शिमला ! हिमाचल प्रदेश विधिक अध्ययन संस्थान हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में एक दिवसीय पर्यावरण कानून एवं अधिकार विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में हिमाचल प्रदेश के उच्च न्यायालय के न्यायाधीश विवेक सिंह ठाकुर व हिमाचल प्रदेश राष्ट्रीय विधिक अध्ययन संस्थान के कुलपति आचार्य डॉ. निष्ठा जसवाल मुख्य रूप से उपस्थित रहें। न्यायमूर्ति श्री विवेक सिंह ठाकुर ने अपने वक्तव्य में भारतवर्ष की पारंपरिक वातावरण संबंधित व्यवस्था के उद्धारण देकर संगोष्ठी में उपस्थित प्रतिभागियों का ज्ञान वर्धन व मनोबल बढ़ाया ।
उन्होंने भारतीय संस्कृति में पर्यावरण के संरक्षण की भूमिका का विश्व में सर्वोच्च स्थान बताया । कुलपति निष्ठा जसवाल ने आधुनिक युग में अधिकारों के साथ-साथ पर्यावरण के प्रति आज के युवाओं के द्वारा अपने कर्तव्यों का वहन करने पर जोर दिया। उन्होंने उच्चतम न्यायालय द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों को अपने व्याख्यान में विशेष रुप से कुछ निर्णय को अपने वक्तव्य में आधार बनाया। इस मौके पर राष्ट्रीय संगोष्ठी में प्रतिभागियों द्वारा लिखे गए शोध पत्रों का एक पुस्तक रूप में विमोचन किया ।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से विधि विभाग के विभागाध्यक्ष व अधिष्ठाता डॉ. रघुविंदर सिंह, संध्याकालीन विभाग की प्राचार्या डॉ मीनाक्षी फेथ पाॅल, अर्थशास्त्र विभाग की आचार्या अपर्णा नेगी, अग्रसेन विश्वविद्यालय के डॉ. विशाल कल्याण, पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष विकास डोगरा, हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय से एच.आर. जिन्टा व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहें।