- विज्ञापन (Article Top Ad) -
चम्बा , 02 अक्टूबर [ शिवानी ] ! महात्मा गांधी की 155वीं जयंती के उपलक्ष्य में 2 अक्टूबर 2024 को ग्राम पंचायत सराहन, करियां, हरिपुर, राजपुरा और कियानी में विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया गया, जिसमें वरिष्ठ नागरिकों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया और उनका सम्मान किया गया। ‘सक्षम पंचायत, विकसित भारत’ की थीम पर केंद्रित ग्राम सभा ने गांव को मजबूत और विकसित बनाने के लिए वरिष्ठ नागरिकों के अनुभवों और विचारों को प्राथमिकता दी। इस अवसर पर गांव के बुजुर्गों ने गांव के विभिन्न हिस्सों में पौधे लगाए। इस वृक्षारोपण का मुख्य उद्देश्य यह संदेश देना था कि हरियाली वाले गांव तेजी से प्रगति और समृद्धि देखेंगे। वरिष्ठ नागरिकों ने इस बात पर जोर दिया, ‘जहां हर पंचायत में पेड़ होंगे, तभी गांव समृद्ध होगा।’ ग्राम सभा में पिरामल फाउंडेशन (एस्पिरेशनल भारत कोलैबोरेटिव) के वरिष्ट कार्यक्रम प्रबंधन नरेंद्र जोशी, कार्यक्रम लीड विपन कुमार गांधी फेलो आकाश, अमृता और मृत्युंजय कुमार और संगठन के अन्य पदाधिकारी शामिल हुए, जो विकासात्मक गतिविधियों के लिए प्रधानों के साथ मिलकर 500 से अधिक ग्राम पंचायतों के साथ काम कर रहे हैं। ग्राम पंचायत सराहन के प्रधान श्री पवन, करियां पंचायत प्रधान श्री दीपक, हरिपुर पंचायत प्रधान श्रीमती पूजा, राजपुरा पंचायत प्रधान श्रीमती उर्मिला व कियानी पंचायत प्रधान श्रीमती सरिता ने अपनी-अपनी पंचायतों के वरिष्ठ नागरिकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला और कहा, “गांव के बुजुर्ग हमारे समाज की विरासत हैं। उनके अनुभव हमें भविष्य की योजनाओं को सही दिशा में ले जाने में मार्गदर्शन कर सकते हैं। उनकी अंतर्दृष्टि गांव की विकास योजनाओं को एक नया दृष्टिकोण प्रदान करेगी।” ग्राम सभा के दौरान, वरिष्ठ नागरिकों के साथ उनके जीवन के अनुभवों और पिछले कुछ वर्षों में गांव में आए बदलावों के बारे में विस्तृत चर्चा हुई। एक बुजुर्ग श्री अमर सिंह ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, “मैंने अपने पूरे जीवन में गांव में कई बदलाव देखे हैं। पहले सड़कें नहीं थीं, लेकिन अब हर घर में पक्की सड़कें हैं। बिजली कभी दूर का सपना थी, लेकिन अब हर घर में रोशनी है। इन बदलावों में पंचायत की अहम भूमिका रही है, लेकिन अभी और बेहतर करने की जरूरत है। युवा पीढ़ी को आगे आकर इस विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाना चाहिए। प्रधान सरिता ने कहा कि बुजुर्गों की कहानियां और अनुभव गांव के युवाओं को प्रेरित करेंगे और उनके योगदान से गांव की प्रगति को और मजबूती मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि बुजुर्गों से मिले सुझावों के आधार पर ग्राम पंचायत विकास योजना को और प्रभावी बनाया जाएगा। ग्राम सभा का मुख्य उद्देश्य गांव के विकास को नई दिशा देना और पंचायत को और सक्षम बनाना था। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में योगदान देने के लिए गांव के सभी नागरिकों को आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम के दौरान कई सम्मानित बुजुर्गों ने अपने अनुभव साझा किए। जिसमे अमर सिंह, मोती राम, जर्म सिंह, योगेंद्र, नाजिया, दिलीप, शेर मुहम्मद, बिल्लो, हेम सिंह, कृपाल, देव राज आदि ने अपने बचपन की यादों को ताजा करते हुए कहा, “मेरे बचपन के समय गांव की स्थिति बहुत अलग थी। न तो पक्की सड़कें थीं और न ही पानी की उचित व्यवस्था थी। लेकिन आज गांव की स्थिति पूरी तरह बदल गई है। मुझे खुशी है कि हमारी पीढ़ी के योगदान को आज के युवा आगे बढ़ा रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि आने वाले सालों में हमारा गांव और भी विकसित होगा।पूरे कार्यक्रम का उद्देश्य गांव के बुजुर्गों के बहुमूल्य ज्ञान और सुझावों को इकट्ठा करना और उन्हें पंचायत की विकास योजनाओं में एकीकृत करना था।
चम्बा , 02 अक्टूबर [ शिवानी ] ! महात्मा गांधी की 155वीं जयंती के उपलक्ष्य में 2 अक्टूबर 2024 को ग्राम पंचायत सराहन, करियां, हरिपुर, राजपुरा और कियानी में विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया गया, जिसमें वरिष्ठ नागरिकों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया और उनका सम्मान किया गया।
‘सक्षम पंचायत, विकसित भारत’ की थीम पर केंद्रित ग्राम सभा ने गांव को मजबूत और विकसित बनाने के लिए वरिष्ठ नागरिकों के अनुभवों और विचारों को प्राथमिकता दी। इस अवसर पर गांव के बुजुर्गों ने गांव के विभिन्न हिस्सों में पौधे लगाए। इस वृक्षारोपण का मुख्य उद्देश्य यह संदेश देना था कि हरियाली वाले गांव तेजी से प्रगति और समृद्धि देखेंगे। वरिष्ठ नागरिकों ने इस बात पर जोर दिया, ‘जहां हर पंचायत में पेड़ होंगे, तभी गांव समृद्ध होगा।’
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
ग्राम सभा में पिरामल फाउंडेशन (एस्पिरेशनल भारत कोलैबोरेटिव) के वरिष्ट कार्यक्रम प्रबंधन नरेंद्र जोशी, कार्यक्रम लीड विपन कुमार गांधी फेलो आकाश, अमृता और मृत्युंजय कुमार और संगठन के अन्य पदाधिकारी शामिल हुए, जो विकासात्मक गतिविधियों के लिए प्रधानों के साथ मिलकर 500 से अधिक ग्राम पंचायतों के साथ काम कर रहे हैं।
ग्राम पंचायत सराहन के प्रधान श्री पवन, करियां पंचायत प्रधान श्री दीपक, हरिपुर पंचायत प्रधान श्रीमती पूजा, राजपुरा पंचायत प्रधान श्रीमती उर्मिला व कियानी पंचायत प्रधान श्रीमती सरिता ने अपनी-अपनी पंचायतों के वरिष्ठ नागरिकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला और कहा, “गांव के बुजुर्ग हमारे समाज की विरासत हैं। उनके अनुभव हमें भविष्य की योजनाओं को सही दिशा में ले जाने में मार्गदर्शन कर सकते हैं। उनकी अंतर्दृष्टि गांव की विकास योजनाओं को एक नया दृष्टिकोण प्रदान करेगी।”
ग्राम सभा के दौरान, वरिष्ठ नागरिकों के साथ उनके जीवन के अनुभवों और पिछले कुछ वर्षों में गांव में आए बदलावों के बारे में विस्तृत चर्चा हुई। एक बुजुर्ग श्री अमर सिंह ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, “मैंने अपने पूरे जीवन में गांव में कई बदलाव देखे हैं। पहले सड़कें नहीं थीं, लेकिन अब हर घर में पक्की सड़कें हैं। बिजली कभी दूर का सपना थी, लेकिन अब हर घर में रोशनी है। इन बदलावों में पंचायत की अहम भूमिका रही है, लेकिन अभी और बेहतर करने की जरूरत है।
युवा पीढ़ी को आगे आकर इस विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाना चाहिए। प्रधान सरिता ने कहा कि बुजुर्गों की कहानियां और अनुभव गांव के युवाओं को प्रेरित करेंगे और उनके योगदान से गांव की प्रगति को और मजबूती मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि बुजुर्गों से मिले सुझावों के आधार पर ग्राम पंचायत विकास योजना को और प्रभावी बनाया जाएगा।
ग्राम सभा का मुख्य उद्देश्य गांव के विकास को नई दिशा देना और पंचायत को और सक्षम बनाना था। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में योगदान देने के लिए गांव के सभी नागरिकों को आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम के दौरान कई सम्मानित बुजुर्गों ने अपने अनुभव साझा किए। जिसमे अमर सिंह, मोती राम, जर्म सिंह, योगेंद्र, नाजिया, दिलीप, शेर मुहम्मद, बिल्लो, हेम सिंह, कृपाल, देव राज आदि ने अपने बचपन की यादों को ताजा करते हुए कहा, “मेरे बचपन के समय गांव की स्थिति बहुत अलग थी। न तो पक्की सड़कें थीं और न ही पानी की उचित व्यवस्था थी। लेकिन आज गांव की स्थिति पूरी तरह बदल गई है।
मुझे खुशी है कि हमारी पीढ़ी के योगदान को आज के युवा आगे बढ़ा रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि आने वाले सालों में हमारा गांव और भी विकसित होगा।पूरे कार्यक्रम का उद्देश्य गांव के बुजुर्गों के बहुमूल्य ज्ञान और सुझावों को इकट्ठा करना और उन्हें पंचायत की विकास योजनाओं में एकीकृत करना था।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -