शिमला ! एचआरटीसी ने वित्तीय स्थिति सुधारने की कवायद शुरू कर दी है। प्राइवेट ऑपरेटरों को टक्कर देने और सरकारी बसों में ऑक्यूपेंसी बढ़ाने के लिए व्यापक बदलाव किए जा रहे हैं। बस चालकों को फिक्स स्टॉपेज के स्थान पर जहां सवारी हाथ दे, वहीं बस रोकने के लिए कहा गया है। यह भी ध्यान रखने को कहा गया है कि बस रुकने से अव्यवस्था न हो। सवारी अगर फिक्स स्टॉपेज के अलावा कहीं ओर उतरना चाहे तो उसे उतारने के निर्देश दिए हैं। निगम का मानना है कि प्राइवेट बसों में सवारी चढ़ाने और उतारने में फिक्स स्टॉपेज की बंदिश नहीं रखी जाती इसलिए लोग प्राइवेट बसों को तरजीह दे रहे हैं। प्राइवेट बसों की तर्ज पर एचआरटीसी कंडक्टरों को बस स्टैंड में आवाज लगाकर सवारी बुलाने के भी निर्देश दिए गए हैं। कई बार दूर खड़ी सवारी रूट बोर्ड नहीं पहचान पाती। जबकि प्राइवेट कंडक्टर आवाज लगा कर सवारी बुलाते हैं। स्टाफ का व्यवहार सुधारने के लिए ट्रेनिंग भी शुरू की जा रही है। क्षेत्रीय प्रबंधक रोजाना अपने डिपो के 5 कंडक्टरों को सवारियों से अच्छे व्यवहार की ट्रेनिंग और इनकम बढ़ाने के टिप्स देंगे।
शिमला ! एचआरटीसी ने वित्तीय स्थिति सुधारने की कवायद शुरू !
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