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बिलासपुर , 15 जुलाई [ राकेश शर्मा ] ! प्रदेश सरकार में नगर, ग्राम नियोजन एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने सोमवार को घुमारवीं के लोक निर्माण विभाग के रेस्ट हाउस से बिलासपुर जिला के अलग-अलग 10 सरकारी स्कूलों के विज्ञान विषय के मेधावी छात्रों को अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र और गुजरात साइंस सिटी अहमदाबाद में दो दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण के लिए हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। इस इस अवसर पर उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक और एनटीपीसी के अधिकारी उपस्थित रहे। इस अवसर पर उन्होंने पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि जनवरी माह में जिला प्रशासन द्वारा घुमारवीं के बॉयज स्कूल में स्पेस लैब का उद्घाटन किया गया था जिसमें इसरो द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों के मॉडल स्थापित किए गए थे। इसी कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए प्रशासन के इस प्रयास के बाद अब जिला के 10 मेधावी छात्र-छात्राओं को शैक्षिक भ्रमण के लिए इसरो के अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र और गुजरात साइंस सिटी ले जाया जा रहा है। इस तरह के कार्यक्रमों का उद्देश्य बिलासपुर जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में पढ़ रहे बच्चों को विज्ञान के प्रति रूचि बढ़ाना है और उन्हें स्पेस साइंस के तरफ आकर्षित करना है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन आगामी समय में बिलासपुर के अलग-अलग उप मंडलों में 4 और स्पेस लैब खोले जाएंगे। ताकि जिला बिलासपुर के ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों विज्ञान के प्रति रुचि बढ़े और जिला बिलासपुर के छात्र छात्राएं दुनिया में अपना नाम कमाए। उन्होंने कहा कि स्पेस लैब में जिन मॉडलों को बच्चों ने देखा है और उसके बारे में पढ़ा है गुजरात अनुप्रयोग केंद्र में बच्चे उसे अपने सामने कार्य करते हुए देख पाएंगे। उन्होंने बताया कि अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र एक सुरक्षित क्षेत्र है जहां जाने के लिए विशेष अनुमति की जरूरत पड़ती है। घुमारवीं में स्पेस लैब बनाने वाली कंपनी व्योमिका स्पेस लैब के अधिकारियों के प्रयास से अनुप्रयोग केंद्र और गुजरात साइंस सिटी भ्रमण करने का मौका मिल रहा है। बच्चों को अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र तक ले जाने के लिए एनटीपीसी द्वारा प्रायोजित किया गया है। अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र एसएसी संचार, प्रसारण, सुदूर संवेदन और आपदा निगरानी/शमन के क्षेत्रों में संचार, नेविगेशन, पृथ्वी अवलोकन और ग्रहीय पेलोड और संबंधित डाटा प्रसंस्करण और ग्राउंड प्रणालियों के विकास, निर्माण और योग्यता के लिए जानी जाती है। अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र के अलावा स्कूली बच्चों को गुजरात साइंस सिटी के अंतर्गत देश के सबसे बड़े स्पेस म्यूजियम भी दिखाया जाएगा और अत्याधुनिक आईमैक्स आईएमएएक्स 3डी थिएटर, ऊर्जा पार्क, जीवन विज्ञान पार्क, संगीतमय फव्वारे और एक एम्फीथिएटर प्लैनेट अर्थ पैवेलियन,हॉल ऑफ स्पेस, लाइफ साइंस पार्क भी दिखाया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन का प्रयास है कि आगामी समय में हिमाचल सरकार के सौजन्य से जिला के सभी उप मंडलों में स्पेस लैब खोला जाए ताकि इस लैब के आसपास के क्षेत्र के छात्र-छात्राओं का स्पेस साइंस की तरफ रुचि बढे। इस शैक्षणिक भ्रमण में अतिरिक्त उपायुक्त बिलासपुर डॉ निधि पटेल सहित दो अन्य शिक्षक भी रवाना हुए।
बिलासपुर , 15 जुलाई [ राकेश शर्मा ] ! प्रदेश सरकार में नगर, ग्राम नियोजन एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने सोमवार को घुमारवीं के लोक निर्माण विभाग के रेस्ट हाउस से बिलासपुर जिला के अलग-अलग 10 सरकारी स्कूलों के विज्ञान विषय के मेधावी छात्रों को अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र और गुजरात साइंस सिटी अहमदाबाद में दो दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण के लिए हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। इस इस अवसर पर उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक और एनटीपीसी के अधिकारी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर उन्होंने पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि जनवरी माह में जिला प्रशासन द्वारा घुमारवीं के बॉयज स्कूल में स्पेस लैब का उद्घाटन किया गया था जिसमें इसरो द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों के मॉडल स्थापित किए गए थे। इसी कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए प्रशासन के इस प्रयास के बाद अब जिला के 10 मेधावी छात्र-छात्राओं को शैक्षिक भ्रमण के लिए इसरो के अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र और गुजरात साइंस सिटी ले जाया जा रहा है।
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इस तरह के कार्यक्रमों का उद्देश्य बिलासपुर जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में पढ़ रहे बच्चों को विज्ञान के प्रति रूचि बढ़ाना है और उन्हें स्पेस साइंस के तरफ आकर्षित करना है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन आगामी समय में बिलासपुर के अलग-अलग उप मंडलों में 4 और स्पेस लैब खोले जाएंगे। ताकि जिला बिलासपुर के ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों विज्ञान के प्रति रुचि बढ़े और जिला बिलासपुर के छात्र छात्राएं दुनिया में अपना नाम कमाए। उन्होंने कहा कि स्पेस लैब में जिन मॉडलों को बच्चों ने देखा है और उसके बारे में पढ़ा है गुजरात अनुप्रयोग केंद्र में बच्चे उसे अपने सामने कार्य करते हुए देख पाएंगे।
उन्होंने बताया कि अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र एक सुरक्षित क्षेत्र है जहां जाने के लिए विशेष अनुमति की जरूरत पड़ती है। घुमारवीं में स्पेस लैब बनाने वाली कंपनी व्योमिका स्पेस लैब के अधिकारियों के प्रयास से अनुप्रयोग केंद्र और गुजरात साइंस सिटी भ्रमण करने का मौका मिल रहा है। बच्चों को अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र तक ले जाने के लिए एनटीपीसी द्वारा प्रायोजित किया गया है।
अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र एसएसी संचार, प्रसारण, सुदूर संवेदन और आपदा निगरानी/शमन के क्षेत्रों में संचार, नेविगेशन, पृथ्वी अवलोकन और ग्रहीय पेलोड और संबंधित डाटा प्रसंस्करण और ग्राउंड प्रणालियों के विकास, निर्माण और योग्यता के लिए जानी जाती है।
अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र के अलावा स्कूली बच्चों को गुजरात साइंस सिटी के अंतर्गत देश के सबसे बड़े स्पेस म्यूजियम भी दिखाया जाएगा और अत्याधुनिक आईमैक्स आईएमएएक्स 3डी थिएटर, ऊर्जा पार्क, जीवन विज्ञान पार्क, संगीतमय फव्वारे और एक एम्फीथिएटर प्लैनेट अर्थ पैवेलियन,हॉल ऑफ स्पेस, लाइफ साइंस पार्क भी दिखाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन का प्रयास है कि आगामी समय में हिमाचल सरकार के सौजन्य से जिला के सभी उप मंडलों में स्पेस लैब खोला जाए ताकि इस लैब के आसपास के क्षेत्र के छात्र-छात्राओं का स्पेस साइंस की तरफ रुचि बढे। इस शैक्षणिक भ्रमण में अतिरिक्त उपायुक्त बिलासपुर डॉ निधि पटेल सहित दो अन्य शिक्षक भी रवाना हुए।
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