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चम्बा , 21 नवंबर [ शिवानी ] ! जिला मुख्यालय के साथ लगती राजपुरा पंचायत के राजकीय प्राथमिक पाठशाला फौलगत के भवन की हालात पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। भवन के लेटर ऊपर और नीचे दोनों तरफ से पूरी तरह से खराब हो चुका है। लेंटर की छत नीचे से टूट रही है जिससे लोहे का सरिया बिल्कुल सामने दिख रहा है। यहां बच्चों को कमरे में खेलने का सामान रखा है और जब भी बच्चे वहां खेलने के लिए जाते तो उन्हें हमेशा ही खतरा रहता है। कमरों की दीवारों पर बड़ी-बड़ी दरारें भी साफ तौर पर देखी जा सकती हैं। लेटर ऊपर से भी पूरी तरह से टूट रहा है जो बारिश के दिनों में लेटर से पानी टपकता है जिसे रोकने के लिए वहां पर सीमेंट बिछाया लेकिन वह सीमेंट धीरे-धीरे उखाड़ रहा है। कुल मिलाकर भवन की हालात पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। कई बार लोगों ने इसकी शिकायत विभाग व राजनीतिज्ञों से की लेकिन अभी तक उन्हें आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला थक हार कर लोगों ने ख़बर हिमाचल से के माध्यम से सरकार तक इस बात को पहुंचाने की कोशिश की हे जिसको लेकर महिलाओं पुरुष स्कूल में इकट्ठा हुए और उन्होंने स्कूल की इस हालात को दिखाया। स्कूल में छोटे-छोटे बच्चे जो शिक्षा ग्रहण कर रहे थे उन्होंने कहा कि उनके स्कूल के कमरों की छत टूट रही है जिसे उन्हें हमेशा ही खतरा रहता है। बच्चों ने बताया कि बारिश के दिनों में छत से पानी टपकता है उन्होंने कहा कि उनके स्कूल के कमरों को खतरा है जिससे उन्हें पढ़ने में डर लगता है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि जल्द से उनके स्कूल की मरम्मत की जाए ताकि वह यहां सुरक्षित तौर पर पढ़ सके। वही स्कूल के प्रबंधन समिति के अध्यक्ष व महिलाओं ने बताया कि स्कूल के कमरों की हालत खराब है। छत पूरी तरह से टूट रही है जहां से कभी भी बच्चों को लग सकती है। उन्होंने कहा कि स्कूल के लेटर भी ऊपर से उखड़ रहा है इसके लिए उन्होंने विभाग को पहले भी सूचित किया था लेकिन विभाग उन्हें आश्वासन दे रहा है और पांच लाख की राशि की स्वीकृति की बात तो कर रहे हैं लेकिन अभी तक उनके पास कोई भी राशि नहीं पहुंची है। उन्होंने कहा कि जल्द से इस स्कूल के मरम्त का कार्य शुरू किया जाए ताकि बच्चों को सुरक्षा प्रदान करवाई जा सके। वही फौलगत गांव का स्थानीय लोगों ने बताया कि उनके गांव के प्राइमरी स्कूल को बने हुए करीब 40 साल के ज्यादा समय हो चुका है लेकिन उसके बाद यहां पर स्कूल की कोई भी मरम्मत का कार्य नहीं किया गया जिसकी वजह से स्कूल के छत टूट रही है उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द इसे ठीक किया जाए ताकि बच्चे सुरक्षित रह पाए। वहीं जब इस मामले पर शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारी से बात करने की कोशिश गई तो वह व्यस्त होने की वजह से नहीं मिल पाए लेकिन उन्होंने कहा है की इस स्कूल की मरम्मत के लिए पांच लाख राशि स्वीकृत कर दी गई है। लेकिन ग्रामीणों के मुताबिक अभी तक राशि उनके पास नहीं पहुंची है।
चम्बा , 21 नवंबर [ शिवानी ] ! जिला मुख्यालय के साथ लगती राजपुरा पंचायत के राजकीय प्राथमिक पाठशाला फौलगत के भवन की हालात पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। भवन के लेटर ऊपर और नीचे दोनों तरफ से पूरी तरह से खराब हो चुका है। लेंटर की छत नीचे से टूट रही है जिससे लोहे का सरिया बिल्कुल सामने दिख रहा है। यहां बच्चों को कमरे में खेलने का सामान रखा है और जब भी बच्चे वहां खेलने के लिए जाते तो उन्हें हमेशा ही खतरा रहता है।
कमरों की दीवारों पर बड़ी-बड़ी दरारें भी साफ तौर पर देखी जा सकती हैं। लेटर ऊपर से भी पूरी तरह से टूट रहा है जो बारिश के दिनों में लेटर से पानी टपकता है जिसे रोकने के लिए वहां पर सीमेंट बिछाया लेकिन वह सीमेंट धीरे-धीरे उखाड़ रहा है। कुल मिलाकर भवन की हालात पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है।
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कई बार लोगों ने इसकी शिकायत विभाग व राजनीतिज्ञों से की लेकिन अभी तक उन्हें आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला थक हार कर लोगों ने ख़बर हिमाचल से के माध्यम से सरकार तक इस बात को पहुंचाने की कोशिश की हे जिसको लेकर महिलाओं पुरुष स्कूल में इकट्ठा हुए और उन्होंने स्कूल की इस हालात को दिखाया।
स्कूल में छोटे-छोटे बच्चे जो शिक्षा ग्रहण कर रहे थे उन्होंने कहा कि उनके स्कूल के कमरों की छत टूट रही है जिसे उन्हें हमेशा ही खतरा रहता है। बच्चों ने बताया कि बारिश के दिनों में छत से पानी टपकता है उन्होंने कहा कि उनके स्कूल के कमरों को खतरा है जिससे उन्हें पढ़ने में डर लगता है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि जल्द से उनके स्कूल की मरम्मत की जाए ताकि वह यहां सुरक्षित तौर पर पढ़ सके।
वही स्कूल के प्रबंधन समिति के अध्यक्ष व महिलाओं ने बताया कि स्कूल के कमरों की हालत खराब है। छत पूरी तरह से टूट रही है जहां से कभी भी बच्चों को लग सकती है। उन्होंने कहा कि स्कूल के लेटर भी ऊपर से उखड़ रहा है इसके लिए उन्होंने विभाग को पहले भी सूचित किया था लेकिन विभाग उन्हें आश्वासन दे रहा है और पांच लाख की राशि की स्वीकृति की बात तो कर रहे हैं लेकिन अभी तक उनके पास कोई भी राशि नहीं पहुंची है। उन्होंने कहा कि जल्द से इस स्कूल के मरम्त का कार्य शुरू किया जाए ताकि बच्चों को सुरक्षा प्रदान करवाई जा सके।
वही फौलगत गांव का स्थानीय लोगों ने बताया कि उनके गांव के प्राइमरी स्कूल को बने हुए करीब 40 साल के ज्यादा समय हो चुका है लेकिन उसके बाद यहां पर स्कूल की कोई भी मरम्मत का कार्य नहीं किया गया जिसकी वजह से स्कूल के छत टूट रही है उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द इसे ठीक किया जाए ताकि बच्चे सुरक्षित रह पाए।
वहीं जब इस मामले पर शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारी से बात करने की कोशिश गई तो वह व्यस्त होने की वजह से नहीं मिल पाए लेकिन उन्होंने कहा है की इस स्कूल की मरम्मत के लिए पांच लाख राशि स्वीकृत कर दी गई है। लेकिन ग्रामीणों के मुताबिक अभी तक राशि उनके पास नहीं पहुंची है।
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