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शिमला, 15 सितम्बर, [ विशाल सूद ] ! इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) हिमाचल प्रदेश राज्य केंद्र, शिमला ने आज 57वें अभियंता दिवस का सफल आयोजन किया। यह समारोह महान अभियंता भारत रत्न सर एम. विश्वेश्वरैया की प्रेरणादायक विरासत को समर्पित था, जिनके आदर्श और योगदान ने भारतीय इंजीनियरिंग को नई ऊंचाइयां दी हैं। कार्यक्रम की थीम थी "नवीनतम एआई-संचालित तकनीकों को अपनाकर इंजीनियरिंग समाधानों के साथ स्थिरता को बढ़ावा देना"।। कार्यक्रम की अध्यक्षता (इंजी.) विश्व मोहन जोशी, अध्यक्ष, आईईआई हिमाचल प्रदेश राज्य केंद्र, शिमला ने की। अपने स्वागत भाषण में उन्होंने अभियंता समुदाय के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त की और आधुनिक समय में तकनीकी नवाचारों और स्थिरता पर जोर दिया। उन्होंने सर एम. विश्वेश्वरैया के आदर्शों का अनुसरण करने का आह्वान किया, जिससे इंजीनियरिंग के क्षेत्र में सृजनात्मकता और सेवा की भावना को बढ़ावा मिले।उन्होंने कहा कि 57वें अभियंता दिवस का यह आयोजन हिमाचल प्रदेश के इंजीनियरिंग समुदाय के लिए ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक साबित हुआ, जिसमें एआई और स्थिरता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर सार्थक चर्चा हुई। कार्यक्रम में यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एच पी यूनिवर्सिटी शिमला के छात्रों के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश के विभिन्न सरकारी विभागों और प्रमुख एनजीओ साई इटरनल फाउंडेशन शिमला के अभियंताओं ने भी भाग लिया। इन विभागों से आए अभियंताओं ने अपने अनुभव साझा किए और आधुनिक एआई प्रौद्योगिकी के साथ स्थिरता को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की। उनकी भागीदारी ने इस कार्यक्रम को और अधिक समृद्ध बनाया और नए विचारों का आदान-प्रदान किया गया। इस समारोह में मुख्य वक्ता प्रो,.डॉ. बलवीर सिंह ठाकुर हेड कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग एच पी यूनिवर्सिटी शिमला ने भी अपने विचार सांझा किये।वही इंजी. जसवंत सिंह, ऑनरेरी सेक्रेटरी, आई ई आई हिमाचल प्रदेश राज्य केंद्र,ने धन्यवाद किया।।
शिमला, 15 सितम्बर, [ विशाल सूद ] ! इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) हिमाचल प्रदेश राज्य केंद्र, शिमला ने आज 57वें अभियंता दिवस का सफल आयोजन किया। यह समारोह महान अभियंता भारत रत्न सर एम. विश्वेश्वरैया की प्रेरणादायक विरासत को समर्पित था, जिनके आदर्श और योगदान ने भारतीय इंजीनियरिंग को नई ऊंचाइयां दी हैं। कार्यक्रम की थीम थी "नवीनतम एआई-संचालित तकनीकों को अपनाकर इंजीनियरिंग समाधानों के साथ स्थिरता को बढ़ावा देना"।।
कार्यक्रम की अध्यक्षता (इंजी.) विश्व मोहन जोशी, अध्यक्ष, आईईआई हिमाचल प्रदेश राज्य केंद्र, शिमला ने की। अपने स्वागत भाषण में उन्होंने अभियंता समुदाय के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त की और आधुनिक समय में तकनीकी नवाचारों और स्थिरता पर जोर दिया। उन्होंने सर एम. विश्वेश्वरैया के आदर्शों का अनुसरण करने का आह्वान किया, जिससे इंजीनियरिंग के क्षेत्र में सृजनात्मकता और सेवा की भावना को बढ़ावा मिले।उन्होंने कहा कि 57वें अभियंता दिवस का यह आयोजन हिमाचल प्रदेश के इंजीनियरिंग समुदाय के लिए ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक साबित हुआ, जिसमें एआई और स्थिरता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर सार्थक चर्चा हुई।
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कार्यक्रम में यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एच पी यूनिवर्सिटी शिमला के छात्रों के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश के विभिन्न सरकारी विभागों और प्रमुख एनजीओ साई इटरनल फाउंडेशन शिमला के अभियंताओं ने भी भाग लिया। इन विभागों से आए अभियंताओं ने अपने अनुभव साझा किए और आधुनिक एआई प्रौद्योगिकी के साथ स्थिरता को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की। उनकी भागीदारी ने इस कार्यक्रम को और अधिक समृद्ध बनाया और नए विचारों का आदान-प्रदान किया गया।
इस समारोह में मुख्य वक्ता प्रो,.डॉ. बलवीर सिंह ठाकुर हेड कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग एच पी यूनिवर्सिटी शिमला ने भी अपने विचार सांझा किये।वही इंजी. जसवंत सिंह, ऑनरेरी सेक्रेटरी, आई ई आई हिमाचल प्रदेश राज्य केंद्र,ने धन्यवाद किया।।
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