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चम्बा , 18 अप्रैल [ शिवानी ] ! हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अपनी बहन चामुंडा मां से मिलने के लिए माता बैरावाली अपने देवस्थल देवीकोठी से चम्बा मुख्यालय पहुंची। चम्बा मुख्यालय पहुंचने पर लोगों ने बड़े श्रद्धाभाव से माता का स्वागत फूल मालाओं व पटाखे चलाकर किया। जगह-जगह पर लोगों ने रास्ते पर खड़े होकर माता के चरणों में शीश नवाया। पिछले चार दिनों से करीब100 किलोमीटर का लंबा पैदल सफर तय कर माता बैरावाली के साथ आये लोग ढोल नगाड़े के साथ चम्बा पहुंचे। अगले 12 दिनों तक माता बैरावाली अपनी बहन चामुंडा के साथ मंदिर में विराजमान रहेगी। इस दौरान सभी चम्बा व आस पास के लोग दोनों बहनों के दर्शन करने के लिए चामुंडा मंदिर पहुंचेंगे । साथ ही लोग अपने घरों में माता को न्योता देंगे और अपने घरों में माता बेरावाली की पूजाअर्चना करेंगे। अंतिम दिन यहां मन्दिर के प्रांगण में एक भव्य मेले का आयोजन होगा। उसके बाद माता बैरा वाली वापस अपने देवस्थान के लिए रवाना होगी। चम्बा में माताके दर्शन करनेआए श्रद्धालुओं ने बताया कि आजमाता बैरा वालीअपनी बहन चामुंडासे मिलने के लिए चम्बा मुख्यालय पहुंची है और उन्होंने माता के दर्शन किए। उन्होंने कहा कि लोगों को पूरा साल इंतजार रहता है कि कब बैरावाली माता यहां पहुंचे और चम्बा में सुख और समृद्धि बनी रहे।उन्होंने कहा कि माता बैरा वाली 12 दिन तक यहां रहेगी और यहां पर बाद में मेले का भी आयोजन होगा। वही माता बैरावाली के साथ आए भक्तों ने कहा कि माता बैरावाली आज चम्बा पहुंच चुकी है ।और यहांपर जगह-जगह लोग उनका स्वागत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब भी माता बैरावाली अपने देव स्थल से चलती है तो उस समय बारिश और तूफान चलते हैं और जब माता वापसअपने देव स्थल के लिए चामुंडा मंदिर से रवाना होती है तो उस समय भी काफी बारिश और आंधी चलती है। उन्होंने कहा कि अब इसे संयोग समझिए या माता का चमत्कार। लेकिन लोग बड़ी श्रद्धा भाव से माता के दर्शन करने के लिए यहां पहुंचते हैं ।
चम्बा , 18 अप्रैल [ शिवानी ] ! हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अपनी बहन चामुंडा मां से मिलने के लिए माता बैरावाली अपने देवस्थल देवीकोठी से चम्बा मुख्यालय पहुंची। चम्बा मुख्यालय पहुंचने पर लोगों ने बड़े श्रद्धाभाव से माता का स्वागत फूल मालाओं व पटाखे चलाकर किया। जगह-जगह पर लोगों ने रास्ते पर खड़े होकर माता के चरणों में शीश नवाया। पिछले चार दिनों से करीब100 किलोमीटर का लंबा पैदल सफर तय कर माता बैरावाली के साथ आये लोग ढोल नगाड़े के साथ चम्बा पहुंचे। अगले 12 दिनों तक माता बैरावाली अपनी बहन चामुंडा के साथ मंदिर में विराजमान रहेगी।
इस दौरान सभी चम्बा व आस पास के लोग दोनों बहनों के दर्शन करने के लिए चामुंडा मंदिर पहुंचेंगे । साथ ही लोग अपने घरों में माता को न्योता देंगे और अपने घरों में माता बेरावाली की पूजाअर्चना करेंगे। अंतिम दिन यहां मन्दिर के प्रांगण में एक भव्य मेले का आयोजन होगा। उसके बाद माता बैरा वाली वापस अपने देवस्थान के लिए रवाना होगी।
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चम्बा में माताके दर्शन करनेआए श्रद्धालुओं ने बताया कि आजमाता बैरा वालीअपनी बहन चामुंडासे मिलने के लिए चम्बा मुख्यालय पहुंची है और उन्होंने माता के दर्शन किए। उन्होंने कहा कि लोगों को पूरा साल इंतजार रहता है कि कब बैरावाली माता यहां पहुंचे और चम्बा में सुख और समृद्धि बनी रहे।उन्होंने कहा कि माता बैरा वाली 12 दिन तक यहां रहेगी और यहां पर बाद में मेले का भी आयोजन होगा।
वही माता बैरावाली के साथ आए भक्तों ने कहा कि माता बैरावाली आज चम्बा पहुंच चुकी है ।और यहांपर जगह-जगह लोग उनका स्वागत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब भी माता बैरावाली अपने देव स्थल से चलती है तो उस समय बारिश और तूफान चलते हैं और जब माता वापसअपने देव स्थल के लिए चामुंडा मंदिर से रवाना होती है तो उस समय भी काफी बारिश और आंधी चलती है। उन्होंने कहा कि अब इसे संयोग समझिए या माता का चमत्कार। लेकिन लोग बड़ी श्रद्धा भाव से माता के दर्शन करने के लिए यहां पहुंचते हैं ।
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