बद्दी ! औद्योगिक क्षेत्र बद्दी के गांव हरिपुर सन्डोली में सीवरेज जाम होने से पिछले कई महीनों से स्थानीय निवासी नर्क भरी जिदगी जीने को मजबूर हैं। एक तरफ जहां कोरोना से लोग पहले ही डरे हुए हैं, वहीं सीवरेज बंद होने से फैली गंदगी कई भयानक बीमारियों को न्योता दे रही है। इस समस्या के समाधान के लिए कई बार पंचायत के पंचों व प्रधानों को शिकायत कर चुके है, लेकिन सुनवाई नही हो रही है। इसके चलते गुरुवार को ट्रेड यूनियन इंटक के प्रदेशाध्यक्ष बबलू पंडित ने दून के पूर्व कांग्रेस विधायक रामकुमार की पंचायत हरिपुर संडोली में महामारी फैलने का अंदेशा जताया है और समय रहते सफाई करवाने की मांग एसडीएम नालागढ़ को उठाई है।
एसडीएम कार्यालय नालागढ़ को दिए गए ज्ञापन में बबलू पंडित ने कहा कि पहले ही पूरा देश कोरोना महामारी से त्रस्त है और कई लोग इसकी चपेट में आ भी चुके हैं। उन्होने कहा कि दून के पूर्व विधायक स्व. लज्जाराम के गांव हरिपुर संडोली की गांव की छोटी छोटी गलियां आज गंदगी व नर्क का पर्याय बन चुकी है और इसमें हर समय गंदा पानी बहता रहता है तथा सीवरेज पूरी तरह बंद है। इसके कारण जहां कोई भी बीमारी हो सकती है वहीं पेयजल भी इसके कारण दूषित हो चुका है। बबलू पंडित ने कहा कि हमने इस बार पंचायत के नुमाइंदो को कई बार अगवत कराया। लेकिन किसी ने भी हमारी समस्या का समाधान नहीं किया। उन्होने एसडीएम नालागढ़ से आग्रह कि इस समस्या का शीघ्र समाधान किया जाए ताकि बच्चे व बुजुर्ग भयंकर बीमारी की चपेट में न आ जाए। वहीं एसडीएम ने का कि इस ज्ञापन पर आवश्यश्क कार्यवाही की जाएगी।
क्या कहते है स्थानीय लोग :-
महेंद्र सिंह, करण कुमार, गरीश कुमार, राजिंदर कौर, शकुंतला देवी, हेमराज, सुरजीत सिंह, रानी देवी, हसबंस लाल व अन्य स्थानीय निवासियों ने बताया कि सीवरेज बंद रहने की यह समस्या कई महीनों से चल रही है। इससे संक्रमण फैलने का भी खतरा बढ़ रहा है। सीवरेज से निकले गंदे पानी में बदबू उठती रहती है। जिससे आसपास के लोगों का वहा रहना मुश्किल हो गया है। गलियों में सीवरेज का पानी भरा खड़ा रहने से लोगों को आने-जाने में भी दिक्कत हो रही है। साथ ही घरों में चारों ओर दुर्गंध से बुरा हाल है। चारों तरफ दुर्गंध का माहौल बना हुआ है। हालत यह हो गई है कि लोगों को घरों में रहना दुश्वार हो गया है। लोगों का आरोप है कि समस्या को लेकर कई बार पंचायत से शिकायत भी कर चुके हैं, लेकिन हमारी समस्या का समाधान नहीं होता है।