सोलन ! दून विधानसभा में पहाड़ी क्षेत्र के किसान इन दिनों अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं। क्षेत्र के दर्जनों गांव में पिछले दिनों हुई लगातार तेज बारिश और हवा ने किसानों के ऊपर कहर बरपा दिया है। वहीं इंटक अध्यक्ष बबलू पंडित ने अपनी टीम के साथ किसानों का हाल जानने के लिए दून विधानसभा क्षेत्र की साई पंचायत का दौरा कर किसानों की बदहाली पर गहरी चिंता जताई है।
उन्होंने कहा कि दून विधानसभा में पहाड़ी क्षेत्र के किसानों की हालत बेहद बुरी है। किसान अपने खेतों में फसल देखकर बेहद परेशान है और उनके माथे पर चिंता की लकीरें साफ तौर पर दिखाई दे रही है। उन्होंने कहा कि किसानों की फसल पूरी तरह खराब हो चुकी है। फायदा तो दूर बल्कि उनकी लागत भी इस बार नहीं निकल रही है।
ऐसे में किसान अपना घर परिवार कैसे चलाएँगे यह समझ में नहीं आ रहा है। दून का किसान बहुत ही हताश हो चुका है। किसानों ने अच्छी फसल की चाहत में कीमती बीच व कीटनाशक बैंको से कर्ज लेकर ख़रीदे लेकिन फसल ना होने से किसानों के सर पर ऋण खड़ा होने से उनका घर चलना मुश्किल हो गया। ऐसे में किसान आत्महत्या करने की स्थिति से गुजर रहा है।
उन्होंने कहा कि पहाड़ी क्षेत्र होने के वजह से किसानों के पास खेती बाड़ी के अलावा अन्य कोई भी कमाई का साधन नही है और अधिक बरसात होने के वजह से फसलें खराब हो चुकी है व कुछ बची फसलों को कीड़ो ने तबाह कर दिया है। लेकिन दून विधायक व प्रदेश सरकार इनकी कोई भी सुध नही ले रही है। एक तरफ जहां प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए अनेक वादे करती है परंतु यह वादे केवल घोषणाओं तक ही सीमित रह जाते है।
पंडित ने कहा कि वैसे तो प्रदेश सरकार ने किसानों की आवाज उठाने के लिए किसान मोर्चा का गठन भी किया है पर हैरानी की बात यह है कि किसान मोर्चा की पदाधिकारी केवल भाजपा की रैलीयों में भीड़ जुटाने के अलावा कुछ नही कर रहे है। इसलिए बबलू पंडित ने तहसीदार बद्दी के माध्यम से ज्ञापन देकर मुख्य्मंत्री जयराम ठाकुर से अनुरोध किया है कि सरकार द्वारा किसानों को राहत दी जाए। उनका ऋण माफ किया जाए और खराब हुई फसलों पर उचित मुआवजा प्रदान किया जाए।
इस मौके पर उनके साथ खेती हर किसान इंटक के जिला अध्यक्ष राम सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव शर्मा, बीबीएन इंटक उपाध्यक्ष लायक राम व हेमराज ठाकुर, बीबीएन यूथ इंटक के अध्यक्ष अजय कोहली, मनीष, जयसिंह, धनीराम, रमाकांत, अजमेर सिंह, प्रकाश चंद,अजीत सिंह, रंजीत, ज्ञान चंद, रमेश चंद, धर्म दत्त, पृथ्वीराज, मदन ठाकुर, भूपेंद्र पाल, तारा देवी, सुखदेव, अनीता देवी, रत्नीदेवी, सलिन्दर देवी, सुमन देवी, गीता देवी, संजू देवी सहित अन्य किसान उपस्थित रहे।