चम्बा ! आज के दौर में कोरोना जिस तरह तेजी से फेल रहा है उससे हर कोई सेहम सा गया है। यह महामारी बच्चों में न फैले इसलिए सरकार ने सभी शिक्षा संस्थानों को बन्द कर दिया है। आजकल पहाड़ों में ग्रामीण लोग अपने खेतों में गंदम,और बाजरे कि बिजाई करने में जुटे पड़े हुए है। ऐसे में इन किसानों के बच्चे जोकि स्कूलों में ठीक से लिख तक नहीं सकते है वह बच्चे अपने माता पिता का हाथ बटवाते हुए अपने खेतो में बेलो के साथ हल जुताई करते हुए देखे जा सकते है। ऐसा मंजर देखकर लोग हैरान है।
खेतों में जुताई कर रहा यह स्कूली छात्र जोकि ठीक से कापी किताब और पेन्सिल को नहीं पकड़ पाता है वही छात्र स्कूल का सारा काम करने के बाद अपने माता पिता का खेतों में हाथ बटवाने चला आया है और हल को अपने हाथों में लेकर बेलों के साथ अपने खेतों की जुताई करने में जुट गया है इस छोटे मासूम बच्चे का कहना है कि अभी लोक डाउन के कारण सकूल बन्द पड़े हुए है, हम अपने स्कूल का सारा काम खत्म करने के बाद अपने माता पिता का हाथ बटवाने खेतों में आ जाते है और खेतों की जुताई कर रहे है।
वहीं इनके पिता का कहना है कि वैश्विक महामारी के चलते शहरों में जाना कम हो रहा है। इसलिय किसान अपने खेतों के गंदम और बाजरे की खेती करने में व्यस्त है। उन्होंने बताया कि स्कूली बच्चे आजकल स्कुल बंद होने पर अपने घरो में है। इनका कहना है कि बच्चे पढ़ लिखकर चाहे जितने भी बड़े क्यों न बन जाये पर बच्चों को अपने घर के कामों में माता पिता का ही हाथ बटवाना चाहिए ताकि यही आदत उनके आने वाले भविष्य में कारगर हो।