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चम्बा , 24 मई [ शिवानी ] ! बीते कल एनएच 154 ए पर एक अज्ञात वाहन की चपेट में आने से कक्कड़ घोरल गंभीर रूप से घायल हो गया। तथा उसकी जख्मी हालत को देखते हुए राहगीरों ने तुरंत उपमंडल डलहौजी के वन अधिकारियों को फोन कर इस बारे में सूचित किया तथा उन्होंने तुरंत कार्रवाई करते हुए वनरक्षक द्रडा की अगुवाई में बचाव दल को मौके पर भेजा जहां वनरक्षक ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत नजदीकी पशु अस्पताल पहुंचाया जहां तुरंत उपचार देकर एक दिन के लिए सुरक्षित देखरेख में रखा जहां उसकी हालत स्थिर हो जाने के उपरांत उसे तुरंत जंगल में छोड़ दिया गया। इस सारे मामले की पुष्टि वन मंडल डलहौजी के क्षेत्र वन अधिकारी राहुल ठाकुर द्वारा की गई है। उन्होंने बताया कि वन्य प्राणियों को लेकर वन विभाग हमेशा मुस्तैद रहा है समय रहते वन विभाग को मोबाइल फोन के माध्यम से सूचना मिल गई और मामले की गंभीरता को समझते हुए वन विभाग ने बचाव कार्य शुरू किया और नतीजा उसे उचित दवा दारू देने के उपरांत वन में छोड़ दिया गया। साथ ही उन्होंने लोगों से अपील भी की वन्य प्राणियों की रक्षा हेतु वन विभाग की मदद करें ताकि इन वन प्राणियों की रक्षा हो सके वन विभाग हमेशा वनों एवं वन्य प्राणियों को लेकर 24 घंटे सातों दिन सेवा में तत्पर है।
चम्बा , 24 मई [ शिवानी ] ! बीते कल एनएच 154 ए पर एक अज्ञात वाहन की चपेट में आने से कक्कड़ घोरल गंभीर रूप से घायल हो गया। तथा उसकी जख्मी हालत को देखते हुए राहगीरों ने तुरंत उपमंडल डलहौजी के वन अधिकारियों को फोन कर इस बारे में सूचित किया तथा उन्होंने तुरंत कार्रवाई करते हुए वनरक्षक द्रडा की अगुवाई में बचाव दल को मौके पर भेजा जहां वनरक्षक ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत नजदीकी पशु अस्पताल पहुंचाया जहां तुरंत उपचार देकर एक दिन के लिए सुरक्षित देखरेख में रखा जहां उसकी हालत स्थिर हो जाने के उपरांत उसे तुरंत जंगल में छोड़ दिया गया। इस सारे मामले की पुष्टि वन मंडल डलहौजी के क्षेत्र वन अधिकारी राहुल ठाकुर द्वारा की गई है।
उन्होंने बताया कि वन्य प्राणियों को लेकर वन विभाग हमेशा मुस्तैद रहा है समय रहते वन विभाग को मोबाइल फोन के माध्यम से सूचना मिल गई और मामले की गंभीरता को समझते हुए वन विभाग ने बचाव कार्य शुरू किया और नतीजा उसे उचित दवा दारू देने के उपरांत वन में छोड़ दिया गया। साथ ही उन्होंने लोगों से अपील भी की वन्य प्राणियों की रक्षा हेतु वन विभाग की मदद करें ताकि इन वन प्राणियों की रक्षा हो सके वन विभाग हमेशा वनों एवं वन्य प्राणियों को लेकर 24 घंटे सातों दिन सेवा में तत्पर है।
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