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चम्बा, 04 दिसंबर [ के एस प्रेमी ] !समुद्रतल से लगभग 3,000 मीटर की ऊंचाई वाले पांगी घाटी के सेचु हिलुटआन वन्य अभयारण्य में पहली बार काले भालू को देखा गया है। इससे पहले यहां पर कभी भी काला भालू को नहीं देख गया।वन्य प्राणी विभाग इस वन्य जीव भालू के यहां दिखने से स्वयं अचंभित है। समुद्र तल से इतनी अधिक ऊंचाई पर काला भालू आमतौर पर कभी भी देखने को नहीं मिलता है। इसका पता तब चला जब कैमरे में कैद हुआ काला भालू। आपको बताते चले कि सेचु हिलुटवान में लगाए कैमरों में हुआ कैद इसका शायद वन्य प्राणी विभाग को भी नहीं लग पाता। पर पिछले साल नवंबर में लगाए ट्रैप कैमरों को जब हाल ही में वन्य प्राणी विभाग ने निकाला तो उसकी फुटेज में काला भालू वहां पर दिखाई दिया। ट्रैप कैमरे लगाने के बाद विभाग की टीम ने पांगी के जंगलों में वन्य जीवों का सर्वे भी किया था। उस दौरान भी काले भालू के वहां पर कोई प्रमाण नहीं मिले थे। ट्रैप कैमरों को निकालकर फुटेज को देखा तो उसमें उन्हें काले भालू की तस्वीर मिली, जो कि खाने की तलाश में जंगल में विचरण कर रहा है। यह तस्वीरें शाम के समय कैद हुई हैं। भूरे भालू के प्रमाण भी वन्य प्राणी विभाग को इस अभयारण्य में मिल चुके हैं। ऐसे में अब विभाग को काले भालू के प्रमाण भी मिल चुके हैं। अब विभाग दोनों वन्य जीवों के संरक्षण को लेकर योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने में जुट गया है। अवैध शिकारियों पर नजर रखने के लिए ट्रैप कैमरे, रात्रि गश्त और ड्रोन कैमरे की मदद भी अब ली जाएगी। वन्य प्राणी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पहली बार सेचु हिलुटवान में किसी काले भालू को देखा गया है। इससे पहले वहां पर कभी भी काला भालू नहीं देखा गया है। उन्होंने कहा कि इस वन्य जीव की सुरक्षा को लेकर विभाग पूरी तरह तैयार है।
चम्बा, 04 दिसंबर [ के एस प्रेमी ] !समुद्रतल से लगभग 3,000 मीटर की ऊंचाई वाले पांगी घाटी के सेचु हिलुटआन वन्य अभयारण्य में पहली बार काले भालू को देखा गया है। इससे पहले यहां पर कभी भी काला भालू को नहीं देख गया।वन्य प्राणी विभाग इस वन्य जीव भालू के यहां दिखने से स्वयं अचंभित है। समुद्र तल से इतनी अधिक ऊंचाई पर काला भालू आमतौर पर कभी भी देखने को नहीं मिलता है। इसका पता तब चला जब कैमरे में कैद हुआ काला भालू। आपको बताते चले कि सेचु हिलुटवान में लगाए कैमरों में हुआ कैद इसका शायद वन्य प्राणी विभाग को भी नहीं लग पाता। पर पिछले साल नवंबर में लगाए ट्रैप कैमरों को जब हाल ही में वन्य प्राणी विभाग ने निकाला तो उसकी फुटेज में काला भालू वहां पर दिखाई दिया। ट्रैप कैमरे लगाने के बाद विभाग की टीम ने पांगी के जंगलों में वन्य जीवों का सर्वे भी किया था। उस दौरान भी काले भालू के वहां पर कोई प्रमाण नहीं मिले थे।
ट्रैप कैमरों को निकालकर फुटेज को देखा तो उसमें उन्हें काले भालू की तस्वीर मिली, जो कि खाने की तलाश में जंगल में विचरण कर रहा है। यह तस्वीरें शाम के समय कैद हुई हैं।
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भूरे भालू के प्रमाण भी वन्य प्राणी विभाग को इस अभयारण्य में मिल चुके हैं। ऐसे में अब विभाग को काले भालू के प्रमाण भी मिल चुके हैं। अब विभाग दोनों वन्य जीवों के संरक्षण को लेकर योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने में जुट गया है। अवैध शिकारियों पर नजर रखने के लिए ट्रैप कैमरे, रात्रि गश्त और ड्रोन कैमरे की मदद भी अब ली जाएगी। वन्य प्राणी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पहली बार सेचु हिलुटवान में किसी काले भालू को देखा गया है। इससे पहले वहां पर कभी भी काला भालू नहीं देखा गया है। उन्होंने कहा कि इस वन्य जीव की सुरक्षा को लेकर विभाग पूरी तरह तैयार है।
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