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चम्बा, 04 अगस्त,[ रीना सहोत्रा ] ! कांगड़ा-चम्बा के सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज ने संसद में शून्य काल के दौरान चम्बा जिला के सीमावर्ती क्षेत्र चुराह में तैनात स्पैशल पुलिस ऑफसर्ज (एसपीओ) को जम्मू-कश्मीर में तैनात एसपीओ की तर्ज पर वेतनमान देने की मांग की है। उन्होंने बताया कि वर्ष 1998 में इस क्षेत्र में हुए आतंकी हमले में 35 स्थानीय लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी और कई लोगों को आतंकवादी अपने साथ ले गए थे, जिनका आज तक पता नहीं चल पाया है। इस घटना के बाद सरकार ने 520 एसपीओ तैनात किए थे, जिनका वेतनमान प्रति माह 1500 रुपए तय किया गया था। डॉ. भारद्वाज ने एसपीओ की भूमिका और योगदान को लेकर कहा कि ये अधिकारी संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त, मेला ड्यूटी, नाकाबंदी ड्यूटी और वीवीआईपी ड्यूटी सहित कानून व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इसके बावजूद हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर में तैनात एसपीओ के वेतनमान में असमानता है। वर्ष 2006-07 में इनका वेतन बढ़ाकर 3000 रुपए किया गया था और अब हिमाचल प्रदेश में तैनात एसपीओ को मात्र 6000 रुपए प्रति माह वेतन दिया जा रहा है, जबकि जम्मू-कश्मीर में कार्यरत एसपीओ को 18000 से 20000 रुपए मासिक वेतन मिलता है। डॉ. भारद्वाज ने कहा कि इन हिमाचल के स्पैशल पुलिस ऑफिसर्ज को जम्मू कश्मीर में कार्यरत उनके समकक्ष एसपीओ के बराबर वेतनमान प्रदान किया जाए ताकि वे सम्मानजनक जीवन जी सकें। उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि इन अधिकारियों के समर्पण और योगदान को मान्यता देते हुए उनके वेतनमान में सुधार किया जाए।
चम्बा, 04 अगस्त,[ रीना सहोत्रा ] ! कांगड़ा-चम्बा के सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज ने संसद में शून्य काल के दौरान चम्बा जिला के सीमावर्ती क्षेत्र चुराह में तैनात स्पैशल पुलिस ऑफसर्ज (एसपीओ) को जम्मू-कश्मीर में तैनात एसपीओ की तर्ज पर वेतनमान देने की मांग की है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 1998 में इस क्षेत्र में हुए आतंकी हमले में 35 स्थानीय लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी और कई लोगों को आतंकवादी अपने साथ ले गए थे, जिनका आज तक पता नहीं चल पाया है। इस घटना के बाद सरकार ने 520 एसपीओ तैनात किए थे, जिनका वेतनमान प्रति माह 1500 रुपए तय किया गया था।
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डॉ. भारद्वाज ने एसपीओ की भूमिका और योगदान को लेकर कहा कि ये अधिकारी संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त, मेला ड्यूटी, नाकाबंदी ड्यूटी और वीवीआईपी ड्यूटी सहित कानून व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इसके बावजूद हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर में तैनात एसपीओ के वेतनमान में असमानता है। वर्ष 2006-07 में इनका वेतन बढ़ाकर 3000 रुपए किया गया था और अब हिमाचल प्रदेश में तैनात एसपीओ को मात्र 6000 रुपए प्रति माह वेतन दिया जा रहा है, जबकि जम्मू-कश्मीर में कार्यरत एसपीओ को 18000 से 20000 रुपए मासिक वेतन मिलता है।
डॉ. भारद्वाज ने कहा कि इन हिमाचल के स्पैशल पुलिस ऑफिसर्ज को जम्मू कश्मीर में कार्यरत उनके समकक्ष एसपीओ के बराबर वेतनमान प्रदान किया जाए ताकि वे सम्मानजनक जीवन जी सकें। उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि इन अधिकारियों के समर्पण और योगदान को मान्यता देते हुए उनके वेतनमान में सुधार किया जाए।
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