बददी ! एलीमेंटरी प्रशिक्षित अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष गुरदेव चंदेल ने कहा कि राज्य में सरकार व शिक्षा विभाग जेबीटी अध्यापकों के साथ लगातार अन्याय कर रही है। राज्य में लगभग 30 हजार से अधिक जेबीटी प्रशिक्षित अध्यापक बेरोजगार है। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद की अधिसूचना का बहाना बनाकर, प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने में देरी की जा रही है।
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि राज्य में जेबीटी अध्यापक नियुक्ति के इंतजार में लगभग 45 वर्ष की आयु के कऱीब पहुंच गए है और मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताडि़त हो रहे हैं। जिससे उनमें सरकार व शिक्षा विभाग के प्रति व्यापक रोष है। शिक्षा विभाग ने वर्तमान भर्ती एवं पदोन्नति नियमों के तहत शिक्षकों के 1225 पद स्वीकृत किए है। जिसे प्रदेश मंत्रीमंडल ने नवंबर में स्वीकृत कर दिए थे। लगभग एक वर्ष बीत जाने के बाद भी इन्हे अभी तक नहीं भरा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य में 2 हजार से अधिक जेबीटी अध्यापकों के पद रिक्त पड़े हैं। कई स्कूल डेपुटेशन व कई स्कूल एक अध्यापक के सहारे चल रहे है। इस संदर्भ में सभी जेबीटी व एलीमेंटरी प्रशिक्षित अध्यापक संघ के सदस्य 27 अक्तूबर को शिक्षा विभाग के निदेशक, मु यमंत्री और शिक्षा मंत्री से मिलेंगे। संघ की सरकार व शिक्षा विभाग से ये मांग है कि बैच आधार पर भरे जाने वाले 50 फीसदी पदों को शीघ्र अति शीघ्र भरा जाए।