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चम्बा , 25 जून [ शिवानी ] ! जिला स्तरीय आषाढ़ नाग जात्तर मेले का अब समापन हो चुका है इस जात्तर मेले के अंतर्गत 4 सांस्कृतिक संध्याएं करवाई गई। जिस दौरान जिला चम्बा और अन्य जिलों के कलाकारों ने इसमें भाग लिया। हर एक कार्यक्रम बहुत ही अद्भुत और शानदार रहा। इसी कड़ी में आषाढ़ नाग जात्तर मेले की अंतिम सांस्कृतिक संध्या में भी कई कलाकारों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाकर अपनी कला का प्रदर्शन किया। आषाढ़ नाग मेला जात्तर मेले की अंतिम सांस्कृतिक संध्या के एस प्रेमी व इशांत भारद्वाज के नाम रही। इन दोनों ही कलाकारों ने अपने गीतों की ऐसी झड़ी लगाई की पांडाल में बैठे सभी लोग झूमते और नाचते दिखे। अंतिम सांस्कृतिक संध्या में मुख्यातिथि के रूप में कृषि एवं पशु पालन मंत्री चंद्र कुमार उपस्थित रहे उनके साथ पूर्व विधायक एवं पूर्व शिक्षा मंत्री आशा कुमारी भी उपस्थित रही। मेला कमेटी अध्यक्ष अनिल भारद्वाज ने मुख्यातिथि को शॉल टोपी व चम्बा रूमाल देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी कमल ठाकुर, अध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अमित शर्मा, तहसीलदार रमेश चौहान, डीएसपी हेमंत ठाकुर, जिला भाषा अधिकारी तुकेश शर्मा उपस्थित रहे। सर्व प्रथम मेले का आगाज हर दिन की भांति मुसादा गायन से किया गया। इसके पश्चात मीरा भरमौरी ने अपने लाजवाब गीत पेश किए। मीरा भरमौरी के पश्चात गुलशन पाल चम्बा ने अपनी मधुर आवाज का जादू बिखेरा। उसके बाद पंकज शर्मा ने एक से बढ़ कर एक नॉन स्टॉप गीत गाकर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। वहीं सांस्कृतिक संध्या के मुख्य हिमाचली लोक गायक के एस प्रेमी ने तो एक के बाद एक पहाड़ी गीतों की लड़ियां पेश की उन्होंने गणेश वंदना से अपने कार्यक्रम की शुरुआत की फिर भोले नाथ का भजन आ सामिया, ठंडी ठंडी हवा चलदी, कजो नैन मिलाए ओ दिला मेरेआ, काला घघरा, भेड़ा तेरिया, चिटा तेरा चोला, गोरा गोरा रंग इत्यादि गीतों से लोगों को नाचने पर मजबूर कर दिया। इसके पश्चात इशांत भारद्वाज ने लगियां चढ़ाया शिवा रे कैलाशा जो, निक्की जिनी गोजरी, पंडतुआ आदि नॉन स्टॉप नाटियों से दर्शकों को झुमाया। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
चम्बा , 25 जून [ शिवानी ] ! जिला स्तरीय आषाढ़ नाग जात्तर मेले का अब समापन हो चुका है इस जात्तर मेले के अंतर्गत 4 सांस्कृतिक संध्याएं करवाई गई। जिस दौरान जिला चम्बा और अन्य जिलों के कलाकारों ने इसमें भाग लिया। हर एक कार्यक्रम बहुत ही अद्भुत और शानदार रहा। इसी कड़ी में आषाढ़ नाग जात्तर मेले की अंतिम सांस्कृतिक संध्या में भी कई कलाकारों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाकर अपनी कला का प्रदर्शन किया। आषाढ़ नाग मेला जात्तर मेले की अंतिम सांस्कृतिक संध्या के एस प्रेमी व इशांत भारद्वाज के नाम रही। इन दोनों ही कलाकारों ने अपने गीतों की ऐसी झड़ी लगाई की पांडाल में बैठे सभी लोग झूमते और नाचते दिखे।
अंतिम सांस्कृतिक संध्या में मुख्यातिथि के रूप में कृषि एवं पशु पालन मंत्री चंद्र कुमार उपस्थित रहे उनके साथ पूर्व विधायक एवं पूर्व शिक्षा मंत्री आशा कुमारी भी उपस्थित रही।
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मेला कमेटी अध्यक्ष अनिल भारद्वाज ने मुख्यातिथि को शॉल टोपी व चम्बा रूमाल देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी कमल ठाकुर, अध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अमित शर्मा, तहसीलदार रमेश चौहान, डीएसपी हेमंत ठाकुर, जिला भाषा अधिकारी तुकेश शर्मा उपस्थित रहे।
सर्व प्रथम मेले का आगाज हर दिन की भांति मुसादा गायन से किया गया। इसके पश्चात मीरा भरमौरी ने अपने लाजवाब गीत पेश किए। मीरा भरमौरी के पश्चात गुलशन पाल चम्बा ने अपनी मधुर आवाज का जादू बिखेरा। उसके बाद पंकज शर्मा ने एक से बढ़ कर एक नॉन स्टॉप गीत गाकर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
वहीं सांस्कृतिक संध्या के मुख्य हिमाचली लोक गायक के एस प्रेमी ने तो एक के बाद एक पहाड़ी गीतों की लड़ियां पेश की उन्होंने गणेश वंदना से अपने कार्यक्रम की शुरुआत की फिर भोले नाथ का भजन आ सामिया, ठंडी ठंडी हवा चलदी, कजो नैन मिलाए ओ दिला मेरेआ, काला घघरा, भेड़ा तेरिया, चिटा तेरा चोला, गोरा गोरा रंग इत्यादि गीतों से लोगों को नाचने पर मजबूर कर दिया।
इसके पश्चात इशांत भारद्वाज ने लगियां चढ़ाया शिवा रे कैलाशा जो, निक्की जिनी गोजरी, पंडतुआ आदि नॉन स्टॉप नाटियों से दर्शकों को झुमाया।
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