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चम्बा , 10 सितम्बर, [ रीना सहोत्रा ] ! स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग चंबा द्वारा आज 10 सितम्बर 2024 को प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी चंबा डॉ बिपिन ठाकुर नें बताया कि स्वास्थ्य विभाग चम्बा द्वारा मलेरिया की जागरूकता और रोकथाम के लिए एक बैठक का आयोजन किया गया I उन्होंने बताया कि बरसात के आरम्भ से ही जिले के सभी स्वास्थ्य खण्डो मे मलेरिया से निपटने कि तैयारी जाती रही है जिस से पिछले पांच वर्षो मे जिले भर मे एक भी केस मलेरिया का नहीं पाया गया है I उन्होंने बताया कि कोई भी केस न आने पर मलेरिया को हलके मे नहीं लिया जा सकता है I इस बीमारी कि जानकारी ही इस से बचाव कर सकती है I उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि इन मच्छरों की उत्पत्ति ज्यादातर बरसात तथा उसके बाद के मौसम में होती है जिसका एक बड़ा कारण बरसात में होने वाली बारिस के पानी का बेकार पड़े टायरों, टूटे फूटे बर्तनों,या प्लास्टिक के कचरे में इकट्ठा होना है इन मच्छरों की उत्पत्ति घर के आसपास के खड्डों एवं कूलर के पानी में भी हो सकती है!अत : मच्छरों की उत्पत्ति न हो अथवा मच्छर ना काटे इसके लिए जरूरी है कि लोग इस मौसम में बरसात के पानी को बेकार पड़े कंटेनर में इकट्ठा न होने दे I मच्छर ना काटे जिसके लिए जरुरी है की शरीर को ढक कर रखे,पूरी बाजू की कमीज तथा पूरी टांगें ढक कर रखें , मच्छरदानी का प्रयोग करें, एंटी मॉस्किटो क्रीम अपने शरीर पर लगाएं , घरों के आसपास वह छत पर सफाई का विशेष ध्यान रखें, सप्ताह में एक बार कूलर की सफाई करें! पानी क़ी टंकियां की सफाई करें तथा टंकियां को ढक कर रखें और यदि किसी भी तरह का बुखार की आशंका हो तो नजदीकी स्वास्थ्य एवं अस्पताल में रोगी का उपचार के लिए भेजे I
चम्बा , 10 सितम्बर, [ रीना सहोत्रा ] ! स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग चंबा द्वारा आज 10 सितम्बर 2024 को प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी चंबा डॉ बिपिन ठाकुर नें बताया कि स्वास्थ्य विभाग चम्बा द्वारा मलेरिया की जागरूकता और रोकथाम के लिए एक बैठक का आयोजन किया गया I उन्होंने बताया कि बरसात के आरम्भ से ही जिले के सभी स्वास्थ्य खण्डो मे मलेरिया से निपटने कि तैयारी जाती रही है जिस से पिछले पांच वर्षो मे जिले भर मे एक भी केस मलेरिया का नहीं पाया गया है I उन्होंने बताया कि कोई भी केस न आने पर मलेरिया को हलके मे नहीं लिया जा सकता है I इस बीमारी कि जानकारी ही इस से बचाव कर सकती है I
उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि इन मच्छरों की उत्पत्ति ज्यादातर बरसात तथा उसके बाद के मौसम में होती है जिसका एक बड़ा कारण बरसात में होने वाली बारिस के पानी का बेकार पड़े टायरों, टूटे फूटे बर्तनों,या प्लास्टिक के कचरे में इकट्ठा होना है इन मच्छरों की उत्पत्ति घर के आसपास के खड्डों एवं कूलर के पानी में भी हो सकती है!अत : मच्छरों की उत्पत्ति न हो अथवा मच्छर ना काटे इसके लिए जरूरी है कि लोग इस मौसम में बरसात के पानी को बेकार पड़े कंटेनर में इकट्ठा न होने दे I
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मच्छर ना काटे जिसके लिए जरुरी है की शरीर को ढक कर रखे,पूरी बाजू की कमीज तथा पूरी टांगें ढक कर रखें , मच्छरदानी का प्रयोग करें, एंटी मॉस्किटो क्रीम अपने शरीर पर लगाएं , घरों के आसपास वह छत पर सफाई का विशेष ध्यान रखें, सप्ताह में एक बार कूलर की सफाई करें! पानी क़ी टंकियां की सफाई करें तथा टंकियां को ढक कर रखें और यदि किसी भी तरह का बुखार की आशंका हो तो नजदीकी स्वास्थ्य एवं अस्पताल में रोगी का उपचार के लिए भेजे I
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