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बिलासपुर , 07 जून [ राकेश शर्मा ] !जिला बिलासपुर के अंतर्गत होटल लेक व्यू में मात्स्यिकी विभाग, हिमाचल प्रदेश द्वारा एक्वाकल्चर में उन्नत मछली किस्मों और कार्प मत्स्य ब्रूड स्टॉक आहार का महत्व" पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता निदेशक मत्स्य विभाग विवेक चन्देल द्वारा की गई। इस कार्यशाला में केंद्रीय मीठा जल जीवन पालन अनुसंधान भुवनेश्वर, ओडिशा की ओर से निदेशक प्रमोद कुमार साहू और मत्स्य विभाग हिमाचल की ओर से निदेशक मत्स्य विभाग विवेक चन्देल के बीच दो समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए। समझौता विज्ञापन के अन्तर्गत केंद्रीय मीठा जल जीवन पालन अनुसंधान हिमाचल प्रदेश को सीफाब्रूड मत्स्य आहार की तकनीक तथा ज्यन्ती रोहू और उन्नत कतला प्रजाति की मछलियों का बीज उपलब्ध करवाया जाएगा । यह जानकारी देते हुए निदेशक विवेक चन्देल ने बताया कि मत्स्य पालन विभाग, हिमाचल प्रदेश किसानों की आर्थिकी में सुधार लाने हेतु निरन्तर प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि इस समझौता ज्ञापन का लाभ निकट भविष्य में देखने को मिलेगा तथा किसानों की आर्थिक की में अवश्य सुधार आएगा। कार्यशाला में केन्द्रीय मीठाजल जीवपालन अनुसंधान संस्थान, भुवनेश्वर से आए वरिष्ठ वैज्ञानिक, डॉ० खुटिया मुर्मू तथा डॉ० समीरन नन्दी ने उन्नत मछली किस्मों तथा मत्स्य ब्रूड स्टॉक आहार के महत्व के बारे में विभाग के अधिकारियों तथा उन्नत मत्स्य किसानों को पूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उन्नत मछली किस्मों जैसे कि अमूर कार्प, ज्यन्ती रोहू तथा उन्नत कतला प्रजाति की मछलियों की वृद्धि दर पारंपरिक प्रजातियों की तुलना में 15 से 20 प्रतिशत अधिक है तथा इन प्रजातियों का पालन करके मत्स्य किसान अधिक आय प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उनके संस्थान में ब्रूड स्टॉक मछली के लिए सीफाबूड नाम से नया मछली आहार तैयार किया है जिससे ब्रूड स्टॉक में अण्डे का बेहतर पोषण होता है तथा उन्नत किस्म का स्वस्थ मछली बीज तैयार होता है। इसके पश्चात मत्स्य विभाग से डॉ० सोम नाथ, सहायक निदेशक मत्स्य द्वारा हिमाचल प्रदेश में जलीय कृषि में हालिया प्रगति पर विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। इस अवसर पर अतिरिक्त निदेशक डॉ० विक्रम महाजन द्वारा विशिष्ट अतिथियों का स्वागत किया गया तथा विभाग की विभिन्न गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यशाला में सहायक निदेशक मत्स्य विभाग चंचल ठाकुर सहित विभिन्न जिलों के अधिकारी उपस्थित रहे।
बिलासपुर , 07 जून [ राकेश शर्मा ] !जिला बिलासपुर के अंतर्गत होटल लेक व्यू में मात्स्यिकी विभाग, हिमाचल प्रदेश द्वारा एक्वाकल्चर में उन्नत मछली किस्मों और कार्प मत्स्य ब्रूड स्टॉक आहार का महत्व" पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता निदेशक मत्स्य विभाग विवेक चन्देल द्वारा की गई। इस कार्यशाला में केंद्रीय मीठा जल जीवन पालन अनुसंधान भुवनेश्वर, ओडिशा की ओर से निदेशक प्रमोद कुमार साहू और मत्स्य विभाग हिमाचल की ओर से निदेशक मत्स्य विभाग विवेक चन्देल के बीच दो समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए।
समझौता विज्ञापन के अन्तर्गत केंद्रीय मीठा जल जीवन पालन अनुसंधान हिमाचल प्रदेश को सीफाब्रूड मत्स्य आहार की तकनीक तथा ज्यन्ती रोहू और उन्नत कतला प्रजाति की मछलियों का बीज उपलब्ध करवाया जाएगा ।
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यह जानकारी देते हुए निदेशक विवेक चन्देल ने बताया कि मत्स्य पालन विभाग, हिमाचल प्रदेश किसानों की आर्थिकी में सुधार लाने हेतु निरन्तर प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि इस समझौता ज्ञापन का लाभ निकट भविष्य में देखने को मिलेगा तथा किसानों की आर्थिक की में अवश्य सुधार आएगा।
कार्यशाला में केन्द्रीय मीठाजल जीवपालन अनुसंधान संस्थान, भुवनेश्वर से आए वरिष्ठ वैज्ञानिक, डॉ० खुटिया मुर्मू तथा डॉ० समीरन नन्दी ने उन्नत मछली किस्मों तथा मत्स्य ब्रूड स्टॉक आहार के महत्व के बारे में विभाग के अधिकारियों तथा उन्नत मत्स्य किसानों को पूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उन्नत मछली किस्मों जैसे कि अमूर कार्प, ज्यन्ती रोहू तथा उन्नत कतला प्रजाति की मछलियों की वृद्धि दर पारंपरिक प्रजातियों की तुलना में 15 से 20 प्रतिशत अधिक है तथा इन प्रजातियों का पालन करके मत्स्य किसान अधिक आय प्राप्त कर सकते हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि उनके संस्थान में ब्रूड स्टॉक मछली के लिए सीफाबूड नाम से नया मछली आहार तैयार किया है जिससे ब्रूड स्टॉक में अण्डे का बेहतर पोषण होता है तथा उन्नत किस्म का स्वस्थ मछली बीज तैयार होता है। इसके पश्चात मत्स्य विभाग से डॉ० सोम नाथ, सहायक निदेशक मत्स्य द्वारा हिमाचल प्रदेश में जलीय कृषि में हालिया प्रगति पर विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।
इस अवसर पर अतिरिक्त निदेशक डॉ० विक्रम महाजन द्वारा विशिष्ट अतिथियों का स्वागत किया गया तथा विभाग की विभिन्न गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यशाला में सहायक निदेशक मत्स्य विभाग चंचल ठाकुर सहित विभिन्न जिलों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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