चम्बा ! आज एसएफआई इकाई चम्बा द्वारा 29 इकाई सम्मेलन किया गया। सम्मेलन का उदघाटन एसएफआई राज्य सचिव अमित ठाकुर द्वारा किया गया।
राज्य सचिव ने सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश और प्रदेश में बीजेपी की सरकार काम कर रही है जिनकी नीतियां शिक्षा को प्राइवेट हाथों में देने की है । इसका जीता जागता उदाहरण मोदी सरकार के द्वारा लाई गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति है । जिसके जरिए पूरे देश के सरकारी शिक्षण संस्थानों को सोची समझी साजिश के जरिए कोरप्रेट के हाथों देने की है ।
आज सरकारी शिक्षा को बचाने के लिए व शिक्षा के बजट में बढ़ोतरी कराने के लिए संघर्ष करना होगा सभी छात्रों को लामबद्ध कर मोदी सरकार की शिक्षा विरोधी नीतियों के खिलाफ एकजुटता दिखाने की जरूरत है । सम्मेलन के समापन में पूर्व छात्र मीनाक्षी शर्मा ने बताया कि आज महाविद्यालयों में मूलभूत सुविधाओ के आभाव के चलते छात्रों को अपनी पढ़ाई छोड़ने पर मजबूर होना पड़ रहा है । चंबा जिला का सबसे बड़ा कालेज है लेकिन स्टाफ की कमी के कारण शिक्षा का स्तर लगातार गिरता जा रहा है ।
नव निर्वाचित कमेटी ने कॉलेज में टीचर के खाली पदों को , शौचालय की नियमित सफाई , बस पास की ऑनलाइन सुविधा , जैसी मूलभूत सुविधाओं को प्रदेश सरकार के समक्ष प्राथमिकता से उठाने के लिए आह्वान किया है । अगर मांगें जल्द से जल्द पूरी नहीं की जाती है तो एसएफआई इकाई चंबा महाविद्यालय में इन मांगों को लेकर छात्रों को लामबंद कर प्रदेश सरकार व प्रशासन के खिलाफ आंदोलन शुरू करेंगे।जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।