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चम्बा , 03 मार्च [ ज्योति ] ! कल देर शाम को कुठेड प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनियन सीटू की गेट मिटिंग हुई थी जिसमें मज़दूरों के बुनियादी मांगों के संदर्भ में साईट पर विरोध प्रदर्शन किया गया। जिसमें कंपनी प्रबंधन के द्वारा श्रम कानूनों की अवहेलना को लेकर व मूलभुत सुविधाओं के संदर्भ में यह मीटिंग की गई। बीते हफ्ते में कंपनी प्रबंधन के बीच में मूलभूत सुविधाओं के संदर्भ में समझौता वार्ता हुई हैं परंतु अभी तक कोई भी उचित कार्यवाही कंपनी प्रबंधन की तरफ से नहीं की गई है। यह उपरोक्त शब्द सीटू की जिला सचिव सुदेश ठाकुर ने कहें। उन्होंने कहा कि यूनियन के द्वारा परियोजना में ठेकदारों के तहत काम कर रहे मज़दूरों की मांगों के परिपेक्ष्य में जिसमें न्यूनतम मजदूरी दर भुगतान, ईपीएफ भुगतान, वेतन स्लिप, व अन्य बुनियादी मुद्दों के संदर्भ में यूनियन आए दिन गतिविधियों के माध्यम से अवगत करवाया है परंतु अभी तक कई ऐसे मुद्दे हैं जोकि अभी भी परियोजना में लंबित है। जिसके चलते मज़दूरों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि ठेकेदार आए दिन परियोजना में अपनी मनमानी कर मजदूरों को काम से निकालने व मनमर्जी तरीके से वेतन की अदायगी कर रहें है। इसके साथ ही यूनियन छंटनी के संदर्भ में भी कंपनी को बताना चाहती है की यदि कंपनी प्रबंधन बिना लंबित आर्थिक मामलों को पुरा किए छंटनी करती है तो यह छंटनी मान्य नहीं होगी। जोकि श्रम कानूनों की अवहेलना को दर्शाता है। अत: यूनियन कंपनी प्रबंधन के खिलाफ आंदोलनात्मक रुख अपनाएगी तथा परियोजना में जो मज़दूर लगभग 1 साल से काम कर रहा है उनके ईपीएफ व वेतन में हर महीने अनियमत्ता पाई जाती है। इस संदर्भ यूनियन कंपनी को चेताना चाहती है की अगर अनियमिता जल्द से जल्द ठीक न की गई तो सीटू यूनियन परियोजना में ट्रेड यूनियन कार्यवाही में जाएगी जिसकी ज़िम्मेदारी खुद कंपनी प्रबंधन की होगी। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
चम्बा , 03 मार्च [ ज्योति ] ! कल देर शाम को कुठेड प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनियन सीटू की गेट मिटिंग हुई थी जिसमें मज़दूरों के बुनियादी मांगों के संदर्भ में साईट पर विरोध प्रदर्शन किया गया। जिसमें कंपनी प्रबंधन के द्वारा श्रम कानूनों की अवहेलना को लेकर व मूलभुत सुविधाओं के संदर्भ में यह मीटिंग की गई।
बीते हफ्ते में कंपनी प्रबंधन के बीच में मूलभूत सुविधाओं के संदर्भ में समझौता वार्ता हुई हैं परंतु अभी तक कोई भी उचित कार्यवाही कंपनी प्रबंधन की तरफ से नहीं की गई है। यह उपरोक्त शब्द सीटू की जिला सचिव सुदेश ठाकुर ने कहें।
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उन्होंने कहा कि यूनियन के द्वारा परियोजना में ठेकदारों के तहत काम कर रहे मज़दूरों की मांगों के परिपेक्ष्य में जिसमें न्यूनतम मजदूरी दर भुगतान, ईपीएफ भुगतान, वेतन स्लिप, व अन्य बुनियादी मुद्दों के संदर्भ में यूनियन आए दिन गतिविधियों के माध्यम से अवगत करवाया है परंतु अभी तक कई ऐसे मुद्दे हैं जोकि अभी भी परियोजना में लंबित है। जिसके चलते मज़दूरों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि ठेकेदार आए दिन परियोजना में अपनी मनमानी कर मजदूरों को काम से निकालने व मनमर्जी तरीके से वेतन की अदायगी कर रहें है।
इसके साथ ही यूनियन छंटनी के संदर्भ में भी कंपनी को बताना चाहती है की यदि कंपनी प्रबंधन बिना लंबित आर्थिक मामलों को पुरा किए छंटनी करती है तो यह छंटनी मान्य नहीं होगी। जोकि श्रम कानूनों की अवहेलना को दर्शाता है। अत: यूनियन कंपनी प्रबंधन के खिलाफ आंदोलनात्मक रुख अपनाएगी तथा परियोजना में जो मज़दूर लगभग 1 साल से काम कर रहा है उनके ईपीएफ व वेतन में हर महीने अनियमत्ता पाई जाती है।
इस संदर्भ यूनियन कंपनी को चेताना चाहती है की अगर अनियमिता जल्द से जल्द ठीक न की गई तो सीटू यूनियन परियोजना में ट्रेड यूनियन कार्यवाही में जाएगी जिसकी ज़िम्मेदारी खुद कंपनी प्रबंधन की होगी।
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