई है। मुख्यमंत्री खुद स्वीकार कर चुके हैं कि योजनाएं ज़मीन के अभाव में अटकी हैं। यह सरकार की शून्य नियोजन क्षमता, भ्रांतिपूर्ण प्राथमिकताएं और विकास के प्रति उदासीनता को दर्शाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने हिमाचल को अब तक का सबसे बड़ा वित्तीय सहयोग दिया है – ₹11,806 करोड़ का बजट, जिसमें ₹8,915 करोड़ की राशि पहले ही जारी हो चुकी है। केंद्र सरकार की भागीदारी सड़क, पुल, रेल, हाईड्रो प्रोजेक्ट्स और एम्स जैसी परियोजनाओं में प्रत्यक्ष रूप से है।कांग्रेस सरकार ने "नेशनल हेराल्ड" जैसे बंद पड़े अखबारों को करोड़ों रुपये के विज्ञापन देकर जनता के पैसों का खुला दुरुपयोग किया है। यह भ्रष्टाचार का ज्वलंत उदाहरण है।
भारतीय जनता पार्टी जनता से अपील करती है कि इस झूठ और भ्रम की राजनीति से सावधान रहें और आगामी विधानसभा चुनावों में सच्चाई और विकास के साथ खड़े होकर कांग्रेस सरकार को उनके हर झूठ का करारा जवाब दें।
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