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बिलासपुर ! देश के प्रथम प्रधानमंत्री स्व. पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती (बाल दिवस) के अवसर पर वीरवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (बाल) बिलासपुर में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) राजेश कौशल ने इस अवसर पर स्कूली विद्यार्थियों को यातायात नियमों की जानकारी देकर उन्हें सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक किया। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में स्कूली बच्चों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने बच्चों से आग्रह किया कि वे न केवल स्वयं यातायात नियमों का पालन करें, बल्कि अपने परिवार और समाज में भी सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूकता फैलाएं। उन्होंने कहा कि यातायात नियमों का पालन करने से सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में कमी लाई जा सकती है। उन्होंने विभिन्न यातायात नियमों की जानकारी देते हुए बताया कि सड़क पर चलते समय पैदल यात्रियों को हमेशा दाहिनी ओर (वाहनों की ओर मुंह करके) चलना चाहिए। छोटे बच्चों को सड़क पार कराने के लिए हमेशा किसी बड़े व्यक्ति की मदद लेनी चाहिए। सड़क पार करने के लिए ज़ेब्रा क्रॉसिंग, फ़ुट ओवर ब्रिज का प्रयोग करें। उन्होंने सुरक्षित सड़क पार करने के लिए जानकारी दी की खड़ी गाड़ियों के सामने या बीच से सड़क पार न करें। अंधे मोड़ या ऐसे मोड़ से सड़क पार न करें जहां से आने वाला वाहन चालक पैदल यात्री को न देख सके। बताया कि सड़क के दोनों तरफ देखने के उपरांत एक दूसरे का हाथ पकड़ कर सड़क पार करें, सड़क पार करते समय आवारा पशुओं से दूरी बनाएं, ट्रैफिक लाइट को भी देखें, दौड़कर कभी भी सड़क पर ना करें और ना ही भगदड मचाएं। उन्होंने विद्यार्थियों को यह भी समझाया कि सड़क पर चलते समय या वाहन में बैठे हुए मोबाइल फोन का उपयोग न करें। इसके साथ ही उन्होंने सीट बेल्ट और हेलमेट पहनना भी अनिवार्य बताया। कहा कि रॉन्ग साइड ड्राइविंग न करें और हमेशा सही दिशा में वाहन चलाएं। उन्होंने बताया कि बिना लाईसेंस के वाहन न चलाएं। इस अवसर पर उन्होंने विद्यार्थियों को गुड् समैरिटन यानी अच्छे नागरिक बनने के बारे में भी सिखाया। बताया गया कि यदि वे सड़क पर किसी घायल व्यक्ति को देखें तो उसकी मदद करने से ना डरें। बताया कि गुड समैरिटन कानून के तहत मदद करने वाले लोगों को कानूनी सुरक्षा प्रदान की जाती है। उन्होंने बताया कि दूसरों की मदद करना एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है इससे समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है। कौशल ने कहा कि यातायात नियमों के प्रति जागरूकता लाने से न केवल सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकती है, बल्कि समाज को एक सुरक्षित यातायात व्यवस्था भी प्रदान की जा सकती है। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वे इन नियमों का पालन करें और दूसरों को भी इसके प्रति जागरूक करें, ताकि सभी का जीवन सुरक्षित रहे। उन्होंने विद्यार्थियों को असुरक्षित स्थिति में टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1098 के बारे में भी बताया। इस मौके पर विद्यार्थियों ने सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करने का संकल्प लिया।इस अवसर पर प्रधानाचार्य राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (बाल) मंजू राणा, चाइल्ड हेल्पलाइन बिलासपुर के समन्वयक रविंद्र जंबाल के अतिरिक्त अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।
बिलासपुर ! देश के प्रथम प्रधानमंत्री स्व. पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती (बाल दिवस) के अवसर पर वीरवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (बाल) बिलासपुर में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) राजेश कौशल ने इस अवसर पर स्कूली विद्यार्थियों को यातायात नियमों की जानकारी देकर उन्हें सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक किया।
उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में स्कूली बच्चों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने बच्चों से आग्रह किया कि वे न केवल स्वयं यातायात नियमों का पालन करें, बल्कि अपने परिवार और समाज में भी सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूकता फैलाएं। उन्होंने कहा कि यातायात नियमों का पालन करने से सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में कमी लाई जा सकती है।
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उन्होंने विभिन्न यातायात नियमों की जानकारी देते हुए बताया कि सड़क पर चलते समय पैदल यात्रियों को हमेशा दाहिनी ओर (वाहनों की ओर मुंह करके) चलना चाहिए। छोटे बच्चों को सड़क पार कराने के लिए हमेशा किसी बड़े व्यक्ति की मदद लेनी चाहिए। सड़क पार करने के लिए ज़ेब्रा क्रॉसिंग, फ़ुट ओवर ब्रिज का प्रयोग करें। उन्होंने सुरक्षित सड़क पार करने के लिए जानकारी दी की खड़ी गाड़ियों के सामने या बीच से सड़क पार न करें। अंधे मोड़ या ऐसे मोड़ से सड़क पार न करें जहां से आने वाला वाहन चालक पैदल यात्री को न देख सके। बताया कि सड़क के दोनों तरफ देखने के उपरांत एक दूसरे का हाथ पकड़ कर सड़क पार करें, सड़क पार करते समय आवारा पशुओं से दूरी बनाएं, ट्रैफिक लाइट को भी देखें, दौड़कर कभी भी सड़क पर ना करें और ना ही भगदड मचाएं।
उन्होंने विद्यार्थियों को यह भी समझाया कि सड़क पर चलते समय या वाहन में बैठे हुए मोबाइल फोन का उपयोग न करें। इसके साथ ही उन्होंने सीट बेल्ट और हेलमेट पहनना भी अनिवार्य बताया। कहा कि रॉन्ग साइड ड्राइविंग न करें और हमेशा सही दिशा में वाहन चलाएं। उन्होंने बताया कि बिना लाईसेंस के वाहन न चलाएं।
इस अवसर पर उन्होंने विद्यार्थियों को गुड् समैरिटन यानी अच्छे नागरिक बनने के बारे में भी सिखाया। बताया गया कि यदि वे सड़क पर किसी घायल व्यक्ति को देखें तो उसकी मदद करने से ना डरें। बताया कि गुड समैरिटन कानून के तहत मदद करने वाले लोगों को कानूनी सुरक्षा प्रदान की जाती है। उन्होंने बताया कि दूसरों की मदद करना एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है इससे समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है।
कौशल ने कहा कि यातायात नियमों के प्रति जागरूकता लाने से न केवल सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकती है, बल्कि समाज को एक सुरक्षित यातायात व्यवस्था भी प्रदान की जा सकती है। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वे इन नियमों का पालन करें और दूसरों को भी इसके प्रति जागरूक करें, ताकि सभी का जीवन सुरक्षित रहे। उन्होंने विद्यार्थियों को असुरक्षित स्थिति में टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1098 के बारे में भी बताया।
इस मौके पर विद्यार्थियों ने सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करने का संकल्प लिया।इस अवसर पर प्रधानाचार्य राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (बाल) मंजू राणा, चाइल्ड हेल्पलाइन बिलासपुर के समन्वयक रविंद्र जंबाल के अतिरिक्त अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।
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