कुल्लू ! आनी क्षेत्र के प्रत्येक घर मे कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है । लोग इस दिन व्रत रखते है और देवालयों में जाकर पूजाअर्चना व भजन कीर्तन करते है। जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण के मंदिर जलोड़ी बटाला और परशुराम मंदिर ओलवा में भक्तिमय स्वरूप को देखा गया। लोगो ने देवताओं से सामाजिक सुख और भाईचारे की कामना की । जन्माष्टमी पर्व हर साल भाद्र मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। हिंदू मान्यता अनुसार इस दिन भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था। भगवान कृष्ण के भक्तों के लिए ये त्योहार बेहद ही खास होता है। लोग इस दिन व्रत रखते हैं और रात के 12 बजे कृष्ण जी की पूजा करने के बाद व्रत खोलते हैं। भगवान कृष्ण ने मथुरा नगरी में कंस के कारागृह में देवकी की आठवीं संतान के रूप में जन्म लिया था। इस साल 2021 में जन्माष्टमी का पर्व 30 अगस्त को धूमधाम से मुरलीधर मंदिर बटाला और कुलक्षेत्र महादेव ओलवा व अन्य देवालय और आनी खण्ड के सभी घरों में धूमधाम से मनाया गया। अष्टमी तिथि की शुरुआत 29 अगस्त को रात 11.25 बजे से होगी और इसकी समाप्ति 31 अगस्त को 01.59 बजे पर होगी। रोहिणी नक्षत्र का प्रारंभ 30 अगस्त को सुबह 06.39 बजे पर होगा और इसकी समाप्ति 31 अगस्त को सुबह 09.44 बजे होगी। पूजा का समय 30 अगस्त की रात 11.59 बजे से 12.44 बजे तक रहेगा। इस मुहूर्त की कुल अवधि 45 मिनट की है। इस दिन व्रत रखने वाले सदस्य के द्वारा कोई अन्न ग्रहण नहीं किया जाता है। ये व्रत एक निश्चित अवधि में तोड़ा जाता है। अमूमन जन्माष्टमी व्रत अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र के समाप्त होने के बाद तोड़ा जाता है। यदि सूर्योदय के बाद इन दोनों में से कोई भी मुहूर्त सूर्यास्त से पहले समाप्त नहीं होता तो व्रत सूर्यास्त के बाद तोड़ा जाता है। अगर इन दोनों में से कोई भी एक मुहूर्त पहले समाप्त हो जाये तो उस समय के बाद जन्माष्टमी व्रत का पारण किया जा सकता है। आनी क्षेत्र के लोगो मे इस पर्व को मानने के काफी उत्साहित दिखे ।
होम Khabar Himachal Se कुल्लू ! कृष्ण जन्माष्टमी पर मुरलीधर मंदिर बटाला और कुलक्षेत्र महादेव मंदिर...
- विज्ञापन (Article inline Ad) -
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
लोकप्रिय खबरें/Popular News
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
वीडियो/Videos
जनमत सर्वेक्षण/Opinion Poll
इस जनमत में पोल करने की समय अवधि समाप्त हो गयी है !