चम्बा ! सरकारी कर्मचारी का भी है एक तबका भूली प्रदेश सरकार :- जिला अध्यक्ष न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ चम्बा !

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चम्बा ! जिला अध्यक्ष न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ जिला चम्बा सुनील जरयाल ने बताया है कि प्रदेश सरकार यह भूल चुकी है कि प्रदेश में कर्मचारियों का भी एक तबका है और उनकी भी कुछ मांगे हैं जिनको लगातार प्रदेश सरकार दरकिनार कर रही है। जरयाल ने बताया कि पहले 25 जनवरी फिर आम बजट और अब 15 अप्रैल को माननीय मुख्यमंत्री महोदय ने प्रदेश सरकार के कर्मचारियों को लगातार निराश किया है। ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री महोदय को यह याद दिलाना पड़ेगा कि प्रदेश में कर्मचारी तबका भी है जिनके बूते यह सरकार चल रही है। सरकार की योजनाओं को धरातल पर लागू करने के लिए कर्मचारी दिन रात मेहनत कर रहे हैं।

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जिलाध्यक्ष ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री महोदय ने 15 अप्रैल तक प्रदेश के कर्मचारियों को कुछ अच्छी सूचना देने का आश्वासन दिया था। लेकिन इस बार फिर से कर्मचारियों को छला गया है जिससे कि कर्मचारी वर्ग में भारी निराशा है। जिलाध्यक्ष ने बताया कि न तो ओपीएस कमेटी गठन हुआ , न ही केंद्र लाभ जारी हुए, न ही कॉन्ट्रेक्ट की अवधि 2 वर्ष हुई न ही 4-9-14 की वेतन विसंगतियां सुलझी न ही डीए की आस पूरी हुई ।

जरयाल ने बताया कि महासंघ समस्याओं का शांतिपूर्ण तरीके से हल चाहता है लेकिन शायद सरकार इसके पक्ष में नहीं है ।महासंघ को मिलने के लिए समय न देना सरकार के तानाशाही पूर्ण रवैये को दर्शाता है ।उन्होंने एक बार फिर से अपील की है कि मुख्यमंत्री महोदय जल्द कर्मचारियों की मांगों पर गौर करें और उनको सुलझाने के लिए वार्ता हेतु एनपीएसईए को बुलाएं।

2009 की अधिसूचना तो लागू नहीं हुई लेकिन न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ ने दिवंगत साथी की धर्मपत्नी को सौंपा 5 लाख का चेक जिला अध्यक्ष सुनील जरयाल की अगुवाई में न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ का एक प्रतिनिधिमंडल फरवरी माह में दिवंगत हुए लोक निर्माण विभाग के साथी के घर जाकर मिला और उनकी धर्मपत्नी को एनपीएसईए द्वारा शुरू की गई जीआईएस योजना का 5 लाख का चेक दिवंगत साथी के परिवार की आर्थिक मदद हेतु सौंपा ।

जिला अध्यक्ष ने बताया कि उक्त एनपीएस में आने दिवंगत साथी के नॉमिनी को 7 साल की रेगुलर सेवा के बदले उनकी एनपीएस में कुल जमा पूंजी जोकि 7.5 लाख तक है उस मे से सिर्फ 1 लाख 40 हजार ही मिलेगा बाकी राशि जोकि 5 लाख से अधिक है वो एनएसडीएल के तहत पेंशन देने वाली बीमा कंपनी अपने पास रख लेगी और उसी के आधार पर 2000 से 2500 तक की मासिक पेंशन नॉमिनी को मिलेगी जोकि कर्मचारियों का शोषण है।

जरयाल ने बताया कि एनपीएस के तहत रिटायर होने पर कुल जमा पूंजी का 60% ही कर्मचारी को मिलता है बाकी 40% बीमा कंपनी रख लेती है और उस से 1500,2000, तक की मासिक पेंशन परिवार को मिलती है जोकि सरासर गलत है । जबकि मृत्यु की स्तिथि में 80% राशि कंपनी रख लेती है और 20 % राशि ही नॉमिनी या घर वालों को मिलती है । इसीलिए कर्मचारी लगातार एनपीएस का विरोध कर रहे हैं।

जरयाल ने बताया कि इन पर एनपीएस की राशि परिवार को मिलती थी इसीलिए एनपीएसईए के साथियों के परिवारों की मदद के लिए जीआईएस ग्रुप इन्शुरन्स का सहारा लिया था जिसमे जिला चंबा के 548 एनपीएस कर्मचारियों को जोड़ा गया था और उक्त साथी भी उसी योजना में आते थे इस योजना के अंतर्गत एक्सीडेंट या सामान्य दोनों की स्तिथि में मृत्यु पर 1180 के वार्षिक भुगतान पर 5 लाख का बीमा कवर है । जिसका चेक दिवंगत कर्मचारी के घर सौंपा गया है ।

इस मौके पर एनपीएसईए जिला महासचिव विजय शर्मा, जिला उपाध्यक्ष श्री महिंदर सिंह , पूर्व जिला अध्यक्ष अमित जरयाल , खंड महासचिव दिनेश कुमार राज्य उपाध्यक्ष महिला विंग श्रीमती शैलजा यादव एवं खंड अध्यक्ष महिला विंग कियानी दिशा यादव मौजूद रहे।

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