बिलासपुर ! विकास खंड घुमारवीं की कुठेड़ा ग्राम पंचायत के विभाजन/पुर्नगठन की मांग के लिए अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठे युवा समाजसेवी आशीष मेहता, गौरव मेहता, साहिल मेहता व विनय कुमार को 96 घंटे हो चुके हैं। गौरतलब है कि रविबार को रात को करीब 2:30 बजे घुमारवी से SHO की अगुआई में पुलिस अनशन पर पहुंच कर बहुत ही क्रूरता से उन लोगो के साथ बहुत ही क्रूरता से पेश आये जैसे ही सोशल मीडिया पर इस कि वीडियो वायरल हुआ ।तो मसौर के समस्त जनता ने अनशन पर बैठ कर सरकार और प्रसासन के विरुद्ध मुद्दा बाद के नारे लगाये। इस के लिए जिला कांग्रेस अनशन पर पहुंच कर घुमारवी पुलिस की इस घोर कृत्य पर कड़ी निंदा की है और जो भी लोग पर कड़ी सजा की मांग की है।
आज इस चले हुए आमरण अनशन का समर्थन करने भीष्म सिंह, सुखदेव सिंह, जयमल, मदन सिंह, नरोत्तम सिंह, निक्का राम, कैप्टन सुभाष शर्मा, संदीप संख्यान, ग्राम पंचायत कुठेड़ा के पूर्व प्रधान सुरम सिंह व अशोक कुमार, परनाल पंचायत की प्रधान कांता देवी व लददा पंचायत की प्रधान अंजना धीमान आदि भी अनशन स्थल पर आए एवं इस बड़ी पंचायत के विभाजन/पुर्नगठन की मांग को उचित ठहराते हुए इसे जल्द से जल्द पूरा करने का सरकार से आग्रह किया। कुठेड़ा पंचयात के पूर्व प्रधान सुरम सिंह व अशोक कुमार ने बताया कि विकासात्मक कार्यो में बड़ी पंचायतों में बड़ी समस्या आती है ऐसे में अगर इस पंचायत का विभाजन किया जाए तो विकासात्मक कार्यों में जहाँ तेजी आएगी वहीं पर इन के लोंगो को बुनियादी सुविधाओं से वंचित नहीं होना पड़ेगा।
हैरानी की बात यह है कि उनके कार्यकाल में जब वर्ष 2008 और 2014 में इस पंचायत के पुनर्गठन को लेकर प्रस्ताव भी पारित किया गया तो इसका क्या कारण रहा जो इस पंचायत का पुर्नगठन नहीं किया जा सका। इन्होंने जो आमरण अनशन शुरू किया है तो इनकी सेहत का पूरी तरह से ध्यान रखा जाना चाहिए, इनका समय समय पर ब्लड प्रेशर, शुगर लेवल टेस्ट और टेम्परेचर चेक किया जाना चाहिए ताकि इनके स्वास्थ्य पर कोई बुरा प्रभाव न पड़ सके।