हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव का दावा कारोना से निपटने के वर्तमान में सभी तैयारियां और संसाधन की नही कमी।
लेकिन अगर संक्रमण के मामले भविष्य में भी तेजी से बढ़ेंगे तो करनी पड़ सकती है अतिरिक्त व्यवथा । उस प्लान पर भी मंथन कर रही सरकार। ऑक्सीजन की भरपूर उपलब्धता, केवल ऑक्सीजन के भंडारण के लिए खाली सिलेंडरों की कमी, केंद्र से की है 5 हज़ार खाली बी औए डी टाइप सिलेण्डर की मांग।
आने वाली चुनौतियों की तैयारी में जुट गई सरकार, फिलहाल इस स्थिति को पीक बताना संभव नहीं, लेकिन सरकार हर चुनौती को लेकर कर रही अपनी अगली तैयारियां। हर तरह की व्यवस्था देखने कें लिये गठित की है चार समितियां, ऑक्सीजन से लेकर, बेड्स, कारपोरेट घरानों से मद्दत के साथ प्रशासनिक समन्वय का बखूबी काम देख रही है ये कमेटियां । मुख्य सचिव ने माना हिमाचल में देश के मुकाबले ज्यादा है पॉज़िटिवी और मोर्टेलिटी रेट। लोगों का संक्रमण को लेकर डरके कमी औऱ लापरवाही हो सकती है इसकी वजह, नया स्ट्रेन ज्यादा तेजी से करता है हमला और जीवन पर आघात।
इसी को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में बढ़ायी गयी है सख्ती, अल्गे तीन चार दिनों तक इस व्यवस्था की निगरानी करेगी सरकार,बुसके बाद अगर ज़रूरी हुआ तो लिया जा सकता है कोई और फैंसला। मुख्य सचिव ने लोगों से की संयय के साथ कारोना पाबंदियों के पालन करते हुए संक्रमण रोकने में साकार की मद्दत की अपील।