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चम्बा ! सचिव मुख्यमंत्री, भाषा एवं संस्कृति , सूचना एवं जनसंपर्क, ऊर्जा, शिक्षा राकेश कंवर ने कहा कि ज़िला चंबा की एक हजार वर्षों से संरक्षित समृद्ध लोक-कला एवं संस्कृति ज़िला के पर्यटन विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। उन्होंने कहा कि ज़िला के उच्च हिमालय क्षेत्रों एवं निचले क्षेत्रों की भौगोलिक विविधता ग्रामीण ,साहसिक तथा पारिस्थितिकी पर्यटन से संबंधित सभी अवधारणाओं को परिपूर्ण करने का दम रखती हैं। राकेश कंवर ने कहा कि प्रदेश के अन्य विकसित पर्यटन क्षेत्रों से सबक लेकर ज़िला में पर्यटन से संबंधित गतिविधियों को क्रियान्वित किया जाना चाहिए । वह आज प्रतिष्ठित दिव्य हिमाचल प्रकाशन समूह के तत्वावधान तथा भाषा एवं संस्कृति विभाग और चंबा ज़िला प्रशासन के सहयोग से आकांक्षी ज़िला का सफर के अंतर्गत शिक्षा, पर्यटन एवं संस्कृति से संबंधित विषयों पर आयोजित विरासत- ए-चंबा शीर्षक के तहत बचत भवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भाग लेते हुए बोल रहे थे। राकेश कंवर ने ज़िला चंबा की समृद्ध लोक-कला एवं संस्कृति के पारंपरिक स्वरूप को संरक्षित रखने में स्थानीय लोगों के प्रयासों की सराहना भी की। ज़िला में होमस्टे योजना योजना को और अधिक बढ़ाए जाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने स्थानीय शिल्प- कलाओं तथा व्यंजनों को भी पर्यटन गतिविधियों का हिस्सा बनाने को कहा। राकेश कंवर ने आकांक्षी ज़िला कार्यक्रम के तहत विभिन्न मानक बिंदुओं की समीक्षा करते ज़िला के लिंगानुपात पर हर्ष जाहिर किया। साथ में उन्होंने यह भी कहा कि विद्यार्थियों की क्षमता विकास में गुणात्मक शिक्षा महत्वपूर्ण है। ज़िला में शिक्षण संस्थानों के ढांचागत विकास को सुनिश्चित बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। इससे पहले अतिरिक्त ज़िला दंडाधिकारी अमित मैहरा ने आकांक्षी ज़िला का सफर के अंतर्गत शिक्षा, पर्यटन एवं संस्कृति से संबंधित विषयों पर प्रस्तुतीकरण (पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन) के माध्यम से विस्तृत जानकारी रखी। उन्होंने मुख्य अतिथि को ज़िला चंबा की अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पारंपरिक हस्तशिल्प कलाकृति ‘चंबा रुमाल’ तथा शाल एवं टोपी भेंट कर सम्मानित भी किया । राज्य प्रभारी दैनिक दिव्य हिमाचल राजेश मंढोत्रा, सहायक आयुक्त पीपी सिंह, संयुक्त निदेशक पंडित जवाहर लाल नेहरू राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय केशव राम, उपनिदेशक प्रारम्भिक शिक्षा ज्ञान चंद, उच्च शिक्षा भाग सिंह, महाप्रबंधक उद्योग चंद्र भूषण, ज़िला भाषा अधिकारी तुकेश शर्मा सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
चम्बा ! सचिव मुख्यमंत्री, भाषा एवं संस्कृति , सूचना एवं जनसंपर्क, ऊर्जा, शिक्षा राकेश कंवर ने कहा कि ज़िला चंबा की एक हजार वर्षों से संरक्षित समृद्ध लोक-कला एवं संस्कृति ज़िला के पर्यटन विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। उन्होंने कहा कि ज़िला के उच्च हिमालय क्षेत्रों एवं निचले क्षेत्रों की भौगोलिक विविधता ग्रामीण ,साहसिक तथा पारिस्थितिकी पर्यटन से संबंधित सभी अवधारणाओं को परिपूर्ण करने का दम रखती हैं।
राकेश कंवर ने कहा कि प्रदेश के अन्य विकसित पर्यटन क्षेत्रों से सबक लेकर ज़िला में पर्यटन से संबंधित गतिविधियों को क्रियान्वित किया जाना चाहिए । वह आज प्रतिष्ठित दिव्य हिमाचल प्रकाशन समूह के तत्वावधान तथा भाषा एवं संस्कृति विभाग और चंबा ज़िला प्रशासन के सहयोग से आकांक्षी ज़िला का सफर के अंतर्गत शिक्षा, पर्यटन एवं संस्कृति से संबंधित विषयों पर आयोजित विरासत- ए-चंबा शीर्षक के तहत बचत भवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भाग लेते हुए बोल रहे थे।
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राकेश कंवर ने ज़िला चंबा की समृद्ध लोक-कला एवं संस्कृति के पारंपरिक स्वरूप को संरक्षित रखने में स्थानीय लोगों के प्रयासों की सराहना भी की। ज़िला में होमस्टे योजना योजना को और अधिक बढ़ाए जाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने स्थानीय शिल्प- कलाओं तथा व्यंजनों को भी पर्यटन गतिविधियों का हिस्सा बनाने को कहा।
राकेश कंवर ने आकांक्षी ज़िला कार्यक्रम के तहत विभिन्न मानक बिंदुओं की समीक्षा करते ज़िला के लिंगानुपात पर हर्ष जाहिर किया। साथ में उन्होंने यह भी कहा कि विद्यार्थियों की क्षमता विकास में गुणात्मक शिक्षा महत्वपूर्ण है। ज़िला में शिक्षण संस्थानों के ढांचागत विकास को सुनिश्चित बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। इससे पहले अतिरिक्त ज़िला दंडाधिकारी अमित मैहरा ने आकांक्षी ज़िला का सफर के अंतर्गत शिक्षा, पर्यटन एवं संस्कृति से संबंधित विषयों पर प्रस्तुतीकरण (पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन) के माध्यम से विस्तृत जानकारी रखी।
उन्होंने मुख्य अतिथि को ज़िला चंबा की अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पारंपरिक हस्तशिल्प कलाकृति ‘चंबा रुमाल’ तथा शाल एवं टोपी भेंट कर सम्मानित भी किया । राज्य प्रभारी दैनिक दिव्य हिमाचल राजेश मंढोत्रा, सहायक आयुक्त पीपी सिंह, संयुक्त निदेशक पंडित जवाहर लाल नेहरू राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय केशव राम, उपनिदेशक प्रारम्भिक शिक्षा ज्ञान चंद, उच्च शिक्षा भाग सिंह, महाप्रबंधक उद्योग चंद्र भूषण, ज़िला भाषा अधिकारी तुकेश शर्मा सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
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