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शिमला ! उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप की अध्यक्षता में आज यहां मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के अंतर्गत अनाथ बच्चों को कोचिंग सुविधा उपलब्ध करवाने के सम्बन्ध में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में शिमला शहर के नामी कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। उपायुक्त ने कहा कि प्रदेश सरकार ने प्रदेश के सभी अनाथ बच्चों को चिल्ड्रन ऑफ़ द स्टेट का दर्जा दिया है। इन सभी बच्चों की देख रेख एवं पढ़ाई का सारा खर्चा सरकार व्यय करेगी। उन्होंने कहा कि योजना के तहत ही अनाथ बच्चों के लिए कोचिंग सुविधा उपलब्ध करवाने का भी प्रावधान किया गया है। इसी दृष्टि से आज इन बच्चों को कोचिंग उपलब्ध करवाने के लिए कोचिंग संस्थानों के साथ बैठक का आयोजन किया गया है। अनुपम कश्यप ने कहा कि सरकार के आदेश अनुसार प्रत्येक जिला में कोचिंग सेंटर की सूची तैयार की जानी है, जिसके बाद पात्र बच्चों को इन संस्थानों में कोचिंग उपलब्ध करवाई जाएगी। विस्तृत विचार-विमर्श के उपरांत उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग को निर्देश दिए की इस सन्दर्भ में एक विस्तृत मानक संचालन प्रक्रिया बनायी जाये ताकि पात्र बच्चों को इसका लाभ मिल सके। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त अभिषेक वर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग ममता पॉल, कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधि एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
शिमला ! उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप की अध्यक्षता में आज यहां मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के अंतर्गत अनाथ बच्चों को कोचिंग सुविधा उपलब्ध करवाने के सम्बन्ध में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में शिमला शहर के नामी कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
उपायुक्त ने कहा कि प्रदेश सरकार ने प्रदेश के सभी अनाथ बच्चों को चिल्ड्रन ऑफ़ द स्टेट का दर्जा दिया है। इन सभी बच्चों की देख रेख एवं पढ़ाई का सारा खर्चा सरकार व्यय करेगी। उन्होंने कहा कि योजना के तहत ही अनाथ बच्चों के लिए कोचिंग सुविधा उपलब्ध करवाने का भी प्रावधान किया गया है। इसी दृष्टि से आज इन बच्चों को कोचिंग उपलब्ध करवाने के लिए कोचिंग संस्थानों के साथ बैठक का आयोजन किया गया है।
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अनुपम कश्यप ने कहा कि सरकार के आदेश अनुसार प्रत्येक जिला में कोचिंग सेंटर की सूची तैयार की जानी है, जिसके बाद पात्र बच्चों को इन संस्थानों में कोचिंग उपलब्ध करवाई जाएगी। विस्तृत विचार-विमर्श के उपरांत उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग को निर्देश दिए की इस सन्दर्भ में एक विस्तृत मानक संचालन प्रक्रिया बनायी जाये ताकि पात्र बच्चों को इसका लाभ मिल सके।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त अभिषेक वर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग ममता पॉल, कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधि एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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