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चम्बा , 25 मई [ शिवानी ] ! आपदा प्रबंधन प्राधिकरण चम्बा की और से गुरुवार को बचत भवन चम्बा में तीन दिवसीय कार्यशाला का आगाज हुआ। कार्यशाला में विभिन्न विभागों के नोडल अधिकारी अधिकारियों ने भाग लिया। तीन दिनों तक चलने वाली इस आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कार्यशाला का समापन शनिवार को होगा। इस मौके पर आपदा प्रबंधन चम्बा के जिला समन्वयक आशीष कुमार ने कहा कि इस कार्यशाला में अधिकारियों को न केवल आपदा के दौरान बचाव के गुर सिखाए जाएंगे बल्कि आपदा प्रबंधन को लेकर कुशल कार्य योजना भी तैयार की जाएगी ताकि आपदा के दौरान नुक्सान किया जा सके। गुरुवार को पहले दिन हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से आए स्त्रोत व्यक्ति नवनीत यादव ने विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने पावर पॉइंट प्रेसेंटेशन के माध्यम से कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी। उन्होंने कहा कि आपदा आने का किसी को पता नहीं होता है, आपदा अचानक आती है। प्राकृतिक आपदाओं के प्रकोप को पूरी तरह से खत्म नहीं किया जा सकता है। लेकिन यदि समय पर उचित कदम उठाए जाएं तो इसके नुकसान को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इसलिए इस कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान चर्चा कर विस्तृत कार्ययोजना को तैयार को भी तैयार किया जाएगा। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
चम्बा , 25 मई [ शिवानी ] ! आपदा प्रबंधन प्राधिकरण चम्बा की और से गुरुवार को बचत भवन चम्बा में तीन दिवसीय कार्यशाला का आगाज हुआ। कार्यशाला में विभिन्न विभागों के नोडल अधिकारी अधिकारियों ने भाग लिया। तीन दिनों तक चलने वाली इस आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कार्यशाला का समापन शनिवार को होगा।
इस मौके पर आपदा प्रबंधन चम्बा के जिला समन्वयक आशीष कुमार ने कहा कि इस कार्यशाला में अधिकारियों को न केवल आपदा के दौरान बचाव के गुर सिखाए जाएंगे बल्कि आपदा प्रबंधन को लेकर कुशल कार्य योजना भी तैयार की जाएगी ताकि आपदा के दौरान नुक्सान किया जा सके। गुरुवार को पहले दिन हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से आए स्त्रोत व्यक्ति नवनीत यादव ने विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने पावर पॉइंट प्रेसेंटेशन के माध्यम से कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी।
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उन्होंने कहा कि आपदा आने का किसी को पता नहीं होता है, आपदा अचानक आती है। प्राकृतिक आपदाओं के प्रकोप को पूरी तरह से खत्म नहीं किया जा सकता है। लेकिन यदि समय पर उचित कदम उठाए जाएं तो इसके नुकसान को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इसलिए इस कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान चर्चा कर विस्तृत कार्ययोजना को तैयार को भी तैयार किया जाएगा। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
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