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शिमला , 24 मार्च [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश में खालिस्तान और भिंडरावाला समर्थकों द्वारा माहौल बिगाड़ने की साजिशों को लेकर एंटी टेररिस्ट फ्रंट इंडिया सख्त रुख अपनाने जा रहा है। फ्रंट का एक शिष्टमंडल मंगलवार सुबह 11:30 बजे राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से मुलाकात करेगा और इस गंभीर विषय पर चर्चा करेगा। एटीएफआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि हिमाचल में शांति भंग करने की कोशिशें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। उन्होंने बताया कि फ्रंट राज्यपाल के समक्ष बॉर्डर सुरक्षा मजबूत करने, कुल्लू में दर्ज एक विवादित एफआईआर को रद्द करने और नशे के बढ़ते खतरे पर भी चर्चा करेगा। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि हिमाचल के सीमावर्ती इलाकों में खालिस्तानी तत्वों की घुसपैठ बढ़ रही है, जिसे रोकने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय से बात कर बॉर्डर पर पैरामिलिट्री फोर्स तैनात करने की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की शांति और सुरक्षा को लेकर एटीएफआई किसी भी स्तर पर कार्रवाई करने को तैयार है। शांडिल्य ने कुल्लू में देशभक्त अमन सूद के खिलाफ दर्ज एफआईआर को गलत बताते हुए इसे रद्द करने की मांग भी उठाने की बात कही। उन्होंने कहा कि हिमाचल में राष्ट्रवादी विचारधारा को दबाने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। एटीएफआई इस मुलाकात में हिमाचल में नशे के बढ़ते प्रचलन पर भी चर्चा करेगा। फ्रंट का मानना है कि पड़ोसी राज्यों से आने वाला नशा युवाओं को बर्बाद कर रहा है, जिस पर सरकार को सख्त कदम उठाने होंगे। एटीएफआई हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल ने भी मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश को अस्थिर करने की कोशिशों पर रोक लगानी होगी। उन्होंने कहा कि अगर सरकार इस मामले में तुरंत ठोस कदम नहीं उठाती, तो एटीएफआई पूरे हिमाचल में बड़ा आंदोलन छेड़ेगा। वीरेश शांडिल्य ने साफ कहा कि हिमाचल की शांति से कोई समझौता नहीं होगा। खालिस्तानी समर्थकों और अलगाववादी तत्वों को हिमाचल की ज़मीन पर पैर जमाने नहीं देंगे। राज्यपाल से मिलकर हम इस साजिश के खिलाफ कड़ा कदम उठाने की मांग करेंगे।
शिमला , 24 मार्च [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश में खालिस्तान और भिंडरावाला समर्थकों द्वारा माहौल बिगाड़ने की साजिशों को लेकर एंटी टेररिस्ट फ्रंट इंडिया सख्त रुख अपनाने जा रहा है। फ्रंट का एक शिष्टमंडल मंगलवार सुबह 11:30 बजे राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से मुलाकात करेगा और इस गंभीर विषय पर चर्चा करेगा।
एटीएफआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि हिमाचल में शांति भंग करने की कोशिशें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। उन्होंने बताया कि फ्रंट राज्यपाल के समक्ष बॉर्डर सुरक्षा मजबूत करने, कुल्लू में दर्ज एक विवादित एफआईआर को रद्द करने और नशे के बढ़ते खतरे पर भी चर्चा करेगा।
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वीरेश शांडिल्य ने कहा कि हिमाचल के सीमावर्ती इलाकों में खालिस्तानी तत्वों की घुसपैठ बढ़ रही है, जिसे रोकने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय से बात कर बॉर्डर पर पैरामिलिट्री फोर्स तैनात करने की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की शांति और सुरक्षा को लेकर एटीएफआई किसी भी स्तर पर कार्रवाई करने को तैयार है।
शांडिल्य ने कुल्लू में देशभक्त अमन सूद के खिलाफ दर्ज एफआईआर को गलत बताते हुए इसे रद्द करने की मांग भी उठाने की बात कही। उन्होंने कहा कि हिमाचल में राष्ट्रवादी विचारधारा को दबाने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
एटीएफआई इस मुलाकात में हिमाचल में नशे के बढ़ते प्रचलन पर भी चर्चा करेगा। फ्रंट का मानना है कि पड़ोसी राज्यों से आने वाला नशा युवाओं को बर्बाद कर रहा है, जिस पर सरकार को सख्त कदम उठाने होंगे।
एटीएफआई हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल ने भी मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश को अस्थिर करने की कोशिशों पर रोक लगानी होगी। उन्होंने कहा कि अगर सरकार इस मामले में तुरंत ठोस कदम नहीं उठाती, तो एटीएफआई पूरे हिमाचल में बड़ा आंदोलन छेड़ेगा।
वीरेश शांडिल्य ने साफ कहा कि हिमाचल की शांति से कोई समझौता नहीं होगा। खालिस्तानी समर्थकों और अलगाववादी तत्वों को हिमाचल की ज़मीन पर पैर जमाने नहीं देंगे। राज्यपाल से मिलकर हम इस साजिश के खिलाफ कड़ा कदम उठाने की मांग करेंगे।
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