“Khabar Himachal Se” ने अपनी यात्रा को इमानदारी से तय करते हुए “खबर हिमाचल से” एक छोटे से विनम्र फेसबुक पेज से आरंभ होकर आपके संरक्षण में बढ़ता पलता प्रदेश व देश का एक महत्वपूर्ण मीडिया बनकर सामने आया है। यह तभी संभव हो पाया है जब आपका स्नेह और संरक्षण हमें बराबर मिलता रहा है। हमारे समाचर चाहे सापेक्ष या निरापेक्ष,गोचर या अगोचर हम तक पंहुचे, हमने मुक्त भाव से प्रस्तुत किये हैं, बिना किसी हिचकिचाहट के। शायद यही एक कारण है कि हमने निष्पक्ष और इमानदारी से आपकी जुबान बनकर खबरों को बिना लाग लगाव के आपके समक्ष प्रस्तुत किया है। हम विश्वास दिलाते हैं कि आगे भी हम इसी प्रकार स्वच्छ पत्रकारिता के मानदंडों में खरे उतरते हुए आपके समक्ष खड़े रहेंगे और आप के विश्वास पात्र बने रहेंगे।
पत्रकारिता करना एक चुनौती भरा कार्य होता है और इस चुनौती को हम स्वीकार करते हैं। हमारे सामने कई तरह के प्रलोभन और विकल्प प्रस्तुत किए गए लेकिन हमने अपनी निष्ठा पर कोई भी आंच नहीं आने दी। इसका कारण आप और समाज के प्रति हमारी प्रतिबद्धता है। हमने अपने सीमित साधनों में रहते हुए कभी भी वाणिज्यिक दृष्टिकोण नहीं अपनाया। अपने सीमित साधनों में ही काम करते हुए या प्रमाणित कर दिया कि अगर आप निष्ठा और ईमानदारी से अपने काम में लगे हो और जनता की सेवा कर रहे हो तो निसंदेह आपकी पहचान जनता में बन ही जाती है चाहे हुक्मरान माने या ना माने। देश प्रदेश में सोशल मीडिया ही नहीं अपितु बहुत से मीडिया कर्मी अपनी -अपनी प्रतिबद्धता बनाए हैं। उनके मीडिया पक्ष व प्रतिपक्ष के साथ होने के कारण अपनी पसंद की खबरें या टिप्पणियां उठाकर उन्हें परोसने का काम कर रहे हैं।
अपने दायित्व को समझते हुए हमने कभी भी पक्ष या प्रतिपक्ष के मानदंडों में खबरों को प्रस्तुत नहीं किया ना ही ऐसी खबरें परोसने का प्रयास किया जो हमारी प्रस्तावना के खिलाफ हो या समाज में दुर्भावना पैदा करती हों। आप अगर हैं तो हम हैं और हम बने रहेंगे जब तक आप हमें संरक्षण देते रहेंगे। आज हमारे पास अभिव्यक्ति का एक सशक्त माध्यम आपने दिया हुआ है और हमें विश्वास है कि खबरों की इस यात्रा में आप हमारे साथ चलते रहेंगे। आपके लिए हम मात्र खबरें ही नहीं संयोजते बल्कि यूट्यूब, इंस्टाग्राम, फेसबुक पेज लाइव,ट्वीटर के माध्यम से प्रदेश व देश की सामाजिक, राजनीतिक, साहित्यिक, धार्मिक, व अन्य गतिविधियों का लेखा-जोखा आपके समक्ष प्रस्तुत करते रहते हैं। हम खबरों को कापी पेस्ट भी नहीं करते। हमारी यह कामना है कि हम भविष्य में अपने कार्यकलापों को आपके मार्गदर्शन में और भी अच्छे तरीके से प्रस्तुत करते हुए समाज के सभी वर्गों के लिए यथा योग्य सामग्री प्रस्तुत करते रहेंगे। आपके ऋणी है कि आपने हमें इस योग्य बना दिया कि आपकी आवाज को तमाम बुलंदियों तक पहुंचाने में हम सक्षम हो रहे हैं वह भी पूरी ईमानदारी से। अपना आशीर्वाद और सहयोग पहले की भांति बराबर देते रहें। आपके आभारी हैं।
घर से चले थे हम अकेले
काफिला बढ़ता गया
कारवां चलता गया।
रामानंद ठाकुर