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शिमला ! 25 फरवरी स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताओं के टिकाकरण का अन्तिम दिन !

शिमला ! राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हिमाचल प्रदेश के मिशन डायरेक्टर डाॅ. निपुण जिन्दल की अध्यक्षता में आज यहां कोविड वैक्सिनेशन ड्राईव की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक के दौरान डाॅ. निपुण जिन्दल ने सभी जिलों को अवगत करवाया कि 25 फरवरी, 2021 स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताओं के टिकाकरण के चरण का अन्तिम दिन होगा। जिलांे के साथ जिलावार कवरेज भी साझा कर ली गई है। सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को ऐसे सभी स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताओं की सूची तैयार करने के निर्देश दिए है, जो कोविन पोर्टल में पंजीकृत है लेकिन अब तक टिकाकरण की पहली खुराक नहीं प्राप्त कर पाए हंै। उन्होंने सभी जिला के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताओं की अधिकतम कवरेज सुनिश्चित करने के लिए आवश्यकता के अनुसार ऐसे सभी छूटे हुए लाभार्थियों के लिए सत्र बनाएं।

उन्होंने सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को छूटे हुए लाभार्थियों का आंकलन करने और खण्डवार कवरेज का विश्लेषण तथा समीक्षा करने के लिए सभी खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को सम्बन्धित खण्डों में सत्र आयोजित करने के निर्देश दिए। छूटे हुए लाभार्थियों तक पहुंचने के लिए संचार के सभी उपलब्ध साधनों का उपयोग किया जाना चाहिए। डाॅ. निपुण जिन्दल ने बताया कि कोविड वैक्सीन की पहली खुराक प्राप्त करने के लिए सभी स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताओं के लिए यह अन्तिम अवसर होगा। उन्होंने सभी पंजीकृत लेकिन किन्हीं कारणों से टिकाकरण नहीं किए गए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से 25 फरवरी, 2021 को अपने निकटतम टिकाकरण स्थल पर जाकर टिकाकरण के निर्धारण के लिए एसएमएस प्राप्त न होने के बावजूद भी टिकाकरण करवाने का आग्रह किया। ऐसे लाभार्थियों का टिकाकरण स्थल पर ही निर्धारित किया जाएगा।

उन्होंने आगे बताया कि अब तक प्रदेश में 78 प्रतिशत से अधिक पंजीकृत स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताओं का टिकाकरण किया जा चुका है। अब तक केवल 0.5 प्रतिशत एईएफआई मामले सामने आए हैं जिनमंे से केवल एक को अस्पताल में भर्ती करवाने की आवश्यकता पड़ी है। उन्होंने सभी लाभार्थियों को किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने और स्वयं को टिका लगवाने के लिए आगे आने का आग्रह किया है, क्योंकि यह वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। डाॅ. जिन्दल ने बताया कि हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताओं को दूसरी खुराक प्रदान करने में अधिकतम कवरेज करने में 91 प्रतिशत से अधिक लक्ष्य हासिल करने वाला देश का अग्रणी राज्य है।