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चम्बा , 20 अगस्त [ शिवानी ] ! कुछ समय से ज़िला चम्बा में जंगली जानवरों के इनसानी बस्तियों में घुसपैठ व इनसानों पर हमलों की घटनाएं बहुत बढ़ गई हैं। आए दिन ज़िला में जंगली जानवर द्वारा किसी न किसी स्थानीय पर हमले की खबर सामने आ रही है। इस घटनाक्रम पर आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मनीष सरीन ने वन विभाग की कार्यप्रणाली पर निशाना साधा है। मनीष ने कहा की ज़िला के स्थानीय निवासियों पर निरंतर बढ़ रहे जंगली जानवरों के हमलों के लिए सीधे तौर पर वन विभाग की अक्षम कार्यप्रणाली ज़िम्मेदार है। जंगली जानवरों के इनसानी बस्तियों में लगातार हो रहे घुसपैठ व हमलों के कारण ढूंढ़ने की वन विभाग द्वारा न कोई जांच की जा रही है और न ही किसी किस्म का बचाव अभियान चलाया जा रहा है। मनीष ने वन विभाग के अधिकारियों पर टिप्पणी करते हुए कहा की ज़िला चम्बा में शायद विभाग के अधिकारी विश्राम करने का वेतन प्रदेश सरकार से लेते हैं व किसी भी स्थिति का स्वयं ठीक होने का इंतज़ार करते रहते हैं। मनीष ने कहा की वन विभाग की टैगिंग, ट्रेसिंग व केजिंग जैसी कई तकनीक हैं जिन के इस्तेमाल से विभाग जंगली जानवरों व इनसानों की भिड़ंतों को रोक सकता है परन्तु ज़िला चम्बा वन विभाग न जाने कब अपनी कुम्भकर्णी नींद से जागेगा। ज़िला चम्बा वन विभाग को चेतावनी देते हुए मनीष सरीन ने कहा की यदि इस मुद्दे को लेकर विभाग जल्दी सक्रिय न हुआ तो वे इसके सन्दर्भ में शीघ्र मुख्यमंत्री से भेंट करेंगे।
चम्बा , 20 अगस्त [ शिवानी ] ! कुछ समय से ज़िला चम्बा में जंगली जानवरों के इनसानी बस्तियों में घुसपैठ व इनसानों पर हमलों की घटनाएं बहुत बढ़ गई हैं। आए दिन ज़िला में जंगली जानवर द्वारा किसी न किसी स्थानीय पर हमले की खबर सामने आ रही है। इस घटनाक्रम पर आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मनीष सरीन ने वन विभाग की कार्यप्रणाली पर निशाना साधा है।
मनीष ने कहा की ज़िला के स्थानीय निवासियों पर निरंतर बढ़ रहे जंगली जानवरों के हमलों के लिए सीधे तौर पर वन विभाग की अक्षम कार्यप्रणाली ज़िम्मेदार है। जंगली जानवरों के इनसानी बस्तियों में लगातार हो रहे घुसपैठ व हमलों के कारण ढूंढ़ने की वन विभाग द्वारा न कोई जांच की जा रही है और न ही किसी किस्म का बचाव अभियान चलाया जा रहा है।
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मनीष ने वन विभाग के अधिकारियों पर टिप्पणी करते हुए कहा की ज़िला चम्बा में शायद विभाग के अधिकारी विश्राम करने का वेतन प्रदेश सरकार से लेते हैं व किसी भी स्थिति का स्वयं ठीक होने का इंतज़ार करते रहते हैं। मनीष ने कहा की वन विभाग की टैगिंग, ट्रेसिंग व केजिंग जैसी कई तकनीक हैं जिन के इस्तेमाल से विभाग जंगली जानवरों व इनसानों की भिड़ंतों को रोक सकता है परन्तु ज़िला चम्बा वन विभाग न जाने कब अपनी कुम्भकर्णी नींद से जागेगा।
ज़िला चम्बा वन विभाग को चेतावनी देते हुए मनीष सरीन ने कहा की यदि इस मुद्दे को लेकर विभाग जल्दी सक्रिय न हुआ तो वे इसके सन्दर्भ में शीघ्र मुख्यमंत्री से भेंट करेंगे।
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