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चम्बा , 30 जून, [ रीना सहोत्रा ] ! राजस्व बागवानी जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने रविवार को डलहौज़ी के काय्नास कॉटेज का दौरा किया । इस अवसर पर डॉ जनक राज विधायक भरमौर पांगी भी उनके साथ थे। बता दें कि ये वही स्थान है जहाँ भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेता सुभाष चन्द्र बोस ने वर्ष (1937) कुछ समय बिताया था। वे यहाँ अपने स्वास्थ्य की देखभाल के लिए आए थे। डलहौजी की स्वच्छ और शांत वातावरण ने उनके स्वास्थ्य में सुधार लाने में मदद की। यहाँ की खूबसूरत पहाड़ियाँ और प्राकृतिक सुंदरता ने सुभाष चन्द्र बोस को आकर्षित किया और यहाँ रहते हुए उन्होंने अपने विचारों और भविष्य की योजनाओं पर भी ध्यान केंद्रित किया। सुभाष चन्द्र बोस के डलहौजी में रहने का यह समय उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था, जिसने उन्हें आगे के संघर्ष के लिए ऊर्जा और प्रेरणा प्रदान की। इस अवसर पर राजस्व, बागवानी तथा जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि डलहौज़ी एक ऐतिहासिक क़स्बा है और यहाँ पर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेता सुभाष चन्द्र बोस की यादें जुडी हुई है। उन्होंने कहा कि आज उनके चित्रों और जिन सुविधाओं का उन्होंने उस समय लाभ लिया था उन्हें देखने का मौका मिला ।
चम्बा , 30 जून, [ रीना सहोत्रा ] !
राजस्व बागवानी जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने रविवार को डलहौज़ी के काय्नास कॉटेज का दौरा किया । इस अवसर पर डॉ जनक राज विधायक भरमौर पांगी भी उनके साथ थे। बता दें कि ये वही स्थान है जहाँ भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेता सुभाष चन्द्र बोस ने वर्ष (1937) कुछ समय बिताया था।
वे यहाँ अपने स्वास्थ्य की देखभाल के लिए आए थे। डलहौजी की स्वच्छ और शांत वातावरण ने उनके स्वास्थ्य में सुधार लाने में मदद की। यहाँ की खूबसूरत पहाड़ियाँ और प्राकृतिक सुंदरता ने सुभाष चन्द्र बोस को आकर्षित किया और यहाँ रहते हुए उन्होंने अपने विचारों और भविष्य की योजनाओं पर भी ध्यान केंद्रित किया। सुभाष चन्द्र बोस के डलहौजी में रहने का यह समय उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था, जिसने उन्हें आगे के संघर्ष के लिए ऊर्जा और प्रेरणा प्रदान की।
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इस अवसर पर राजस्व, बागवानी तथा जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि डलहौज़ी एक ऐतिहासिक क़स्बा है और यहाँ पर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेता सुभाष चन्द्र बोस की यादें जुडी हुई है। उन्होंने कहा कि आज उनके चित्रों और जिन सुविधाओं का उन्होंने उस समय लाभ लिया था उन्हें देखने का मौका मिला ।
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