शिमला ! हिमाचल के इतिहास में यह पहली बार हुआ की राज्यपाल के अभिभाषण के बाद हुए हंगामे के बाद सत्र को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया। इसके बाद विधानसभा परिसर के बाहर राज्यपाल का जिस तरह से विरोध हुआ उसे सक्ततापक्ष ने गलत ठहराया। हिमाचल के इतिहास में ये भी पहली बार हुआ कि विशेष परिस्थितियों में सदन की करवाई दोबारा बुलाई गई।
इसमे संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कांग्रेस के दुर्व्यवहार के मुद्दे पर पांच कांग्रेस नेताओ के आचरण पर सवाल उठाते हुए उनके खिलाफ कारवाई का प्रस्ताव रखा। जिसका अनुमोदन मुंख्यमंत्री ने भी किया। उसके बाद कांग्रेस के 5 सदस्यों को बजट सत्र से 20 मार्च तक निष्कासित करने का फैसला विधान सभा अध्यक्ष ने दिया।