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करसोग उपमंडल के लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह बरल में कला अध्यापकों ने एक बैठक का आयोजन हुआ इसकी अध्यक्षता प्रधान अमर सेन ने की उन्होंने कहा कि हजारों युवाओं ने कला अध्यापक का प्रशिक्षण लिया है लेकिन भर्तियां नहीं हो पा रही है। कला अध्यापक अध्यक्ष अमर सेन ने कहा कि बेरोजगार कला अध्यापक संघ करसोग ने ड्राइंग मास्टरों के बैच वाइज भर्ती करने की मांग की है तथा संघ के सदस्य करसोग विधायक को घर जाकर अपना मांग पत्र सौंपेंगे। करसोग बेरोजगार कला अध्यापक संघ की बैठक अध्यक्ष अमर सेन की अध्यक्षता में रविवार को पीडब्ल्यूडी विश्राम गृह करसोग में आयोजित की गई। जिसमें ड्राइंग मास्टर काडर की मांगों और समस्याओं पर चर्चा की गई। इस अवसर पर रोष स्वरूप ड्राइंग मास्टर के डिप्लोमे सरकार को भेजने पर भी चर्चा की है। इस अवसर पर अध्यक्ष अमर सेन ने कहा कि दो दशकों से ड्राइंग मास्टर रोजगार के लिए सरकार से मांग कर रहा है। लेकिन पूर्व की सरकारों की नीतियों के कारण इस काडर की अनदेखी की गई है। उन्होंने कहा कि अधिकतर बेरोजगार गरीब परिवार से तालुक रखते है, और डिप्लोमा करने के उपरांत सरकार से नियुक्ति की मांग कर रहे है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर साधारण और भले इनसान है और मंडी जिले से तालुक रखते है, अपने पड़ोसी क्षेत्र करसोग से बुलंद की गई मांग को अवश्य ही पूरा करेंगे। इस विषय पर संघ ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग की है की ड्राइंग मास्टर के स्कूलों में खाली पड़े पदों को भरने के लिए स्टैंडिंग पूल हटाए अथवा सौ की संख्या में कम कर 25 से 30 की संख्या वाले मिडिल और हाई स्कूलों में नियुक्तियां प्रदान की जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अधिकतर स्कूलों में बच्चों की संख्या का आंकड़ा दिन प्रति दिन गिर रहा है और एक सौ अधिक संख्या वाले स्कूल प्रदेश में नाम मात्र के रह गए है। ऐसे में जो बच्चे शिक्षा ले रहे है, उन्हे ड्राइंग विषय से वंचित नहीं छोड़ा जा सकता है। करसोग कला अध्यापक संघ अध्यक्ष अमर सेन व इनके सहयोगी लता देवी ने कहा है कि सन 2006 मैं हमने निजी संस्थानों से सरकार के द्वारा काउंसलिंग के माध्यम से कला अध्यापक की ट्रेनिंग की थी निरंतर 15 सालों से अभी तक सरकार ने कला अध्यापकों की कोई भी नियुक्ति न बैच वाइज के आधार पर की है और ना ही अन्य कोई भी सरकार की पॉलिसी कला अध्यापकों के ऊपर बनाई है जिससे कि हिमाचल के लगभग 15000 कला अध्यापक की ट्रेनिंग किए हुए शिक्षार्थी बेरोजगार हो चुके हैं तथा सरकार ने अभी तक प्रशिक्षित कला अध्यापक रिक्त पड़े हुए पदों में से सिर्फ कम कला अध्यापकों की नियुक्ति कर पाई है ही उन्होंने कहा कि बेरोजगार कला अध्यापक संघ करसोग जल्द ही उपमंडल स्तरीय पर सदस्यता अभियान चलाएगा तथा प्रदेश भर के विभिन्न जिलों में भी सदस्य अभियान पर कार्य करेगा । संघ ने सरकार के ड्राइंग मास्टर काडर से सौतेले रवैये को लेकर रोष जताते हुए कहा कि अगर जल्द सरकार निर्णय नहीं लेती, तो बेरोजगार ड्राइंग मास्टर प्रदेश भर में धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर होगा। इस अवसर पर मंडी के तहसील करसोग कार्यकारिणी अध्यक्ष अमर सेन, युवराज, गंगासिंह, लता देवी, पम्मी वर्मा, ममता वर्मा, लज्जा देवी, इंदिरा देवी , पूनम कुमारी, नीलम, संजीवना, रीता देवी ,इंदु सहित सदस्य उपस्थित रहे।
करसोग उपमंडल के लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह बरल में कला अध्यापकों ने एक बैठक का आयोजन हुआ इसकी अध्यक्षता प्रधान अमर सेन ने की उन्होंने कहा कि हजारों युवाओं ने कला अध्यापक का प्रशिक्षण लिया है लेकिन भर्तियां नहीं हो पा रही है। कला अध्यापक अध्यक्ष अमर सेन ने कहा कि बेरोजगार कला अध्यापक संघ करसोग ने ड्राइंग मास्टरों के बैच वाइज भर्ती करने की मांग की है तथा संघ के सदस्य करसोग विधायक को घर जाकर अपना मांग पत्र सौंपेंगे। करसोग बेरोजगार कला अध्यापक संघ की बैठक अध्यक्ष अमर सेन की अध्यक्षता में रविवार को पीडब्ल्यूडी विश्राम गृह करसोग में आयोजित की गई। जिसमें ड्राइंग मास्टर काडर की मांगों और समस्याओं पर चर्चा की गई। इस अवसर पर रोष स्वरूप ड्राइंग मास्टर के डिप्लोमे सरकार को भेजने पर भी चर्चा की है। इस अवसर पर अध्यक्ष अमर सेन ने कहा कि दो दशकों से ड्राइंग मास्टर रोजगार के लिए सरकार से मांग कर रहा है। लेकिन पूर्व की सरकारों की नीतियों के कारण इस काडर की अनदेखी की गई है।
उन्होंने कहा कि अधिकतर बेरोजगार गरीब परिवार से तालुक रखते है, और डिप्लोमा करने के उपरांत सरकार से नियुक्ति की मांग कर रहे है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर साधारण और भले इनसान है और मंडी जिले से तालुक रखते है, अपने पड़ोसी क्षेत्र करसोग से बुलंद की गई मांग को अवश्य ही पूरा करेंगे। इस विषय पर संघ ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग की है की ड्राइंग मास्टर के स्कूलों में खाली पड़े पदों को भरने के लिए स्टैंडिंग पूल हटाए अथवा सौ की संख्या में कम कर 25 से 30 की संख्या वाले मिडिल और हाई स्कूलों में नियुक्तियां प्रदान की जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अधिकतर स्कूलों में बच्चों की संख्या का आंकड़ा दिन प्रति दिन गिर रहा है और एक सौ अधिक संख्या वाले स्कूल प्रदेश में नाम मात्र के रह गए है। ऐसे में जो बच्चे शिक्षा ले रहे है, उन्हे ड्राइंग विषय से वंचित नहीं छोड़ा जा सकता है। करसोग कला अध्यापक संघ अध्यक्ष अमर सेन व इनके सहयोगी लता देवी ने कहा है कि सन 2006 मैं हमने निजी संस्थानों से सरकार के द्वारा काउंसलिंग के माध्यम से कला अध्यापक की ट्रेनिंग की थी निरंतर 15 सालों से अभी तक सरकार ने कला अध्यापकों की कोई भी नियुक्ति न बैच वाइज के आधार पर की है और ना ही अन्य कोई भी सरकार की पॉलिसी कला अध्यापकों के ऊपर बनाई है जिससे कि हिमाचल के लगभग 15000 कला अध्यापक की ट्रेनिंग किए हुए शिक्षार्थी बेरोजगार हो चुके हैं तथा सरकार ने अभी तक प्रशिक्षित कला अध्यापक रिक्त पड़े हुए पदों में से सिर्फ कम कला अध्यापकों की नियुक्ति कर पाई है ही उन्होंने कहा कि बेरोजगार कला अध्यापक संघ करसोग जल्द ही उपमंडल स्तरीय पर सदस्यता अभियान चलाएगा तथा प्रदेश भर के विभिन्न जिलों में भी सदस्य अभियान पर कार्य करेगा । संघ ने सरकार के ड्राइंग मास्टर काडर से सौतेले रवैये को लेकर रोष जताते हुए कहा कि अगर जल्द सरकार निर्णय नहीं लेती, तो बेरोजगार ड्राइंग मास्टर प्रदेश भर में धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर होगा। इस अवसर पर मंडी के तहसील करसोग कार्यकारिणी अध्यक्ष अमर सेन, युवराज, गंगासिंह, लता देवी, पम्मी वर्मा, ममता वर्मा, लज्जा देवी, इंदिरा देवी , पूनम कुमारी, नीलम, संजीवना, रीता देवी ,इंदु सहित सदस्य उपस्थित रहे।
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