चम्बा , 20 सितम्बर [ शिवानी ] ! पंडित जवाहर जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल चम्बा में अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस होगी। यह कॉन्फ्रेंस फॉरेंसिक एथिकॉन पर होगी।
पहली बार हिमाचल प्रदेश के किसी कॉलेज में इस बार की कॉन्फ्रेंस का आयोजन हो रहा है। 23 से 25 सितंबर तक होने वाली इस कॉन्फ्रेंस में भारत समेत 5 देशों के 100 डेलिगेट्स शामिल होंगे।
इसमें कनाडा के 2 तथा अमेरिका, चीन और नेपाल का 1-1 डेलीगेट शामिल है। विदेशों के अधिकतर डेलीगेट ऑनलाइन माध्यम से जुड़ेंगे।
इसके अलावा आधे से ज्यादा भारत के डेलीगेटस इस कॉन्फ्रेंस में उपस्थित होकर अपने शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे। यह बात कांफ्रेंस के आयोजक सचिव डॉ प्रदीप सिंह ने चम्बा में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कही।
इंडियन कांफ्रेंस ऑफ फॉरेंसिक मेडिसिन एंड टॉकिसकोलोजी (आई .सी .एम .टी )के तहत कॉन्फ्रेंस हो रही है ।
इसी तरह सोसायटी फॉर प्रिवेशन ऑफ इंज्यूरियस कॉर्पोरल पनिशमेंट (एस. पी. आई .सी) के तहत कॉन्फ्रेंस होगी ।
उन्होंने कहा कि कॉन्फ्रेंस में किसी भी अपराध में फॉरेंसिक जांच के महत्व पर चर्चा की जाएगी और कपड़े ,खून, बाल के सैंपल तथा फिंगर प्रिंट के माध्यम से साक्ष्य जुटाने बारे जानकारी दी जाएगी।
इसके लिए आर्टिफिशियल बॉडी के माध्यम से प्रायोगिक विधि से बताया जाएगा । प्रदीप सिंह ने कहा कि आज के दौर में अपराध कम नहीं हुए हैं ।
लेकिन कई बार क्राइम डी डिटेक्ट नहीं कर पाते है। इस में फॉरेंसिक की भूमिका महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। इस पर मंथन होगा इसमें सी. बी. आई साइंटिस्ट और एम.बी.बी.एस पर्सनल भी उपस्थित रहेंगे।
कॉन्फ्रेंस में जितने भी शोध पत्र प्रस्तुत होंगे ,उसकी एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी। उसके बाद यह रिपोर्ट मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया को भेजी जाएगी।
इस अवसर पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ.पंकज गुप्ता, डा. अशोक कौशल व शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. विशाल शर्मा उपस्थित रहेंगे।