चमियाना में मलबे में दबी गाड़ियां,स्थानीय निवासी बोले गलत डंपिंग और कटिंग के कारण मलबा पहुंचा उनकी जमीनों पर।
- विज्ञापन (Article Top Ad) -
शिमला , 28 जून ! हिमाचल में मानसून की पहली बारिश का कहर देखने को मिला। राजधानी शिमला में बीती रात जमकर बारिश हुई । करीब 2 घंटे से अधिक समय तक तेज बारिश का दौर जारी रहा। जिसके चलते शहर में काफी नुकसान भी हुआ है। भारी बारिश के बाद चमयाना शूराला मार्ग पर तबाही का मंज़र देखने को मिला। जहा सड़क पर भारी मलबा आ गया जिसमें तीन गाड़ियां दब गई। दो गाड़ियां मलबे के निचे पूरी तरह से दब गई है। यह सारा मलबा ऊपर नाले से सड़क पर आया। और सड़क पूरी तरह से अवरुद्ध हो गई है जिसके चलते शुराला मार्ग यातायात के लिए पूरी तरह से बंद हो गया था सुबह लोग पैदल ही वहां से गुजरते हुए नजर आए। स्थानीय लोग ही सड़क को बहाल करने में जुट गए और लोग सड़क को बहाल किया सड़क के बंद होने से खासकर स्कूल जाने वाले छात्रों और ड्यूटी पर जाने वाले लोगों को सुबह करीब 1 किलोमीटर पैदल जाना पड़ा। बीती बरसात में भी यहां पर भारी भरकम मलबा सड़क पर आ गया था और इस बार भी बरसात की शुरुआत में ही अपना कहर बरसाना बारिश ने शुरू कर दिया है। इसके अलावा भट्टाकुफर से चुरट नाला की तरफ जाने वाली सड़क पर भी गाड़ियों पर पत्थर गिरे हैं जिसमें तीन गाड़ियों क्षतिग्रस्त हुई है। स्थानीय निवासी टीटू ठाकुर ने कहा कि गत रात्रि 2 घण्टे बारिश हुई जिसके कारण सारा मलबा सड़क पर आ गया और साथ ही पार्क किये गाए तीन वाहन मलबे में दब गए। उन्होंने कहा कि एनएचएआई सहित फोरलेन का कार्य यहां पर चल रहा है तथा मलबा सही तरीके से डंप न करके उसे इसध इधर ही फेंक जा रहा रहे जिस कारण मानसून की पहली बारिश से यह सारा मलबा यहां आ गया था।जिस कारण अपनी जमीन पर पर किये गए तीन वाहन भी मलबे में दब गए । उन्होंने कहा कि फोरलेन की कटिंग सही प्रकार से नही हो रही है।जिस कारण इसकी शिकायत भी की गई और मौके पर मंत्री अनिरुद्ध सिंह और उपायुक्त आये थे उसके बाद कार्य भले ही बन्द हो गया लेकिन मलबा बारिश से बहकर आ रहा है ।उन्होंने कहा कि अब गाँव के लोग कार्य तभी आरंभ होने देंगे फोरलेन का जब कंपनी के प्रतिनिधि सरकार के साथ बैठकर इसका हल निकालेंगे। वही अन्य स्थानीय निवासी दिलीप ठाकुर ने कहा कि बारिश की वजह से सारा मलबा उनकी जमीनों पर आ गया।यह पर पीडब्ल्यूडी ,एनएचएआई द्वारा सड़क चौड़ी की जा रही है इसके साथ ही फोरलेन का भी सारा मलबा बारिश के कारण उनकी जमीन में आने से पानी के स्रोत भी नष्ट हो गाए।फोरलेन की गलत कटिंग से आईपीएच के पानी के स्रोत भी बन्द हो गया जिसके कारण पाइन के लिए अब पानी दूर से लाना पड़ रहा है।
शिमला , 28 जून ! हिमाचल में मानसून की पहली बारिश का कहर देखने को मिला। राजधानी शिमला में बीती रात जमकर बारिश हुई । करीब 2 घंटे से अधिक समय तक तेज बारिश का दौर जारी रहा। जिसके चलते शहर में काफी नुकसान भी हुआ है। भारी बारिश के बाद चमयाना शूराला मार्ग पर तबाही का मंज़र देखने को मिला। जहा सड़क पर भारी मलबा आ गया जिसमें तीन गाड़ियां दब गई। दो गाड़ियां मलबे के निचे पूरी तरह से दब गई है।
यह सारा मलबा ऊपर नाले से सड़क पर आया। और सड़क पूरी तरह से अवरुद्ध हो गई है जिसके चलते शुराला मार्ग यातायात के लिए पूरी तरह से बंद हो गया था सुबह लोग पैदल ही वहां से गुजरते हुए नजर आए। स्थानीय लोग ही सड़क को बहाल करने में जुट गए और लोग सड़क को बहाल किया सड़क के बंद होने से खासकर स्कूल जाने वाले छात्रों और ड्यूटी पर जाने वाले लोगों को सुबह करीब 1 किलोमीटर पैदल जाना पड़ा। बीती बरसात में भी यहां पर भारी भरकम मलबा सड़क पर आ गया था और इस बार भी बरसात की शुरुआत में ही अपना कहर बरसाना बारिश ने शुरू कर दिया है।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
इसके अलावा भट्टाकुफर से चुरट नाला की तरफ जाने वाली सड़क पर भी गाड़ियों पर पत्थर गिरे हैं जिसमें तीन गाड़ियों क्षतिग्रस्त हुई है।
स्थानीय निवासी टीटू ठाकुर ने कहा कि गत रात्रि 2 घण्टे बारिश हुई जिसके कारण सारा मलबा सड़क पर आ गया और साथ ही पार्क किये गाए तीन वाहन मलबे में दब गए। उन्होंने कहा कि एनएचएआई सहित फोरलेन का कार्य यहां पर चल रहा है तथा मलबा सही तरीके से डंप न करके उसे इसध इधर ही फेंक जा रहा रहे जिस कारण मानसून की पहली बारिश से यह सारा मलबा यहां आ गया था।जिस कारण अपनी जमीन पर पर किये गए तीन वाहन भी मलबे में दब गए ।
उन्होंने कहा कि फोरलेन की कटिंग सही प्रकार से नही हो रही है।जिस कारण इसकी शिकायत भी की गई और मौके पर मंत्री अनिरुद्ध सिंह और उपायुक्त आये थे उसके बाद कार्य भले ही बन्द हो गया लेकिन मलबा बारिश से बहकर आ रहा है ।उन्होंने कहा कि अब गाँव के लोग कार्य तभी आरंभ होने देंगे फोरलेन का जब कंपनी के प्रतिनिधि सरकार के साथ बैठकर इसका हल निकालेंगे।
वही अन्य स्थानीय निवासी दिलीप ठाकुर ने कहा कि बारिश की वजह से सारा मलबा उनकी जमीनों पर आ गया।यह पर पीडब्ल्यूडी ,एनएचएआई द्वारा सड़क चौड़ी की जा रही है इसके साथ ही फोरलेन का भी सारा मलबा बारिश के कारण उनकी जमीन में आने से पानी के स्रोत भी नष्ट हो गाए।फोरलेन की गलत कटिंग से आईपीएच के पानी के स्रोत भी बन्द हो गया जिसके कारण पाइन के लिए अब पानी दूर से लाना पड़ रहा है।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -