सोलन ! “मुसीबतों के भय से न आने तक ही भयभीत रहना चाहिए, मुसीबत आने पर उसका डटकर मुकाबला करना चाहिए”। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है दाड़लाघाट के गांव छामला से सम्बंध रखने वाली लता शर्मा ने। इन्हें हिमाचल की एक फ़िल्म यारियां में काम करने का मौका मिला है। गौरतलब है कि लता शर्मा को हिमाचल की स्वर कोकिला लता मंगेशकर के नाम से भी जाना जाता है। लता शर्मा गायकी के क्षेत्र में काफी नाम कमा रही है। इनकी मधुर आवाज लोगों के दिलों दिमाग में इस कदर छाई है कि लोग इन्हें हिमाचली लता मंगेशकर के नाम से भी जानते हैं । वैश्विक महामारी का कहर दुनिया भर में बड़ी तेजी से फैल रहा था। इस महामारी से निपटने के लिए सरकार द्वारा अनेकों कार्यक्रम आयोजित चलाए जा रहे थे। उस दौरान भी लता शर्मा ने एक अनूठी पहल कर एक अद्भुत उदाहरण पेश किया । सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों का भरपूर मनोरंजन करने की कोशिश की। कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य गाना गाकर लोगों का उत्साह बढ़ाना था ।
वर्ष 2021 के शुरुआती दौर में ही एक के बाद एक शानदार पहाड़ी गीत गाए , जिससे की जनता का उन्हें भरपूर प्यार मिला। कई बॉलीवुड स्टार के साथ इन्हें काम करने और हिंदी गीत गाने का मौका भी मिला है। हालांकि गीत और फ़िल्म अप्रैल में रिलीज होनी थी परन्तु वैश्विक महामारी के कारण थोड़ा अधिक समय लग रहा है। जिसका लोगों को बेसब्री से इंतजार है। वहीं हिमाचल के जिला सोलन व इनके मायके तत्तापानी सावीधार क्षेत्र के लिए यह गर्व की बात है।
एक गरीब परिवार से संबंध रखती लता शर्मा अपने लक्ष्य में काफी आगे बढ़ रही है। कड़ी मशक्कत व कठिनाइयों का सामना कर इन्होंने ये उपलब्धि हासिल की है,इनके हिम्मत और हौसले व मेहनत के लिये सभी हिमाचली लोग दाद दे रहे है। हिमाचल की महान हस्तियों में जानी जाने वाली गायिका लता शर्मा ने देवभूमि हिम कला मंच शिमला व समस्त प्रदेशवासियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि “अगर लक्ष्य तय हो और कड़ी मेहनत की जाए तो मुश्किलें भी रास्ता छोड़ देती हैं”।