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चम्बा , 05 सितंबर [ शिवानी ] ! द हंस फाउंडेशन द्वारा स्वास्थ्य ब्लाक तीसा के थाडल गांव में 50 लोगों की निशुल्क स्वास्थ्य जाँच की गई और साथ में पोषण पर जागरूक किया गया। इस शिविर में लाभार्थीयों के लैब टेस्ट जैसे की शुगर, कोलेस्ट्रॉल, खून की जाँच इत्यादि किये गये। जागरूकता शिविर में द हंस फाउंडेशन टीम से सामाजिक सुरक्षा अधिकारी लीशा शर्मा, चिकित्सक स्पर्श सहदेव, फार्मासिस्ट महेंद्र, लैब टेकनीशियन शांति व पायलट यमन मौजूद रहे। चिकित्सक ने लोगों को पोषण के बारे में जागरूक किया कि हमें जीवित रहने के लिए पोषण की आवश्यकता होती है; पोषक तत्व हमें यह प्रदान करते हैं। पोषण भोजन, पानी और शरीर द्वारा ग्रहण किए जाने वाले अन्य पदार्थों में मौजूद पोषक तत्वों से आता है। यह कार्य को बनाए रखता है, विकास की अनुमति देता है, और अच्छे स्वास्थ्य में सहायता करता मैडीकल ऑफिसर डा. स्पर्श सहदेव ने यह भी बताया कि शरीर में खून की कमी होने की कई प्रकार की विमारियां हो सकती हैं, जिनमें से एक है आयरन की कमी: संतुलित आहार लें, अपने आहार में फल, सब्जियां, साबुत अनाज, दालें और प्रोटीन शामिल करें। पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं। दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना आवश्यक है। जंक फूड से बचें। जंक फूड में अधिक चीनी और वसा होती है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। नियमित व्यायाम करें। व्यायाम से शरीर स्वस्थ रहता है और बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। पोषक तत्वों की जानकारी रखें। विभिन्न खाद्य पदार्थों में पाए जाने वाले पोषक तत्वों के बारे में जानें और अपने आहार में उन्हें शामिल करें। सामाजिक सुरक्षा अधिकारी लीशा शर्मा ने लोगों को इस बात से भी अवगत करवाया कि 1 से 30 सितंबर तक चलने वाले राष्ट्रीय पोषण माह 2024 में हम अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें और अपने ब्लाक में आयोजित हो रहे कार्यक्रमों में सक्रिय होकर स्वस्थ, समृद्ध व विकसित भारत के निर्माण में सहभागी बनें।
चम्बा , 05 सितंबर [ शिवानी ] ! द हंस फाउंडेशन द्वारा स्वास्थ्य ब्लाक तीसा के थाडल गांव में 50 लोगों की निशुल्क स्वास्थ्य जाँच की गई और साथ में पोषण पर जागरूक किया गया। इस शिविर में लाभार्थीयों के लैब टेस्ट जैसे की शुगर, कोलेस्ट्रॉल, खून की जाँच इत्यादि किये गये।
जागरूकता शिविर में द हंस फाउंडेशन टीम से सामाजिक सुरक्षा अधिकारी लीशा शर्मा, चिकित्सक स्पर्श सहदेव, फार्मासिस्ट महेंद्र, लैब टेकनीशियन शांति व पायलट यमन मौजूद रहे। चिकित्सक ने लोगों को पोषण के बारे में जागरूक किया कि हमें जीवित रहने के लिए पोषण की आवश्यकता होती है; पोषक तत्व हमें यह प्रदान करते हैं।
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पोषण भोजन, पानी और शरीर द्वारा ग्रहण किए जाने वाले अन्य पदार्थों में मौजूद पोषक तत्वों से आता है। यह कार्य को बनाए रखता है, विकास की अनुमति देता है, और अच्छे स्वास्थ्य में सहायता करता मैडीकल ऑफिसर डा. स्पर्श सहदेव ने यह भी बताया कि शरीर में खून की कमी होने की कई प्रकार की विमारियां हो सकती हैं, जिनमें से एक है आयरन की कमी: संतुलित आहार लें, अपने आहार में फल, सब्जियां, साबुत अनाज, दालें और प्रोटीन शामिल करें।
पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं। दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना आवश्यक है। जंक फूड से बचें। जंक फूड में अधिक चीनी और वसा होती है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। नियमित व्यायाम करें। व्यायाम से शरीर स्वस्थ रहता है और बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। पोषक तत्वों की जानकारी रखें। विभिन्न खाद्य पदार्थों में पाए जाने वाले पोषक तत्वों के बारे में जानें और अपने आहार में उन्हें शामिल करें।
सामाजिक सुरक्षा अधिकारी लीशा शर्मा ने लोगों को इस बात से भी अवगत करवाया कि 1 से 30 सितंबर तक चलने वाले राष्ट्रीय पोषण माह 2024 में हम अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें और अपने ब्लाक में आयोजित हो रहे कार्यक्रमों में सक्रिय होकर स्वस्थ, समृद्ध व विकसित भारत के निर्माण में सहभागी बनें।
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