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चम्बा 3 जनवरी [ के एस प्रेमी ] ! सशस्त्र सीमा बल में हेड कांस्टेब मनेष कुमार हेड कांस्टेबल (जी.डी) देश सेवा के दौरान दिनांक 31 दिसंबर 2024 को वीरगति को प्राप्त हुए है । जिनकी पार्थिक-देह उनके पुश्तैनी गांव बाईं लाई गई,जहां सैनिक सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि में हजारों लोगों ने उनके पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दी। उनकी बेटियों में मोनिका रणहोत्रा व दीक्षा रणहोत्रा द्वारा अपने अपने पिता की पार्थिव शरीर को मुखाग्नि देकर के बहादुर बेटियों का परिचय दिया। आपको बता दें उन्होंने सशस्त्र सीमा बल में कार्यरत होते हुए उत्तर प्रदेश,जम्मू कश्मीर के श्रीनगर बिहार इत्यादि में अपनी सेवाएं प्रदान की , तथा वर्तमान में यह बिहार राज्य के सीतामढ़ी क्षेत्र में कार्यरत थे । इनके बड़े भाई भी सशस्त्र सीमा बल में ही कार्यरत हैं । उनके चाचा जी सशस्त्र सीमा बल में डिप्टी कमांडेंट के पद से सेवा निवृत हुए हैं ! इन के परिवार में पीछे दो बेटियां माताजी व धर्मपत्नी है। उनके परिवारजनों ने कहा कि उन्हें इनकी शहादत पर उन्हें गर्व है ।
चम्बा 3 जनवरी [ के एस प्रेमी ] ! सशस्त्र सीमा बल में हेड कांस्टेब मनेष कुमार हेड कांस्टेबल (जी.डी) देश सेवा के दौरान दिनांक 31 दिसंबर 2024 को वीरगति को प्राप्त हुए है । जिनकी पार्थिक-देह उनके पुश्तैनी गांव बाईं लाई गई,जहां सैनिक सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि में हजारों लोगों ने उनके पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दी। उनकी बेटियों में मोनिका रणहोत्रा व दीक्षा रणहोत्रा द्वारा अपने अपने पिता की पार्थिव शरीर को मुखाग्नि देकर के बहादुर बेटियों का परिचय दिया।
आपको बता दें उन्होंने सशस्त्र सीमा बल में कार्यरत होते हुए उत्तर प्रदेश,जम्मू कश्मीर के श्रीनगर बिहार इत्यादि में अपनी सेवाएं प्रदान की , तथा वर्तमान में यह बिहार राज्य के सीतामढ़ी क्षेत्र में कार्यरत थे । इनके बड़े भाई भी सशस्त्र सीमा बल में ही कार्यरत हैं । उनके चाचा जी सशस्त्र सीमा बल में डिप्टी कमांडेंट के पद से सेवा निवृत हुए हैं ! इन के परिवार में पीछे दो बेटियां माताजी व धर्मपत्नी है। उनके परिवारजनों ने कहा कि उन्हें इनकी शहादत पर उन्हें गर्व है ।
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