चम्बा ! चम्बा जिला में आवारा पशुओं का आतंक थमने का नाम ही नहीं ले रहा है । दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों के लोग अपने मवेशियों को शहर में छोड़ रहे हैं जिसकी वजह से यहां सड़कों पर इन आवारा पशुओ से जहां यातायात अवरुद्ध होता है वहीं आसपास के किसानों की फसलों को भी यह आवारा पशु नुकसान पहुंचा रहे हैं । मुख्यालय के साथ लगते बालू से राजपुरा तक की बात कर तो यहां पर दर्जनों आवारा पशु कई महीने से यहां लोगों को परेशानी का सबब बने हुए हैं। सड़क पर इतने आवारा पशु है यहां पर पैदल चलना तो दूर वाहन चालकों को भी काफी दिक्कत हो रही है । कई बार आवारा पशुओं की वजह से दुपहिया वाहन चालक चोटिल भी हो चुके हैं साथ ही पैदल चलते लोगों को यह आवारा पशु नुकसान पहुंचा चुके हैं। ऐसा नहीं है कि लोग इसकी शिकायत प्रशासन से नहीं किए हैं । कई बार लोगों ने उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन भेजा लेकिन उनकी समस्या जस की तस बनी हुई है । चम्बा- तीसा मार्ग पर परेल में बने नए पुल पर आवारा पशुओं के झुंड अक्सर देखे जा सकते हैं मानो यह इसी पुल को अपना आशियाना समझ रहे हो ।
यहां के स्थानीय लोगों ने बताया कि चम्बा मुख्यालय के साथ बालू से कियानी तक आवारा पशुओं का पूरी तरह से आतंक मचा हुआ है ।उन्होंने बताया कि इन आवारा पशुओं की वजह से कई बार दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं। लोगों ने बताया कि यह आवारा पशु रात के समय लोगों के खेतों को भी बर्बाद कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह आवारा पशु वजह से अब कई लोगों ने अपने खेतों में फसल बिजना ही छोड़ दिया है। क्योंकि हर समय दिन-रात इन आवारा पशुओं का उन्हें पहरा देना पड़ता है। लोगों ने कहा कि इसकी शिकायत हमने कई बार उपायुक्त से भी की है उन्होंने आश्वासन भी दिया लेकिन अभी तक इनकी समस्या पर कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई । उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया है कि जल्द से इन आवारा पशुओं से उन्हें निजात दिलाई जाए ताकि वह चैन से रह सकें।