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चम्बा ! चलो चम्बा अभियान को एक नई पहचान मिली है। अभियान को पर्यटन गांधी आफ इंडिया राज बासू व उनकी एक्ट संस्था का साथ मिला है। साथ ही हिमालयी देशों की ओर से भी इसे समर्थन दिया गया है। ऐसे में चलो चम्बा अभियान एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा बन गया है। हाल ही में कोलकाता में छठे हिमालयन ऑरेंज टूरिज्म फेस्टिवल (एचओटीएफ) 2024 का आयोजन किया गया। इसमें देश व विदेश के पर्यटन को दर्शाते 50 स्टाल लगाए गए थे। 50 स्टाल पर करीब 700 प्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र के पर्यटन के बारे में लोगों को जानकारी दी। इन्हीं में से चलो चंबा अभियान का स्टाल नाट आन मैप संस्था की ओर से लगाया गया था। फेस्टिवल में करीब 60 हजार लोग पहुंचे थे। इन लोगों को नाट आन मैप संस्था की ओर जिला चंबा के विश्व विख्यात पर्यटक स्थलों के अलावा अनछुए खूबसूरत पर्यटन स्थलों की जानकारी दी गई। इसके साथ ही जिला चंबा के ऐतिहासिक महत्व, यहां के धार्मिक पर्यटन से लेकर सामुदायिक आधारित ग्रामीण पर्यटन के बारे में बताया गया। संस्था की ओर से दी गई जानकारी को लोगों ने बड़े ध्यान से सुना तथा चंबा आने की इच्छा भी जाहिर की। समुदाय-आधारित ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही कोलकाता व देश-विदेश के लोगों के दिल में एक स्थायी विरासत छोड़ने में अभियान कामयाब रहा। इसके साथ ही हैश टैग चलो चंबा, चलो नेपाल सहित अन्य राज्यों का हैश टैग भी ट्रेंड करने लगा है। यह फेस्टिवल कोलकाता के सिटी सेंटर-एक साल्ट लेक में आयोजित किया गया। इसमें हिमालयी क्षेत्र की समृद्ध संस्कृति, विरासत और प्राकृतिक सुंदरता का जश्न मनाया गया। साथ ही स्थायी आजीविका, कृषि-पर्यटन और परंपराओं के संरक्षण के महत्व पर जोर दिया गया। एसोसिएशन फॉर कंजर्वेशन एंड टूरिज्म (एसीटी) की ओर से आयोजित इस महोत्सव का शुभारंभ छह दिसंबर को पश्चिम बंगाल के अग्निशमन और आपातकालीन सेवा राज्य मंत्री सुजीत बसु ने महामहिम मैक्सिम कोजलोव, काउंसल जैसे अन्य प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों के साथ किया था। कोलकाता में रूसी संघ के जनरल महामहिम झक्का प्रसाद आचार्य, नेपाल के महावाणिज्यदूत महामहिम ताशी पेनजोर, भूटान के महावाणिज्यदूत, भारत पर्यटन के उप-महानिदेशक एवं क्षेत्रीय निदेशक (पूर्व) प्रणव प्रकाश और नेपाल पर्यटन बोर्ड के पर्यटन विपणन एवं संवर्धन प्रमुख लक्ष्मण गौतम भी उपस्थित थे। इस महोत्सव की मेजबानी बिधाननगर की मेयर कृष्णा चक्रवर्ती और पार्षद तुलसी सिंघा रॉय ने की। छह से आठ दिसंबर तक आयोजित उत्सव में उत्तर बंगाल, सिक्किम, मेघालय, हिमाचल प्रदेश, नेपाल और भूटान की जीवंत परंपराओं को प्रदर्शित करने वाले सांस्कृतिक प्रदर्शन से उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। चलो चंबा अभियान से जुड़े मगनदीप, ज्योति तथा आदम्य सिंह ने बताया कि फेस्टिवल के दौरान उन्हें टूरिज्म गांधी आफ इंडिया से मिलने का मौका मिला है। चलो चंबा अभियान की फेस्टिवल में आने वाले लोगों ने काफी सराहना की है।चलो चंबा अभियान ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के मिशन का हिस्सा बना है।इसके तहत लोगों को पर्यटन पर जागरूक करने के साथ ही पर्यटन को बढ़ावा देने को लेकर विभिन्न प्रकार के शिविरों का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यक्रम टिकाऊ, समुदाय-आधारित पर्यटन की दिशा में एक बड़ी यात्रा की शुरुआत है। इससे जुड़े लोग शहरी और ग्रामीण स्थानों के बीच पुल बनाना जारी रखें और पर्यटन को बढ़ावा दें जिससे लोगों और पर्यावरण दोनों को लाभ हो।राज बासू, संस्थापक एक्ट नाट आन मैप संस्था को कोलकाता में आयोजित छठे हिमालयन ऑरेंज टूरिज्म फेस्टिवल में चलो चंबा अभियान को देश व विदेश के लोगों तक पहुंचाने का अवसर मिला। फेस्टिवल के दौरान अभियान को टूरिज्म गांधी आफ इंडिया राज बासू, उनकी एक्ट संस्था सहित हिमालयी देशों का साथ मिला है। यह अभियान एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा बन गया है। इसका जिला चंबा के पर्यटन को आने वाले समय में काफी लाभ मिलेगा।
चम्बा ! चलो चम्बा अभियान को एक नई पहचान मिली है। अभियान को पर्यटन गांधी आफ इंडिया राज बासू व उनकी एक्ट संस्था का साथ मिला है। साथ ही हिमालयी देशों की ओर से भी इसे समर्थन दिया गया है। ऐसे में चलो चम्बा अभियान एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा बन गया है। हाल ही में कोलकाता में छठे हिमालयन ऑरेंज टूरिज्म फेस्टिवल (एचओटीएफ) 2024 का आयोजन किया गया। इसमें देश व विदेश के पर्यटन को दर्शाते 50 स्टाल लगाए गए थे। 50 स्टाल पर करीब 700 प्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र के पर्यटन के बारे में लोगों को जानकारी दी। इन्हीं में से चलो चंबा अभियान का स्टाल नाट आन मैप संस्था की ओर से लगाया गया था। फेस्टिवल में करीब 60 हजार लोग पहुंचे थे। इन लोगों को नाट आन मैप संस्था की ओर जिला चंबा के विश्व विख्यात पर्यटक स्थलों के अलावा अनछुए खूबसूरत पर्यटन स्थलों की जानकारी दी गई। इसके साथ ही जिला चंबा के ऐतिहासिक महत्व, यहां के धार्मिक पर्यटन से लेकर सामुदायिक आधारित ग्रामीण पर्यटन के बारे में बताया गया। संस्था की ओर से दी गई जानकारी को लोगों ने बड़े ध्यान से सुना तथा चंबा आने की इच्छा भी जाहिर की।
समुदाय-आधारित ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही कोलकाता व देश-विदेश के लोगों के दिल में एक स्थायी विरासत छोड़ने में अभियान कामयाब रहा। इसके साथ ही हैश टैग चलो चंबा, चलो नेपाल सहित अन्य राज्यों का हैश टैग भी ट्रेंड करने लगा है। यह फेस्टिवल कोलकाता के सिटी सेंटर-एक साल्ट लेक में आयोजित किया गया। इसमें हिमालयी क्षेत्र की समृद्ध संस्कृति, विरासत और प्राकृतिक सुंदरता का जश्न मनाया गया। साथ ही स्थायी आजीविका, कृषि-पर्यटन और परंपराओं के संरक्षण के महत्व पर जोर दिया गया। एसोसिएशन फॉर कंजर्वेशन एंड टूरिज्म (एसीटी) की ओर से आयोजित इस महोत्सव का शुभारंभ छह दिसंबर को पश्चिम बंगाल के अग्निशमन और आपातकालीन सेवा राज्य मंत्री सुजीत बसु ने महामहिम मैक्सिम कोजलोव, काउंसल जैसे अन्य प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों के साथ किया था। कोलकाता में रूसी संघ के जनरल महामहिम झक्का प्रसाद आचार्य, नेपाल के महावाणिज्यदूत महामहिम ताशी पेनजोर, भूटान के महावाणिज्यदूत, भारत पर्यटन के उप-महानिदेशक एवं क्षेत्रीय निदेशक (पूर्व) प्रणव प्रकाश और नेपाल पर्यटन बोर्ड के पर्यटन विपणन एवं संवर्धन प्रमुख लक्ष्मण गौतम भी उपस्थित थे। इस महोत्सव की मेजबानी बिधाननगर की मेयर कृष्णा चक्रवर्ती और पार्षद तुलसी सिंघा रॉय ने की।
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छह से आठ दिसंबर तक आयोजित उत्सव में उत्तर बंगाल, सिक्किम, मेघालय, हिमाचल प्रदेश, नेपाल और भूटान की जीवंत परंपराओं को प्रदर्शित करने वाले सांस्कृतिक प्रदर्शन से उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। चलो चंबा अभियान से जुड़े मगनदीप, ज्योति तथा आदम्य सिंह ने बताया कि फेस्टिवल के दौरान उन्हें टूरिज्म गांधी आफ इंडिया से मिलने का मौका मिला है। चलो चंबा अभियान की फेस्टिवल में आने वाले लोगों ने काफी सराहना की है।
चलो चंबा अभियान ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के मिशन का हिस्सा बना है।इसके तहत लोगों को पर्यटन पर जागरूक करने के साथ ही पर्यटन को बढ़ावा देने को लेकर विभिन्न प्रकार के शिविरों का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यक्रम टिकाऊ, समुदाय-आधारित पर्यटन की दिशा में एक बड़ी यात्रा की शुरुआत है। इससे जुड़े लोग शहरी और ग्रामीण स्थानों के बीच पुल बनाना जारी रखें और पर्यटन को बढ़ावा दें जिससे लोगों और पर्यावरण दोनों को लाभ हो।
राज बासू, संस्थापक एक्ट नाट आन मैप संस्था को कोलकाता में आयोजित छठे हिमालयन ऑरेंज टूरिज्म फेस्टिवल में चलो चंबा अभियान को देश व विदेश के लोगों तक पहुंचाने का अवसर मिला। फेस्टिवल के दौरान अभियान को टूरिज्म गांधी आफ इंडिया राज बासू, उनकी एक्ट संस्था सहित हिमालयी देशों का साथ मिला है। यह अभियान एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा बन गया है। इसका जिला चंबा के पर्यटन को आने वाले समय में काफी लाभ मिलेगा।
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