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चम्बा ,16 मार्च ! पंचायती राज संस्थानों के प्रधानों के लिए टीबी हारेगा,देश जीतेगा - चम्बा जीतेगा कार्यशाला का आयोजन खंड विकास अधिकारी चम्बा के सभागार में किया गया। जिसमें खंड चम्बा के लगभग 35 प्रधानों ने भाग लिया। कार्यशाला में उपस्थित पंचायत प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए डॉक्टर हरित पुरी ( जिला क्षय रोग अधिकारी एवं जिला एड्स परियोजना अधिकारी ) ने बताया कि टीवी कोई लाइलाज बीमारी नहीं है, यदि किसी व्यक्ति को लगातार 2 सप्ताह या उससे ज्यादा खांसी है, वजन कम हो रहा हो, भूख कम लगे, बुखार, रात को पसीना आए, छाती में या पीठ का दर्द यह थूक में खून आए तो उसे जल्दी ही नजदीक के अस्पताल में जाकर अपने बलगम की जांच करवानी चाहिए। पॉजिटिव आने पर उसे निशुल्क दवाई उसके घर के नजदीक पहुंचा दी जाती है, जहां से वह रोगी निगरानी में 6 महीने तक दवाई खाता है। उस रोगी को ₹500 हर महीना स्वास्थ्य विभाग की तरफ से(डाइट मनी ) दिया जाता है। डॉ पूरी ने उपस्थित प्रधानों को बताया कि उनकी पंचायत में भी यदि कोई टीबी का रोगी हो तो उसका निकश्य मित्र बनकर उसे पोषण किट मुहैय्या करवा सकता है, उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति नि-क्षय पोर्टल में नि-क्षय मित्र पंजीकृत कर टी बी रोगियों की पोषण सहायता छ महीने से 3 वर्ष तक कर सकता है जिससे टी बी की दवाइयों खाने के बाद टी बी मरीज तंदुरुस्त रहता है जिसमें दोबारा टी. बी होने की संभावना कम हो जाती है उन्होंने क्षय रोग से संबंधित जानकारी टोल फ्री हेल्पलाइन 1800 116 666 और 01899 292 638 पर कॉल करके जानकारी प्राप्त की जा सकती है। इसके साथ -साथ डॉ पूरी ने एचआईवी /एड्स के कारणों और इससे बचने के उपायों के बारे में विस्तार से चर्चा की I उन्होंने कहा कि एचआईवी ज्यादातर 15 से 45 साल तक के आयु वर्ग में ज्यादा पाया गया है I उन्होंने कहा कि यदि इस कमाने बाली उम्र में कोई एचआईवी पॉजिटिव हो जाये तो परिवार का पालन पोषण दुर्लभ हो जाता है, इसलिए हम सब को अपना एचआईवी का स्टेटस पता होना चाहिए जो कि नजदीक के आईसीटीसी सेंटर में यह टेस्ट मुफ्त होता है तथा बताया कि 95% जनसंख्या को अपना एचआईवी का स्टेटस पता होना चाहिए, उनमे से 95% लोगों की पहुँच एआरटी केंद्र से होनी चाहिए तथा 95% एचआईवी के वायरल लोड को कम करना है। डॉ पूरी ने बताया कि गर्भवती महिला से बच्चे में यह वायरस न पहुंचे, इसके लिए उनका एचआईवी का टेस्ट जरूरी कर दिया गया है और यह टेस्ट स्वास्थ्य उप केंद्र में फ्री हो जाता है I उन्होंने बताया कि एचआईवी के प्रति किसी भी जानकारी के लिए एड्स कंट्रोल सोसायटी भारत सरकार द्वारा जारी 1097 टोल फ्री नंबर पर किसी भी समय कॉल करके एचआईवी एड्स के प्रति जानकारी हासिल कर सकता है। इस अवसर पर उपस्थित मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से सी आर ठाकुर ने सरकार की तरफ से चलाई जा रही स्कीमों जैसे -जननी सुरक्षा योजना, जननी शिशु सुरक्षा योजना, सहारा योजना, हिम केयर योजना, बालिका सुरक्षा योजना, निकश्य पोषण योजना, प्रधानमंत्री मातृ बंदना योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया इस मौक़े पर सीएमओ ऑफिस से दीपक जोशी तथा नितेश भी उपस्थित रहे। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
चम्बा ,16 मार्च ! पंचायती राज संस्थानों के प्रधानों के लिए टीबी हारेगा,देश जीतेगा - चम्बा जीतेगा कार्यशाला का आयोजन खंड विकास अधिकारी चम्बा के सभागार में किया गया। जिसमें खंड चम्बा के लगभग 35 प्रधानों ने भाग लिया।
कार्यशाला में उपस्थित पंचायत प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए डॉक्टर हरित पुरी ( जिला क्षय रोग अधिकारी एवं जिला एड्स परियोजना अधिकारी ) ने बताया कि टीवी कोई लाइलाज बीमारी नहीं है, यदि किसी व्यक्ति को लगातार 2 सप्ताह या उससे ज्यादा खांसी है, वजन कम हो रहा हो, भूख कम लगे, बुखार, रात को पसीना आए, छाती में या पीठ का दर्द यह थूक में खून आए तो उसे जल्दी ही नजदीक के अस्पताल में जाकर अपने बलगम की जांच करवानी चाहिए।
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पॉजिटिव आने पर उसे निशुल्क दवाई उसके घर के नजदीक पहुंचा दी जाती है, जहां से वह रोगी निगरानी में 6 महीने तक दवाई खाता है। उस रोगी को ₹500 हर महीना स्वास्थ्य विभाग की तरफ से(डाइट मनी ) दिया जाता है। डॉ पूरी ने उपस्थित प्रधानों को बताया कि उनकी पंचायत में भी यदि कोई टीबी का रोगी हो तो उसका निकश्य मित्र बनकर उसे पोषण किट मुहैय्या करवा सकता है, उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति नि-क्षय पोर्टल में नि-क्षय मित्र पंजीकृत कर टी बी रोगियों की पोषण सहायता छ महीने से 3 वर्ष तक कर सकता है जिससे टी बी की दवाइयों खाने के बाद टी बी मरीज तंदुरुस्त रहता है जिसमें दोबारा टी. बी होने की संभावना कम हो जाती है उन्होंने क्षय रोग से संबंधित जानकारी टोल फ्री हेल्पलाइन 1800 116 666 और 01899 292 638 पर कॉल करके जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
इसके साथ -साथ डॉ पूरी ने एचआईवी /एड्स के कारणों और इससे बचने के उपायों के बारे में विस्तार से चर्चा की I उन्होंने कहा कि एचआईवी ज्यादातर 15 से 45 साल तक के आयु वर्ग में ज्यादा पाया गया है I
उन्होंने कहा कि यदि इस कमाने बाली उम्र में कोई एचआईवी पॉजिटिव हो जाये तो परिवार का पालन पोषण दुर्लभ हो जाता है, इसलिए हम सब को अपना एचआईवी का स्टेटस पता होना चाहिए जो कि नजदीक के आईसीटीसी सेंटर में यह टेस्ट मुफ्त होता है तथा बताया कि 95% जनसंख्या को अपना एचआईवी का स्टेटस पता होना चाहिए, उनमे से 95% लोगों की पहुँच एआरटी केंद्र से होनी चाहिए तथा 95% एचआईवी के वायरल लोड को कम करना है।
डॉ पूरी ने बताया कि गर्भवती महिला से बच्चे में यह वायरस न पहुंचे, इसके लिए उनका एचआईवी का टेस्ट जरूरी कर दिया गया है और यह टेस्ट स्वास्थ्य उप केंद्र में फ्री हो जाता है I उन्होंने बताया कि एचआईवी के प्रति किसी भी जानकारी के लिए एड्स कंट्रोल सोसायटी भारत सरकार द्वारा जारी 1097 टोल फ्री नंबर पर किसी भी समय कॉल करके एचआईवी एड्स के प्रति जानकारी हासिल कर सकता है।
इस अवसर पर उपस्थित मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से सी आर ठाकुर ने सरकार की तरफ से चलाई जा रही स्कीमों जैसे -जननी सुरक्षा योजना, जननी शिशु सुरक्षा योजना, सहारा योजना, हिम केयर योजना, बालिका सुरक्षा योजना, निकश्य पोषण योजना, प्रधानमंत्री मातृ बंदना योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया इस मौक़े पर सीएमओ ऑफिस से दीपक जोशी तथा नितेश भी उपस्थित रहे।
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