

शिमला ! भारतीय सेना की 133 पैदल वाहिनी प्रादेशिक सेना पर्यावरण डोगरा ने विश्व पर्यावरण पर्यावरण दिवस के उपलक्ष में तीन दिवसीय पर्यावरण अभियान चलाया जो कि 3 जून से शुरू होकर 5 जून को संपन्न हुआ। यह कार्यक्रम शिमला के कुफरी मंडी के तत्तापानी और जलोगी में आयोजित हुए। 3 जून को ‘बी’ कंपनी जलोगी ने इस अभियान के तहत विभिन्न स्कूली छात्रों को माध्यम बनाते हुए पर्यावरण की सुरक्षा का आवाहन किया।
4 जून को जवानों ने कुफरी के इलाकों में सफाई अभियान को अंजाम दिया और प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने की लोगों में जागरूकता बढ़ाई। 5 जून को ‘ए’ कंपनी के बहादुर जवानों ने तत्तापानी के ग्रामीणों को पर्यावरण संतुलन और प्राकृतिक आपदाओं से बचाव संबंधित जानकारी दी। इस दौरान वृक्षारोपण भी किया गया। कमान अधिकारी कर्नल मोहन सिंह ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण सिर्फ 133 ईटीएफ का ही नहीं बल्कि हर एक नागरिक का उद्देश्य होना चाहिए। हमें पेड़ लगाने के अलावा जंगल की आग और जंगल संग्रहण पर भी ध्यान देना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि अपने जीवन से हमें प्लास्टिक को निकाल फेंकना होगा और अपने पर्यावरण के संतुलन को बरकरार रखने के लिए हर एक नागरिक को अपना योगदान देना होगा।