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चम्बा ! पश्चिम बंगाल में आयोजित हिमालयन फोक फेस्टिवल में लोगों को चम्बा की संस्कृति की झलक देखने को मिली। नाट आन मैप संस्था की ओर से चलो चम्बा अभियान के तहत फेस्टिवल में भाग लेने पहुंचे चम्बा के लोक गायक सन्नू राम उर्फ बिट्टू प्रेमी ने चंबियाली गीतों से इतनी खूबसूरती से चम्बा की झलक दिखाई कि हर कोई वाहवाही करने से खुद को नहीं रोक सका। जिला चंबा को शानदार प्रदर्शन के लिए फेस्टिवल में तीसरा स्थान मिला है। वर्णमाला परिवार एवं एक्ट संस्था की ओर से 10 से 12 जनवरी तक हिमालयन फोक फेस्टिवल का आयोजन किया गया। यह फेस्टिवल पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में आयोजित हुआ। इसमें हिमालयी क्षेत्र के लोक कलाकारों ने भाग लिया। फेस्टिवल में सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमंग ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उन्होंने शानदार प्रदर्शन करने वाले कलाकारों को पुरस्कार से सम्मानित किया। जिला चंबा के लोक गायक का तीसरा स्थान मिलने पर एक लाख रुपये की राशि भी भेंट की गई। जबकि, ठठरी पश्चिम बंगाल को पहला व नेपाल को दूसरा स्थान हासिल हुआ। हिमालयी क्षेत्रों के करीब 150 प्रतिभागियों ने इसमें भाग लेकर अपनी-अपनी संस्कृति की छटा बिखेरी। इससे पूर्व दिसंबर माह में फेस्टिवल में भाग लेने वाले कलाकारों के आवेदन मांगे गए थे। उत्तर भारत के कलाकारों को इसके लिए प्रेरित करने का जिम्मा नाट आन मैप संस्था को सौंपा गया था। कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति के करीब एक मिनट का वीडियो रिकार्ड करके फेस्टिवल के लिए जारी वाट्सएप नंबर भेजा था। इसके बाद चयनित हुए कलाकारों को फेस्टिवल में भाग लेने का अवसर मिला। इस फेस्टिवल के माध्यम से कलाकारों को अपनी क्षेत्रीय भाषाओं में गीत गाने का अवसर मिला। इससे जहां उनकी कला व संस्कृति के बारे में लोगों को पता चला। वहीं, उन्हें भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का अवसर मिला। गत वर्ष मैंने उक्त फेस्टिवल के लिए आडिशन दिया था। इसके बाद मुझे फेस्टिवल में भाग लेने का अवसर मिला। यह विश्वस्तरीय फेस्टिवल था। इसमें भारत के अलावा इटली, जर्मनी, फ्रांस, नेपाल सहित अन्य क्षेत्रों से लोक कलाकार पहुंचे थे। इसमें चम्बा को पुरस्कार मिला है। नाट आन मैप संस्था की ओर से मुझे भेजा गया था। मैं सौभाग्यशाली हूं कि चलो चंबा अभियान के तहत मुझे अपनी कला व संस्कृति को गीतों के माध्यम से देश-विदेश के लोगों को बताने का अवसर मिला। सन्नू राम उर्फ बिट्टू प्रेमी, लोक गायक चम्बा। उक्त आयोजन को लेकर हम वर्णमाला परिवार एवं एक्ट संस्था का आभार व्यक्त करते हैं। जिन्होंने हमें उक्त फेस्टिवल को लेकर उत्तर भारत के कलाकारों को प्रोत्साहित करने का जिम्मा सौंपा था। नाट आन मैप संस्था की ओर से यहां से कलाकारों को फेस्टिवल में भाग लेने के लिए भेजा गया था। चम्बा जिला को उक्त अवार्ड मिलना सौभाग्य की बात है। चलो चम्बा अभियान के तहत चम्बा की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए यह एक मील का पत्थर साबित हुआ है। हम यह चाहते हैं कि हमारे चंबा जिला की समृद्ध संस्कृति के बारे में अधिक से अधिक लोगों को पता चल सके।
चम्बा ! पश्चिम बंगाल में आयोजित हिमालयन फोक फेस्टिवल में लोगों को चम्बा की संस्कृति की झलक देखने को मिली। नाट आन मैप संस्था की ओर से चलो चम्बा अभियान के तहत फेस्टिवल में भाग लेने पहुंचे चम्बा के लोक गायक सन्नू राम उर्फ बिट्टू प्रेमी ने चंबियाली गीतों से इतनी खूबसूरती से चम्बा की झलक दिखाई कि हर कोई वाहवाही करने से खुद को नहीं रोक सका। जिला चंबा को शानदार प्रदर्शन के लिए फेस्टिवल में तीसरा स्थान मिला है। वर्णमाला परिवार एवं एक्ट संस्था की ओर से 10 से 12 जनवरी तक हिमालयन फोक फेस्टिवल का आयोजन किया गया। यह फेस्टिवल पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में आयोजित हुआ। इसमें हिमालयी क्षेत्र के लोक कलाकारों ने भाग लिया। फेस्टिवल में सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमंग ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उन्होंने शानदार प्रदर्शन करने वाले कलाकारों को पुरस्कार से सम्मानित किया। जिला चंबा के लोक गायक का तीसरा स्थान मिलने पर एक लाख रुपये की राशि भी भेंट की गई। जबकि, ठठरी पश्चिम बंगाल को पहला व नेपाल को दूसरा स्थान हासिल हुआ। हिमालयी क्षेत्रों के करीब 150 प्रतिभागियों ने इसमें भाग लेकर अपनी-अपनी संस्कृति की छटा बिखेरी। इससे पूर्व दिसंबर माह में फेस्टिवल में भाग लेने वाले कलाकारों के आवेदन मांगे गए थे। उत्तर भारत के कलाकारों को इसके लिए प्रेरित करने का जिम्मा नाट आन मैप संस्था को सौंपा गया था। कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति के करीब एक मिनट का वीडियो रिकार्ड करके फेस्टिवल के लिए जारी वाट्सएप नंबर भेजा था। इसके बाद चयनित हुए कलाकारों को फेस्टिवल में भाग लेने का अवसर मिला। इस फेस्टिवल के माध्यम से कलाकारों को अपनी क्षेत्रीय भाषाओं में गीत गाने का अवसर मिला। इससे जहां उनकी कला व संस्कृति के बारे में लोगों को पता चला। वहीं, उन्हें भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का अवसर मिला।
गत वर्ष मैंने उक्त फेस्टिवल के लिए आडिशन दिया था। इसके बाद मुझे फेस्टिवल में भाग लेने का अवसर मिला। यह विश्वस्तरीय फेस्टिवल था। इसमें भारत के अलावा इटली, जर्मनी, फ्रांस, नेपाल सहित अन्य क्षेत्रों से लोक कलाकार पहुंचे थे। इसमें चम्बा को पुरस्कार मिला है। नाट आन मैप संस्था की ओर से मुझे भेजा गया था। मैं सौभाग्यशाली हूं कि चलो चंबा अभियान के तहत मुझे अपनी कला व संस्कृति को गीतों के माध्यम से देश-विदेश के लोगों को बताने का अवसर मिला।
सन्नू राम उर्फ बिट्टू प्रेमी, लोक गायक चम्बा।
उक्त आयोजन को लेकर हम वर्णमाला परिवार एवं एक्ट संस्था का आभार व्यक्त करते हैं। जिन्होंने हमें उक्त फेस्टिवल को लेकर उत्तर भारत के कलाकारों को प्रोत्साहित करने का जिम्मा सौंपा था। नाट आन मैप संस्था की ओर से यहां से कलाकारों को फेस्टिवल में भाग लेने के लिए भेजा गया था। चम्बा जिला को उक्त अवार्ड मिलना सौभाग्य की बात है। चलो चम्बा अभियान के तहत चम्बा की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए यह एक मील का पत्थर साबित हुआ है। हम यह चाहते हैं कि हमारे चंबा जिला की समृद्ध संस्कृति के बारे में अधिक से अधिक लोगों को पता चल सके।
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