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चम्बा , 03 अक्टूबर [ शिवानी ] ! स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग चम्बा की और से बट्ट कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग एंड आई टी आई बोखरी मोड़ बाथरी मे विश्व हृदय दिवस (वर्ल्ड हार्ट डे )2024 के छात्रों के लिए जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया का आयोजन। इस अवसर पर छात्रों को संबोधित करते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ रोहित नड्डा ने बताया कि हर साल 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस का आयोजन लोगों में हृदय संबंधी बीमारियों के प्रति जागरूकता लाने, उनकी रोकथाम एवं बचाव हेतु प्रेरित करने के लिए किया जाता है। हमें अपने दिल की सेहत के लिए स्वस्थ जीवन शैली अपनाना है। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में हर साल लाखों लोग हृदय रोगों से ग्रसित हो रहे हैं जिस कारण हार्ट अटैक के कारण होने वाली मौतो में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसमें युवाओं की तादाद भी कम नहीं है। हृदय रोगों की परेशानियों से बचने एवं हृदय रोगों के निदान व उपचार के बारे में जानकारी देते हुए डॉ नड्डा ने बताया कि हृदय रोग के प्रमुख कारण अथवा कारक आरामदायक जीवन शैली, क्लोस्ट्रोल का बढ़ना ,धूम्रपान व शराब का सेवन, तनाव ,मोटापा ,उच्च रक्तचाप ,उच्च मधुमेह या अनुवांशिकता हो सकते है। हृदय रोग संबंधी बीमारियां साइलेंट किलर कहलाती है ।अगर समय पर जांच ना हो तो स्थिति गंभीर भी हो सकती है जिससे रोगी की जान जा सकती है ।उन्होंने हार्ट अटैक के लक्षणों के बारे में बताते हुए कहा कि यदि व्यक्ति की छाती में दर्द व बेचैनी महसूस हो ,या किसी को मतली आने के साथ पेट में दर्द होना ,हाथ में दर्द होना समानतय:बाएं कंधे से दर्द धीरे-धीरे हाथों की ओर जाती है या कई दिनों तक खांसी जुकाम होना और थूक का रंग सफेद या गुलाबी होना, सांस लेने में दिक्कत होना, सामान्य से अधिक पसीना आना जब व्यक्ति कोई काम ना कर रहा हो, पैरों में सूजन आना यह लक्षण हार्ट अटैक के हो सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने स्ट्रोक के लक्षण के बारे में बताते हुए कहा कि इसमें व्यक्ति की एक या दोनों साइड की मांसपेशियां अचानक से जोर छोड़ जाएं या व्यक्ति का बोलना अस्पष्ट हो जाए या मुंह एक तरफ टेढ़ा हो जाये, यह लक्षण स्ट्रोक अथवा पैरालाइसिस के हो सकते हैं। इन स्थितियों अथवा लक्षणों वाले व्यक्ति को तुरंत तीन से चार घंटों( गोल्डन आर्स) के बीच में उचित सुबिधा से युक्त स्वास्थ्य संस्थान पहुंचाना चाहिए ताकि उनका तुरंत इलाज हो सके और व्यक्ति की जान बचाई जा सके। अंत में उन्होंने हृदय संब्ंधि बीमारियां से बचने के लिए जरूरी टिप्स बताते हुए कि व्यक्ति स्वस्थ जीवन शैली अपनाये ,जैसे हाई फाइबर एवं लो फैट वाली डाइट खाएं , नमक -चीनी का कम प्रयोग करे , हरी सब्जियों का सेवन करें,रोजाना एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में शामिल करें ,सिगरेट व शराब का सेवन ना करें, मोटापे,हाई ब्लड प्रेशर, हाई ब्लड शुगर के मामलों में उन्हें कंट्रोल में रखें।इसके अतिरिक्त नियमित रूप से अपना हेल्थ चेक अप करवाते रहें। यदि बीपी, शुगर की दवाइयां ले रहे हैं तो उन्हें नियमित से ले बिना चिकित्सक की सलाह लिए बिना बंद ना करें.।इस मौके पर स्वास्थ विभाग चम्बा की ओर से श्री सी आर ठाकुर एम ई आई ओ,दीपक जोशी उपस्थित रहे ।
चम्बा , 03 अक्टूबर [ शिवानी ] ! स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग चम्बा की और से बट्ट कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग एंड आई टी आई बोखरी मोड़ बाथरी मे विश्व हृदय दिवस (वर्ल्ड हार्ट डे )2024 के छात्रों के लिए जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया का आयोजन।
इस अवसर पर छात्रों को संबोधित करते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ रोहित नड्डा ने बताया कि हर साल 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस का आयोजन लोगों में हृदय संबंधी बीमारियों के प्रति जागरूकता लाने, उनकी रोकथाम एवं बचाव हेतु प्रेरित करने के लिए किया जाता है।
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हमें अपने दिल की सेहत के लिए स्वस्थ जीवन शैली अपनाना है। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में हर साल लाखों लोग हृदय रोगों से ग्रसित हो रहे हैं जिस कारण हार्ट अटैक के कारण होने वाली मौतो में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसमें युवाओं की तादाद भी कम नहीं है।
हृदय रोगों की परेशानियों से बचने एवं हृदय रोगों के निदान व उपचार के बारे में जानकारी देते हुए डॉ नड्डा ने बताया कि हृदय रोग के प्रमुख कारण अथवा कारक आरामदायक जीवन शैली, क्लोस्ट्रोल का बढ़ना ,धूम्रपान व शराब का सेवन, तनाव ,मोटापा ,उच्च रक्तचाप ,उच्च मधुमेह या अनुवांशिकता हो सकते है।
हृदय रोग संबंधी बीमारियां साइलेंट किलर कहलाती है ।अगर समय पर जांच ना हो तो स्थिति गंभीर भी हो सकती है जिससे रोगी की जान जा सकती है ।उन्होंने हार्ट अटैक के लक्षणों के बारे में बताते हुए कहा कि यदि व्यक्ति की छाती में दर्द व बेचैनी महसूस हो ,या किसी को मतली आने के साथ पेट में दर्द होना ,हाथ में दर्द होना समानतय:बाएं कंधे से दर्द धीरे-धीरे हाथों की ओर जाती है या कई दिनों तक खांसी जुकाम होना और थूक का रंग सफेद या गुलाबी होना, सांस लेने में दिक्कत होना, सामान्य से अधिक पसीना आना जब व्यक्ति कोई काम ना कर रहा हो, पैरों में सूजन आना यह लक्षण हार्ट अटैक के हो सकते हैं।
इसके साथ ही उन्होंने स्ट्रोक के लक्षण के बारे में बताते हुए कहा कि इसमें व्यक्ति की एक या दोनों साइड की मांसपेशियां अचानक से जोर छोड़ जाएं या व्यक्ति का बोलना अस्पष्ट हो जाए या मुंह एक तरफ टेढ़ा हो जाये, यह लक्षण स्ट्रोक अथवा पैरालाइसिस के हो सकते हैं। इन स्थितियों अथवा लक्षणों वाले व्यक्ति को तुरंत तीन से चार घंटों( गोल्डन आर्स) के बीच में उचित सुबिधा से युक्त स्वास्थ्य संस्थान पहुंचाना चाहिए ताकि उनका तुरंत इलाज हो सके और व्यक्ति की जान बचाई जा सके।
अंत में उन्होंने हृदय संब्ंधि बीमारियां से बचने के लिए जरूरी टिप्स बताते हुए कि व्यक्ति स्वस्थ जीवन शैली अपनाये ,जैसे हाई फाइबर एवं लो फैट वाली डाइट खाएं , नमक -चीनी का कम प्रयोग करे , हरी सब्जियों का सेवन करें,रोजाना एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में शामिल करें ,सिगरेट व शराब का सेवन ना करें, मोटापे,हाई ब्लड प्रेशर, हाई ब्लड शुगर के मामलों में उन्हें कंट्रोल में रखें।इसके अतिरिक्त नियमित रूप से अपना हेल्थ चेक अप करवाते रहें।
यदि बीपी, शुगर की दवाइयां ले रहे हैं तो उन्हें नियमित से ले बिना चिकित्सक की सलाह लिए बिना बंद ना करें.।इस मौके पर स्वास्थ विभाग चम्बा की ओर से श्री सी आर ठाकुर एम ई आई ओ,दीपक जोशी उपस्थित रहे ।
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